जापान की बुलेट ट्रेन में सवार हुए पीएम मोदी, अब भारत में बदलेगा ट्रेन सफर का अंदाज, जानिए E10 बुलेट ट्रेन की खासियत
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट भारत के रेलवे सिस्टम के लिए एक बड़ा कदम है. इससे ना सिर्फ सफर तेज़ और आसान होगा, बल्कि तकनीक के मामले में भारत एक नई ऊंचाई पर पहुंचेगा. अगर यह योजना सफल होती है, तो आने वाले सालों में भारत में एक नया ट्रांसपोर्टेशन रिवॉल्यूशन देखने को मिलेगा.
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Japan's E10 Shinkansen Bullet Trains: सोचिए अगर आपसे कोई कहे कि अब मुंबई से अहमदाबाद का 8 घंटे का सफर सिर्फ 2 घंटे में पूरा हो सकता है, तो क्या आप यकीन करेंगे? शायद पहले नहीं, लेकिन अब करना पड़ेगा .क्योंकि जापान की तेज़ रफ्तार बुलेट ट्रेन भारत में आने वाली है, और इसकी रफ्तार होगी 320 किमी प्रति घंटा. इसे 'रफ्तार का सौदागर' भी कहा जा रहा है क्योंकि यह ट्रेन इतनी तेज़ दौड़ती है कि मानो समय को पीछे छोड़ दे.
पीएम मोदी ने जापान में की बुलेट ट्रेन की सवारी
भारत में यह हाई-स्पीड ट्रेन लाने की योजना नई नहीं है, पर अब इसमें असली गति आई है. हाल ही में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के दौरे पर गए, तो उन्होंने खुद जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ बुलेट ट्रेन की सवारी की. यह यात्रा ना केवल प्रतीकात्मक थी, बल्कि यह दिखाती है कि अब भारत इस तकनीक को गंभीरता से अपना रहा है.
कैसे और कब तक शुरू होगी भारत में बुलेट ट्रेन?
भारत में मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की योजना पर पिछले कई सालों से काम हो रहा है. भारतीय रेलवे और जापान की अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (JICA) ने मिलकर इस पर गहराई से अध्ययन किया था. इसके बाद एक समझौता हुआ जिसमें जापान ने तय किया कि वो इस प्रोजेक्ट को 80% फंड देगा, वो भी कम ब्याज वाले सॉफ्ट लोन के ज़रिए. हालांकि बीच में कुछ देरी हुई, लेकिन अब निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है.उम्मीद की जा रही है कि इसका पहला हिस्सा गुजरात में 2027 तक तैयार हो जाएगा और पूरा प्रोजेक्ट 2028 तक शुरू हो जाएगा. मुंबई से अहमदाबाद की दूरी 508 किमी है, और ये ट्रेन इसे सिर्फ 2 घंटे 7 मिनट में पूरा कर लेगी.
भारत के लिए खास होगी यह बुलेट ट्रेन
भारत में जो बुलेट ट्रेन लाई जा रही है, वो जापान की E10 सीरिज की शिंकानसेन ट्रेन होगी. पहले योजना थी कि E5 ट्रेन ली जाए, लेकिन अब जापान ने भारत को अपनी नई और एडवांस टेक्नोलॉजी वाली E10 सीरिज ऑफर की है. इसका डिज़ाइन जापान के चेरी ब्लॉसम फूलों से प्रेरित है और इसमें कई खासियतें होंगी.
सबसे बड़ी बात यह है कि यह ट्रेन भूकंप-रोधी है, यानी भूकंप आने पर भी इसका सफर सुरक्षित रहेगा. भारत के लिए इनमें कुछ खास बदलाव भी किए जाएंगे, जैसे ज्यादा सामान रखने की जगह, व्हीलचेयर के लिए खास सीटें, आदि.
कितनी तेज़ दौड़ेगी ये ट्रेन?
E10 सीरिज की बुलेट ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 320 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. हालांकि इसकी डिजाइनिंग इस तरह की गई है कि अगर कभी ज़रूरत पड़ी तो यह ट्रेन 360 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से भी चल सकती है. यानी स्पीड के मामले में यह दुनिया की टॉप हाई-स्पीड ट्रेनों में शामिल है.
भविष्य में और भी शहरों के बीच चलेगी बुलेट ट्रेन?
मुंबई-अहमदाबाद के बाद भारत सरकार और जापान अन्य शहरों के लिए भी बुलेट ट्रेन चलाने की योजना बना रहे हैं. पहले से पांच हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर की पहचान की जा चुकी है. इनमें से एक पुणे से अहमदाबाद और दूसरा दिल्ली से अमृतसर (चंडीगढ़ के रास्ते) प्रस्तावित है. अगर ये प्रोजेक्ट सफल होते हैं, तो आने वाले समय में भारत में सफर का पूरा तरीका बदल सकता है जहां हवाई जहाज की जगह लोग तेज़ और आरामदायक बुलेट ट्रेन से सफर करना पसंद करेंगे.
बुलेट ट्रेन क्या होती है?
बुलेट ट्रेन असल में एक हाई-स्पीड ट्रेन होती है जो कम से कम 250 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलती है. इसकी सबसे खास बात ये होती है कि इसे चलाने के लिए अलग पटरियां (track) बिछाई जाती हैं, जिस पर कोई और ट्रेन नहीं चलती. दुनिया में कई देश जैसे जापान, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इटली आदि पहले से इस तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. अब भारत भी इस दौड़ में शामिल होने जा रहा है.
भारत के रेलवे का भविष्य
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट भारत के रेलवे सिस्टम के लिए एक बड़ा कदम है. इससे ना सिर्फ सफर तेज़ और आसान होगा, बल्कि तकनीक के मामले में भारत एक नई ऊंचाई पर पहुंचेगा. अगर यह योजना सफल होती है, तो आने वाले सालों में भारत में एक नया ट्रांसपोर्टेशन रिवॉल्यूशन देखने को मिलेगा.
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