UP Budget: एक्सप्रेसवे से लेकर अवारा पशुओं तक का इलाज, बजट में Yogi सरकार ने बता दिया 2027 का रोडमैप
योगी सरकार ने साल 2025-26 का बजट पेश कर दिया है. 8 लाख करोड़ के इस बजट में युवा, महिला और व्यापारियों को साधने की कोशिश की गई. साथ ही UP को 4 नए एक्सप्रेसवे भी मिलेंगे.

नए एक्सप्रेस के लिए खोला खजाना
- रीवा-बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए 50 करोड़
- आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे जुड़ेगा गंगा एक्सप्रेस-वे
- 900 करोड़ के बजट से बनेगा गंगा एक्सप्रेस वे
- विंध्य एक्सप्रेस वे के लिए 50 करोड़ का बजट
- प्रयागराज, वाराणसी सोनभद्र से जोड़ने के लिए बनेगा विंध्य एक्सप्रेस-वे
- मेरठ को हरिद्वार से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस का विस्तार
सरकार का दावा है कि इस बजट के बाद यूपी में विकास की बयार बहेगी. यूपी सरकार ने इस बजट को अभी तक का सबसे बड़ा बजट करार दिया.
UP का बजट
- 8 लाख 8 हजार 736 करोड़ का बजट
- UP का अभी तक का सबसे बड़ा बजट
- राजस्थान की तर्ज पर UP में मेधावी छात्रों को मिलेगी स्कूटी
- 58 नगर पालिकाओं को स्मार्ट सिटी बनाने का ऐलान
- उज्ज्वला योजना के तहत 2 मुफ्त सिलेंडर
- रामनगरी अयोध्या में बनेगी सोलर सिटी
- युवाओं को ब्याज मुक्त एजुकेशन लोन का ऐलान
- हर साल एक लाख सूक्ष्म उद्योगों की स्थापना
- लखनऊ में AI सिटी बनाने का ऐलान
- मथुरा-वृंदावन कॉरिडोर के लिए 150 करोड़ का बजट
- मलिन बस्ती विकास योजना को 400 करोड़ देने का ऐलान
- अर्बन फ्लड स्टार्म वाटर ड्रेनेज योजना को एक हजार करोड़
- बेसहारा पशु आश्रय योजना के लिए 450 करोड़
- देश का पहला गिद्ध प्रजनन केंद्र खुलेगा
- बेसहारा महिलाओं की पेंशन के लिए 2980 करोड़
इसके अलावा, कमजोर वर्ग की बेटियों की शादी में आर्थिक सहायता देने के लिए 'मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना' को मजबूती देते हुए 550 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
योगी सरकार ने एक तरफ जहां इस बजट को महिला, युवा, व्यापारी को समर्पित बताया तो दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने इसे खोखला खाली झोला करार दिया. बजट पर समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव CM योगी पर तंज कसते हुए कहा, प्रवचन तो आ गया बजट कब आएगा.
बहरहाल सरकार के अपने दावे हैं विपक्ष के अपने सवाल हैं. सियासत से परे आम आदमी को इस बजट से क्या नफा नुकसान होगा. ? इसके साथ बजट में चहुंमुखी विकास के दावे धरातल पर कितने उतरेंगे ? युवा, महिला, किसान और व्यापारी को साधने का दावा करने की सरकार की ये कोशिश कितना रंग ला पाती है ? ऐसे तमाम सवाल बरकरार हैं. जिसका जवाब सरकार की कार्य व्यवस्था के साथ जनता को मिल जाएगा.