देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को प्रयागराज के पावन संगम में स्नान करेंगी, राष्ट्रपति का यह दौरा देशभर के श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणादायी क्षण होगा।
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महाकुंभ 202509 Feb, 202504:00 PMमहाकुंभ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की एंट्री, त्रिवेणी संगम में स्नान कर दुनिया को देंगी संदेश !
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मनोरंजन08 Feb, 202507:30 PMKGF एक्ट्रेस श्रीनिधि शेट्टी ने महाकुंभ में लगाई डुबकी, कहा- 'यह पल हमेशा याद रहेगा'
KGF एक्ट्रेस श्रीनिधि शेट्टी हाल ही में महाकुंभ में डुबकी लगाने पहुंचीं। चेहरा छिपाकर पहुंची श्रीनिधि ने इस अनुभव को बेहद यादगार बताया और कहा कि दिव्य कृपा से उनका दिल भर आया।
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न्यूज08 Feb, 202504:12 PMमहाकुंभ में अनुराग ठाकुर का आस्था से भरा पल, पत्नी संग संगम में लगाई डुबकी
Anurag Thakur: शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर ने अपनी पत्नी सहित त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया।
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महाकुंभ 202508 Feb, 202511:14 AMकुंभ क्या है ? कुंभ क्यों है ? कुंभ कब से है ? और कुंभ किसलिए है ? कुंभ पर details Documentry.
त्रिवेणी जहाँ गंगा यमुना और सरस्वती का संगम है । त्रिवेणी जहाँ पृथ्वी का सबसे बड़ा लोकपर्व है । त्रिवेदी जहाँ उत्सव है, वैश्विक समागम है और सृष्टि का सबसे बड़ा मंच है । इसी त्रिवेणी पर त्याग, तप, हठ, योग को सम्भालने वालों का जमावड़ा है । नाम कुम्भ है, जो समरसता के लिए ब्रह्माण्ड भर में सबसे बड़ी धरा है । 144 साल बाद महाकुंभ हो रहा है। जीवित मनुष्य के पहला और आख़िरी महाकुंभ है.
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महाकुंभ 202505 Feb, 202505:52 PMMahakumbh : पीएम मोदी ने लगाई संगम मे डुबकी तो साधु-संतों ने की तारीफ, बताया 'सनातन का सच्चा प्रहरी'
महाकुंभ : पीएम मोदी के संगम स्नान की साधु-संतों ने की तारीफ, 'सनातन का सच्चा प्रहरी' बताया
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न्यूज05 Feb, 202511:54 AMपीएम मोदी ने त्रिवेणी संगम में लगाई डुबकी, महाकुंभ में दिखी आस्था के साथ राजनीतिक रणनीति!
PM Modi At Mahakumbh: प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं था, बल्कि इससे राजनीतिक संदेश भी जाता है। खासकर जब दिल्ली विधानसभा चुनावों के बीच मोदी ने महाकुंभ में हिस्सा लिया, यह कदम अपने आप में कई परतों को उजागर करता है।
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न्यूज04 Feb, 202501:05 PMभूटान के राजा ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी, सीएम योगी रहे उपस्थित!
Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने मंगलवार को संगम में आस्था की डुबकी लगाई है। इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव भी मौजूद रहे।
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न्यूज31 Jan, 202510:50 AMमहाकुंभ में संगम नोज के अलावा झूसी में भी मची थी भगदड़? सरकार ने छिपाए मौत के आकड़े!
Mahakumbh Stampede: घटना में स्थानीय निवासी और प्रत्यक्षदर्शी जनहानि का दावा कर रहे हैं।हालांकि अभी अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। लल्लनटाॅप की रिपोर्ट के अनुसार,झूसी में भगदड़ वाली जगहों से कपडे , जूते और बोतलों के ढेर को ट्रेक्टर द्वारा वहां से हटाया जा रहा था।
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स्पेशल्स30 Jan, 202510:51 PMजब 1954 के कुंभ में रेलवे ने रातोंरात बना दिया अस्थायी स्टेशन!
1954 का महाकुंभ भारतीय रेलवे के इतिहास में एक अहम मोड़ साबित हुआ। यह पहली बार था जब रेलवे ने इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को संगम तक पहुँचाने के लिए अभूतपूर्व इंतजाम किए। रेलवे ने कुंभ के लिए ‘K’ लिखी स्पेशल ट्रेनें चलाईं, संगम के पास अस्थायी रेलवे स्टेशन बनाया, और पहली बार वायरलेस संचार प्रणाली का इस्तेमाल किया।
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महाकुंभ 202521 Jan, 202503:51 PMमहाकुंभ में गौतम अदाणी ने 'संगम घाट' पर की पूजा-अर्चना, बताया -'अद्भुत अनुभव'
Gautam Adani: स्वागत के बाद गौतम अदाणी को महाप्रसाद बनाते हुए देखा गया। उन्होंने अपनी पत्नी के साथ इस्कॉन मंदिर के शिविर में लोगों को महाप्रसाद वितरित किया।
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महाकुंभ 202518 Jan, 202503:55 PM‘महाकुंभ की मोनालिसा’, इंदौर की माला बेचने वाली महिला कैसे बनी इंटरनेट सेंसेशन?
प्रयागराज का महाकुंभ मेला, जो दुनिया का सबसे बड़ा और प्राचीन धार्मिक आयोजन है, आध्यात्मिक आस्था और भक्ति के रंग में डूबा हुआ है। त्रिवेणी संगम पर साधु-संतों के जयघोष और श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच, एक साधारण माला बेचने वाली महिला ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है।
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धर्म ज्ञान13 Jan, 202504:33 PMभस्म और रुद्राक्ष लपेटे नागा सन्यांसी ने बताया महाकुंभ के पीछे का सबसे बड़ा रहस्य
संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ लग चुका है, अब जो कि अमृत स्नान की ओर संतों का सैलाब उमड़ रहा है, ऐसे में भस्म और रुद्राक्ष लपेटे नागा सन्यासी ने महाकुंभ की महता समझाई।
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महाकुंभ 202512 Jan, 202512:22 AMजब इंद्र के पुत्र ने कौवे का रूप लेकर राहु से बचाया अमृत, धरती के इन चार जगह पर गिरी थी पावन बूंदें
कहते है देवता और असुर, दोनों ने मिलकर समुद्र मंथन किया था, लेकिन अमृत के निकलते ही दोनों पक्षों में इसे हासिल करने के लिए संघर्ष शुरू हो गया। धन्वंतरि देव जब अमृत कुंभ लेकर प्रकट हुए, तो राहु ने उसे छीनने का प्रयास किया। इसी दौरान इंद्र के पुत्र जयंत ने कौवे का रूप धारण कर अमृत कुंभ को बचाने के लिए उड़ान भरी।