कानून व्यवस्था, पीएम के विजन और विकास पर सीएम धामी की बैठक, सभी अधिकारियों को दिया निर्देश
सीएम धामी ने विकास कार्यों की समीक्षा करने के बाद ये आदेश दिए साथ ही 5 जून को पर्यावरण दिवस पर होने वाले कार्यक्रम पर भी बात की और पीएम मोदी के ‘एक पेड़ मां के नाम' अभियान को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया साथ ही प्रदेश की कानून व्यवस्था को और ज़्यादा बेहतर करने के लिए भी निर्देश दिए

किसी प्रदेश का विकास तभी संभव होता है, जब उस प्रदेश की कानून व्यवस्था बेहतर हो. किसी प्रदेश की व्यवस्था तभी बेहतर होती है, जब उस प्रदेश के मुखिया का विज़न विकास की तरफ़ हो. ऐसे में देवभूमि उत्तराखंड की बात करना बेहद अहम हो जाता है, क्योंकि इस वक़्त उत्तराखंड में विकास, क़ानून व्यवस्था और पीएम मोदी के विज़न को लेकर काम किया जा रहा है, जिसकी अगुवाई खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कर रहे हैं और लगातार बैठकें कर-करके दिशा-निर्देश जारी कर रहे हैं. इस कड़ी में उन्होंने सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की और इस दौरान विकास कार्यों की समीक्षा की, साथ ही पीएम मोदी के विज़न को लेकर बात की. इसके अलावा प्रदेश की क़ानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों को सख़्त सज़ा देने का भी आदेश दिया.
सीएम धामी की बैठक में अहम बातें?
- विकसित भारत के लिए विकसित उत्तराखंड और इसके लिए विकसित जनपद पर चर्चा
- 5 जून को पर्यावरण दिवस के अवसर पर व्यापक पौधारोपण अभियान चलाया जाए
- ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत बच्चों की भी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए
- सभी जिलाधिकारी अपने क्षेत्रों में सभी कार्यों को जल्दी से जल्दी पूरा करें
सीएम धामी ने विकास कार्यों की समीक्षा करने के बाद ये आदेश दिए, साथ ही 5 जून को पर्यावरण दिवस पर होने वाले कार्यक्रम पर भी बात की और पीएम मोदी के ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया और ट्वीट करते हुए लिखा-
“शासकीय आवास पर जिलाधिकारियों के साथ हुई बैठक में प्रदेश के समग्र विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. विकसित भारत के निर्माण के लिए विकसित उत्तराखंड और इसके लिए विकसित जनपद का होना आवश्यक है. इसी लक्ष्य के तहत सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में विकास कार्यों को तीव्र गति से लागू करने के निर्देश दिए.”
जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश के जल स्रोतों की सुरक्षा एवं स्वच्छता के लिए प्रत्येक जिले में अमृत सरोवरों, बावड़ी और नौलों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए. साथ ही 5 जून को पर्यावरण दिवस के अवसर पर व्यापक पौधारोपण अभियान चलाया जाए, जिसमें पीएम के “एक पेड़ मां के नाम” अभियान को प्रभावी रूप से लागू करते हुए बच्चों की भी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए.
जिलाधिकारियों को रिचार्जिंग वेल को बढ़ावा देने एवं मानसून को ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन तंत्र को अलर्ट मोड पर रखने हेतु भी निर्देश दिए. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 10 वर्ष पूरे होने पर राज्य स्तर पर विशेष आयोजन कराए जाएं, साथ ही शैक्षणिक संस्थानों में ऑपरेशन सिंदूर पर निबंध और भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जाएं, जिससे युवाओं में देशभक्ति और सैन्य पराक्रम की भावना जागृत हो.
जिलाधिकारियों को मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1905 पर प्राप्त शिकायतों की नियमित मॉनिटरिंग करने एवं भ्रष्टाचार मुक्त एप 1064 से संबंधित जानकारी सभी सरकारी कार्यालयों में स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने के निर्देश भी दिए.
क्या है ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान?
इस अभियान की शुरुआत पीएम मोदी ने 5 जून 2024 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर की थी. इस अभियान के तहत अपील करते हुए पीएम मोदी ने सभी नागरिकों से इस पहल के माध्यम से रहने योग्य एक बेहतर पृथ्वी के निर्माण और सतत विकास में योगदान देने का अनुरोध किया था.
वहीं इसके अलावा सीएम धामी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को और ज़्यादा बेहतर करने के लिए भी निर्देश दिए और एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा-
“प्रदेश में मजबूत कानून व्यवस्था और सुशासन स्थापित करना हमारा प्रमुख उद्देश्य है और यह केवल एक संकल्प नहीं, बल्कि हमारी सरकार की कार्यशैली है, जिसे धरातल पर उतारने के लिए लगातार ठोस कदम उठाए जा रहे हैं…”
फिलहाल सीएम धामी लगातार अपने काम में लगे हुए हैं और प्रदेश के विकास पर उनका सबसे ज़्यादा फोकस है. इसके साथ ही देवभूमि में हर प्रकार के जिहाद पर भी वो लगाम लगा रहे हैं. बदलती डेमोग्राफी पर भी काम जारी है, जिसकी वजह से सीएम धामी के काम की तारीफ़ दूसरे प्रदेश के मुख्यमंत्री भी कर रहे हैं.