दो बीवी, 20 गर्लफ्रेंड और 10 के साथ संबंध! नकली वर्दी पहन ‘नौशाद’ बन गया राहुल, इस तरह की महिलाओं को बनाता था अपना शिकार, ऐसे हुआ भंडाफोड़
आरोपी नौशाद त्यागी खुद को “राहुल त्यागी” नाम से पेश करता था और असली पुलिस की वर्दी पहनकर न केवल भोली-भाली महिलाओं को फंसाता था, बल्कि स्थानीय पुलिसकर्मियों के बीच भी घुल-मिल जाता था. कई बार वह असली पुलिसकर्मियों के साथ बैठकों और भोजन में भी शामिल होता था.
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उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है जो नकली कांस्टेबल बनकर वर्दी की आड़ में महिलाओं को अपने प्रेम जाल में फंसाता था. आरोपी नौशाद त्यागी, जो खुद को “राहुल त्यागी” नाम से पेश करता था, बीते तीन वर्षों से पूरे उत्तर भारत में यह फर्जीवाड़ा कर रहा था.
कैसे बना फर्जी कांस्टेबल?
पूछताछ में नौशाद त्यागी ने कबूला कि उसने एक असली कांस्टेबल दोस्त की वर्दी का गलत इस्तेमाल करना शुरू किया. वह मध्यप्रदेश चुनाव ड्यूटी पर गया था और उसकी वर्दी नौशाद के बैग में रह गई थी. इसी वर्दी को पहनकर नौशाद ने खुद को यूपी पुलिस का सिपाही बताकर महिलाओं को झांसे में लेना शुरू किया.
20 से ज़्यादा महिलाओं को बनाया निशाना
जांच के दौरान पता चला है कि आरोपी ने दिल्ली, गाजियाबाद, मथुरा, बुलंदशहर, संभल, मेघालय और असम तक के इलाकों में भ्रमण कर तकरीबन 20 महिलाओं को प्रेम जाल में फंसाया. इनमें से अधिकतर महिलाएं ऐसी थीं, जो या तो विधवा थीं या अकेले जीवन बिता रही थीं. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने कम से कम 10 महिलाओं का शारीरिक शोषण भी किया है.
ऐसे हुआ खुलासा
इस पूरे मामले का भंडाफोड़ तब हुआ जब नगर कोतवाली में एक महिला ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई. एसएसपी संजय कुमार वर्मा के निर्देशन में सीओ सिटी राजू कुमार साव की टीम ने गहन जांच की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
फर्जी पहचान और वर्दी से रचता था धोखा
आरोपी नौशाद त्यागी खुद को “राहुल त्यागी” नाम से पेश करता था और असली पुलिस वर्दी पहनकर न केवल भोली-भाली महिलाओं को फंसाता था, बल्कि स्थानीय पुलिसकर्मियों के बीच भी घुल-मिल जाता था. कई बार वह असली पुलिसकर्मियों के साथ बैठकों और भोजन में भी शामिल होता था.
गंभीर धाराओं में दर्ज हुआ केस
मुजफ्फरनगर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याया संहिता (BNS) की धाराओं: धारा 316 – धोखाधड़ी, धारा 318 – जालसाजी, धारा 319 – गलत पहचान, धारा 69 – महिला शोषण, के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है. एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने स्पष्ट किया कि आरोपी बेहद शातिर था और लंबे समय से महिलाओं को टारगेट बनाकर उनके साथ धोखाधड़ी कर रहा था. पुलिस ने आरोपी से वर्दी और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की है.
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यह घटना न केवल महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े गंभीर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि फर्जी वर्दी और पहचान के ज़रिए कैसे कोई समाज में भरोसे का गलत फायदा उठा सकता है. मुजफ्फरनगर पुलिस की त्वरित कार्रवाई से इस गंभीर अपराध का पर्दाफाश हुआ और आरोपी को कानून के शिकंजे में लाया गया.
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