महाकुंभ में संगम नोज के अलावा झूसी में भी मची थी भगदड़? सरकार ने छिपाए मौत के आकड़े!
Mahakumbh Stampede: घटना में स्थानीय निवासी और प्रत्यक्षदर्शी जनहानि का दावा कर रहे हैं।हालांकि अभी अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। लल्लनटाॅप की रिपोर्ट के अनुसार,झूसी में भगदड़ वाली जगहों से कपडे , जूते और बोतलों के ढेर को ट्रेक्टर द्वारा वहां से हटाया जा रहा था।

Mahakumbh Stampede: प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन बुधवार 29 जनवरी को रात 1 बजे भगदड़ मची थी , जिसमें सरकार ने कहा था कि 30 लोग मारे गए, जबकि 60 लोग घायल हुए। इस हादसे के कुछ घंटे बाद ही भगदड़ की एक और घटना सामने आई।दूसरा हादसा संगम नोज से महज 2 किलोमीटर की दुरी झूसी में हुआ था। इस घटना में स्थानीय निवासी और प्रत्यक्षदर्शी जनहानि का दावा कर रहे हैं।हालांकि अभी अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। लल्लनटाॅप की रिपोर्ट के अनुसार,झूसी में भगदड़ वाली जगहों से कपडे , जूते और बोतलों के ढेर को ट्रेक्टर द्वारा वहां से हटाया जा रहा था।
महाकुंभ की भयावह रात को चश्मदीदों ने अपनी जुबान से किया बयां
महाकुंभ में भगदड़ वाली रात कितनी भयावह थी, अब इसको चश्मदीद अपनी जुबान से बयां कर रहे हैं। घटना के समय वहां मौजूद चश्मदीद धीरे -धीरे सामने आ रहे हैं, जो हादसे वाली रात की कहानी सुना रहे हैं ,साथ ही नए -नए खुलासे भी कर रहे हैं। जिनको जानने के बाद लग रहा हैं कि कहीं महाकुंभ मेला प्रशासन कुछ छिपा तो नहीं रहा है।महाकुंभ प्रशासन ने बताया है कि हादसा केवल संगम नोज पर हुआ और इसमें 30 लोगों कि मौत हुई। हालांकि चश्मदीद जो कहानी बता रहे हैं वो तो और भी चौंकाने वाली है ,चश्मदीद ने बताया कि महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन सुबह 6 बजे झूंसी के सेक्टर -21 में भी भगदड़ मची थी।
झूंसी में भगदड़ में कुल 10 लोगों कि हुई मौत
एक चश्मदीद ने बताया कि भगदड़ में उसके परिजन का हाथ टूट गया , वही कुछ लापता हैं ,जिनके बारे में प्रशासन कोई जानकारी नहीं दें रहा है। जिस जगह पर भगदड़ हुई , वहीं पर एक व्यक्ति ठेला लगाया हुए था , उसने बताया कि भगदड़ में घायल हुए लोगों को पानी पिलाकर उनकी जान बचाई ,वहीं पांच लाशें तो उन लोगों ने खुद अपनी आखों से देखी है।चश्मदीदों ने बताया कि झूंसी में हुई भगदड़ में में कुल 10 लोगों कि मौत है। फिलहाल झूंसी के सेक्टर -21 की घटना पर प्रशासन चुप्पी साधे हुए है।
संगम नोज पर 30 श्रद्धालुओं की मौत
बात दें , कि मौनी आमवस्या के दिन हुए हादसे में कुल 30 लोगों की मौत हो गई है।वहीं 60 घायल होने कि खबर है प्राथमिक उपचार होने के बाद 24 घायलों को उनके परिजन घर लेकर चले गए, जबकि 36 का इलाज अस्पताल में चल रहा है। वहीं सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 25 -25 लाख रूपये का मुआवजा दिए जाने का एलान किया था। साथ ही हादसे कि जांच के आदेश दिए गए है।
हल्दीराम स्टोर के कर्मचारी बने देवदूत
परिस्थितियां नाजुक होने पर यहां एक स्टोर में घुसकर लोगों ने अपनी जान बचाने की कोशिश की।स्टोर में काम करने वाली एक युवती ने लोगों की काफी मदद की। भगदड़ मचने लगी तो धक्का मुक्की की वजह से कई लोगों की सांस फूलने लगी। इसके बाद एक स्टोर के कर्मचारी श्रधालुओं को गेट खोलकर पानी पिलाने लगे। काफी देर तक ऐसी ही स्थिति बनी रही और हालत बेकाबू होते रहे।