Advertisement

Mahakumbh 2025: माघ पूर्णिमा स्नान के लिए यूपी रोडवेज ने की स्पेशल व्यवस्था!

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के तहत माघ पूर्णिमा स्नान के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। सरकार ने तीर्थयात्रियों को सुगम यात्रा उपलब्ध कराने के लिए यूपी रोडवेज की बस सेवाओं में भारी बढ़ोतरी की है। कुल 4250 बसें तैनात की गई हैं, जिनमें से 1200 बसें सिर्फ माघ पूर्णिमा और आगे के स्नान पर्वों के लिए आरक्षित हैं।

11 Feb, 2025
( Updated: 11 Feb, 2025
11:22 PM )
Mahakumbh 2025: माघ पूर्णिमा स्नान के लिए यूपी रोडवेज ने की स्पेशल व्यवस्था!
प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर महाकुंभ 2025 की तैयारियों के बीच माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर आस्था का विशाल समंदर उमड़ पड़ा है। इस महापर्व पर दूर-दराज से आए श्रद्धालु संगम में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम (यूपी रोडवेज) ने स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष बस सेवाओं की व्यवस्था की है, ताकि लोग आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।
माघ पूर्णिमा स्नान का महत्व
हिंदू धर्म में माघ पूर्णिमा स्नान का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन त्रिवेणी संगम में स्नान करने से कई जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस दिन देवता स्वयं गंगा में स्नान करने के लिए आते हैं। इसीलिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में इस पुण्य अवसर पर गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर आकर आस्था की डुबकी लगाते हैं।
माघ पूर्णिमा स्नान पर्व पर प्रयागराज में श्रद्धालुओं का विशाल जनसैलाब उमड़ा हुआ है। उत्तर प्रदेश सरकार और परिवहन निगम ने श्रद्धालुओं को सुगमता से उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। यूपी परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह ने जानकारी दी कि महाकुंभ 2025 के मुख्य स्नान पर्वों को देखते हुए 1,200 अतिरिक्त ग्रामीण बसों की व्यवस्था की गई है। इससे पहले ही 3,050 बसें महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सेवा में तैनात हैं। अब माघ पूर्णिमा और आने वाले स्नान पर्वों के लिए कुल 4,250 बसें श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में मदद करेंगी।
शटल बस सेवा, हर 10 मिनट में मिलेगी सुविधा
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोडवेज ने चार अस्थायी बस स्टेशन बनाए हैं, जहां से हर 10 मिनट में श्रद्धालुओं को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बसें उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके अलावा महाकुंभ क्षेत्र के नजदीकी स्थानों तक यात्रियों को सुगमता से पहुंचाने के लिए 750 शटल बसें तैनात की गई हैं, जो हर दो मिनट में उपलब्ध होंगी। यह व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि बस अड्डों पर अधिक भीड़ न हो और यातायात सुचारू रूप से चलता रहे।
महाकुंभ में सुरक्षा और यातायात नियंत्रण
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए पुलिस और प्रशासन मुस्तैद है। प्रयागराज के विभिन्न हिस्सों में ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने के लिए बैरिकेडिंग, रूट डायवर्जन और पैदल यात्रियों के लिए विशेष कॉरिडोर बनाए गए हैं। प्रयागराज रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर अतिरिक्त हेल्पडेस्क और गाइड लगाए गए हैं, ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। अभी तक के आंकड़ों के अनुसार, माघ पूर्णिमा स्नान पर्व पर अब तक 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। यह संख्या बढ़ती ही जा रही है, क्योंकि दूर-दराज से भक्तजन लगातार प्रयागराज पहुंच रहे हैं।
यूपी रोडवेज की विशेष तैयारी
यूपी रोडवेज अधिकारियों के अनुसार, बस स्टेशनों पर अत्यधिक भीड़ से बचने के लिए टिकट वितरण और बोर्डिंग प्रक्रिया को तेज करने के लिए विशेष काउंटर बनाए गए हैं। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि सभी श्रद्धालुओं को सुगमता से बस सेवा उपलब्ध हो। परिवहन मंत्री ने साफ किया कि आने वाले स्नान पर्वों जैसे कि महाशिवरात्रि और होली पूर्णिमा के लिए भी इसी प्रकार की विशेष व्यवस्था की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। महाकुंभ 2025 को अत्याधुनिक तकनीक से जोड़ते हुए यूपी परिवहन विभाग ने एक विशेष हेल्पलाइन नंबर और मोबाइल ऐप लॉन्च किया है, जिससे श्रद्धालु अपने बस रूट की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ऐप के जरिए बस की लोकेशन, सीट उपलब्धता और यात्रा का समय भी देखा जा सकता है।
महाकुंभ 2025 का आयोजन दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है, जहां हर श्रद्धालु को सुविधा मिल सके, इसके लिए सरकार, प्रशासन और परिवहन विभाग पूरी तत्परता से कार्य कर रहे हैं। माघ पूर्णिमा स्नान के साथ ही कुंभ का उल्लास अपने चरम पर पहुंच चुका है। आगामी अमृत स्नान पर्वों के लिए भी यूपी रोडवेज और प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। इस तरह प्रयागराज महाकुंभ केवल आस्था का केंद्र नहीं बल्कि सुव्यवस्था, सेवा और समर्पण का भी प्रतीक बन चुका है।
Source- IANS

Tags

Advertisement
Advertisement
अधिक
दशकों से चल रहे नेक्सस का भंडा फूटा, लेकिन फिर भी किसी को हिंदू लड़कियों की परवाह नहीं है!
Advertisement
Advertisement
शॉर्ट्स श्रेणियाँ होम राज्य खोजें