रणजी ट्रॉफी में पृथ्वी शॉ का धमाका, 141 गेंदों में दूसरा सबसे तेज दोहरा शतक
पृथ्वी शॉ ने 156 गेंदों में 5 छक्कों और 29 चौकों के साथ नाबाद 222 रन बनाए. रणजी इतिहास में सबसे तेज दोहरा शतक जड़ने के मामले में शॉ से आगे सिर्फ रवि शास्त्री हैं, जिन्होंने 1984-85 सीजन में बड़ौदा के खिलाफ बॉम्बे की ओर से खेलते हुए 123 गेंदों में दोहरा शतक पूरा किया था.
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भारत के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ रणजी ट्रॉफी एलीट में दूसरा सबसे तेज दोहरा शतक जड़ने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. महाराष्ट्र की ओर से खेलते हुए शॉ ने चंडीगढ़ के खिलाफ दूसरी पारी में सिर्फ 141 गेंदों में यह कारनामा किया.
पृथ्वी शॉ ने जड़ा सबसे तेज दोहरा
पृथ्वी शॉ ने 156 गेंदों में 5 छक्कों और 29 चौकों के साथ नाबाद 222 रन बनाए. रणजी इतिहास में सबसे तेज दोहरा शतक जड़ने के मामले में शॉ से आगे सिर्फ रवि शास्त्री हैं, जिन्होंने 1984-85 सीजन में बड़ौदा के खिलाफ बॉम्बे की ओर से खेलते हुए 123 गेंदों में दोहरा शतक पूरा किया था.
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाले भारतीयों के मामले में हैदराबाद के सलामी बल्लेबाज तन्मय अग्रवाल शीर्ष पर हैं, जिन्होंने जनवरी 2024 में रणजी ट्रॉफी प्लेट टूर्नामेंट के दौरान सिर्फ 119 गेंदों में यह उपलब्धि हासिल की थी.
महाराष्ट्र ने पहली पारी में बनाए 313 रन
इस मुकाबले में टॉस जीतकर चंडीगढ़ ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया. महाराष्ट्र की टीम अपनी पहली पारी में महज 313 रन पर सिमट गई. इस टीम के लिए ऋतुराज गायकवाड़ ने 163 गेंदों में 116 रन की पारी खेली, जिसमें 15 चौके शामिल थे. उनके अलावा, सौरभ नवाले ने 66, जबकि अर्शिन कुलकर्णी ने 50 रन का योगदान टीम के खाते में दिया. विपक्षी खेमे से जगजीत सिंह और अभिषेक सैनी ने 3-3 सफलताएं हासिल कीं.
चंडीग पहली पारी में 209 रन पर सिमटी
इसके जवाब में चंडीगढ़ की टीम पहली पारी में सिर्फ 209 रन ही बना सकी. इस टीम के लिए रमन बिश्नोई ने 54 रन की पारी खेली, जबकि निशंक बिड़ला ने नाबाद 56 रन बनाए. इस पारी में महाराष्ट्र की ओर से विक्की ओस्तवाल ने सर्वाधिक 6 विकेट हासिल किए.
शानदार लीड के साथ महाराष्ट्र की टीम दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिए उतरी. सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने अर्शिन के साथ पहले विकेट के लिए 73 रन की साझेदारी की. अर्शिन 31 रन बनाकर आउट हुए.
इसके बाद शॉ ने सिद्धेश वीर के साथ दूसरे विकेट के लिए 197 रन जोड़ते हुए टीम को मजबूत स्थिति में ला दिया. सिद्धेश वीर ने 83 गेंदों में 62 रन की पारी खेली. महाराष्ट्र ने 359/3 के स्कोर पर अपनी दूसरी पारी घोषित की है.
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