जहां मोबाइल नेटवर्क फेल हो, वहां भी कॉलिंग में मदद करेगा यह कमाल का स्मार्टफोन फीचर
अगर आपके मोबाइल नेटवर्क में परेशानी है या सिग्नल फेल हो रहा है, तो स्मार्टफोन का यह खास फीचर आपकी कॉलिंग को निर्बाध रखेगा. यह फीचर नेटवर्क समस्याओं के बावजूद कॉल्स जारी रखने में मदद करता है और उपयोगकर्ताओं के लिए बड़ी राहत साबित होता है.
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आज के दौर में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं, लेकिन अक्सर दूरदराज के इलाकों, बेसमेंट, मेट्रो या प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मोबाइल नेटवर्क फेल हो जाता है. ऐसे में संपर्क टूटने की चिंता सताती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके स्मार्टफोन में एक ऐसा जादुई फीचर है जो Wi-Fi के जरिए कॉलिंग और मैसेजिंग जारी रख सकता है? जी हां, हम बात कर रहे हैं 'Wi-Fi Calling' की. यह फीचर Voice over Wi-Fi (VoWiFi) तकनीक पर आधारित है, जो सेल्युलर सिग्नल के बिना भी इंटरनेट कनेक्शन से कॉल्स और टेक्स्ट भेजने की सुविधा देता है. हाल के तूफानों जैसे फ्लोरिडा हरीकेन में इसी फीचर ने हजारों लोगों को आपातकालीन कॉल्स करने में मदद की. भारत में Jio, Airtel और Vi जैसे ऑपरेटर्स इसे सपोर्ट करते हैं.
Wi-Fi Calling क्या है और कैसे काम करता है?
Wi-Fi Calling एक बिल्ट-इन फीचर है जो अधिकांश आधुनिक स्मार्टफोन्स में उपलब्ध होता है. जब सेल्युलर नेटवर्क कमजोर या अनुपलब्ध हो, तो यह आपके फोन को Wi-Fi नेटवर्क से कनेक्ट करके कॉल्स, वीडियो कॉल्स और SMS रूट करता है. यह VoIP (Voice over Internet Protocol) तकनीक का इस्तेमाल करता है, जो आपके मौजूदा फोन नंबर और SIM के साथ काम करता है. उदाहरण के तस्वीर: अगर आप घर में हैं जहां Wi-Fi मजबूत है लेकिन टावर सिग्नल नहीं आ रहा, तो कॉल स्वतः Wi-Fi पर शिफ्ट हो जाती है. कॉल क्वालिटी HD होती है और डेटा चार्ज नहीं लगता, बस Wi-Fi कनेक्शन चाहिए. Verizon और AT&T जैसे कैरियर्स के अनुसार, यह इमरजेंसी कॉल्स के लिए भी सुरक्षित है, जहां लोकेशन ट्रैकिंग के लिए रजिस्टर्ड एड्रेस का इस्तेमाल होता है.
कब और क्यों इस्तेमाल करें Wi-Fi Calling?
यह फीचर उन स्थितियों में जान बचाने वाला साबित होता है जहां नेटवर्क फेल होता है. जैसे- बेसमेंट में काम करते समय, लिफ्ट में फंसने पर, ग्रामीण इलाकों में या नेटवर्क जाम के दौरान. CNET के अनुसार, SOS मोड में फंसने पर Wi-Fi कॉलिंग बैकअप के रूप में काम आती है. भारत में, जहां नेटवर्क कवरेज असमान है, यह फीचर रिमोट वर्कर्स और यात्रियों के लिए वरदान है. इसके अलावा, रोमिंग के दौरान डेटा कॉस्ट बचाता है. लेकिन ध्यान दें, Wi-Fi नेटवर्क पब्लिक हो तो एक्सेस फीस लग सकती है. बैटरी पर असर: कमजोर सिग्नल सर्च न करने से बचत होती है, लेकिन लगातार Wi-Fi से थोड़ा खर्च बढ़ सकता है.
कैसे एक्टिवेट करें Wi-Fi Calling
एक्टिवेशन आसान है, लेकिन पहले चेक करें कि आपका कैरियर (जैसे Airtel) इसे सपोर्ट करता है.
Android फोन पर :
- सेटिंग्स ऐप खोलें - कनेक्शन्स या नेटवर्क एंड इंटरनेट - मोबाइल नेटवर्क - Wi-Fi Calling.
- टॉगल ऑन करें. अगर विकल्प न दिखे, तो कैरियर ऐप से चेक करें या #932# डायल करें (T-Mobile जैसा).
- प्रेफरेंस चुनें: Wi-Fi प्रेफर्ड (Wi-Fi पहले इस्तेमाल) या मोबाइल प्रेफर्ड.
iPhone पर :
- सेटिंग्स > फोन > Wi-Fi Calling.
- टॉगल ऑन करें और इमरजेंसी एड्रेस एंटर करें.
- Samsung UK के अनुसार, Wi-Fi से कनेक्ट रहें और SIM एक्टिव हो. अगर नहीं काम करे, तो नेटवर्क सेटिंग्स रीसेट करें.
Wi-Fi Calling के फायदे और संभावित दिक्कतें
- फायदे : बेहतर कॉल क्वालिटी, कम कॉस्ट (डेटा फ्री), रोमिंग में सहूलियत और इमरजेंसी में रिलायबिलिटी. ZDNET के मुताबिक, यह प्राकृतिक आपदाओं में लाइफसेवर है.
- दिक्कतें : अगर Wi-Fi कमजोर हो तो कॉल ड्रॉप, इंटरनेशनल कॉल्स पर चार्ज लग सकता है, और कुछ पुराने फोन्स सपोर्ट नहीं करते.
ट्रबलशूटिंग
एयरप्लेन मोड ऑन-ऑफ करें, SIM निकालकर लगाएं या कैरियर से संपर्क करें. एयरप्लेन मोड से Wi-Fi को 'स्टिक' करने में मदद मिलती है.
आज ही चेक करें अपना फोनWi-Fi Calling जैसे फीचर्स स्मार्टफोन्स को और स्मार्ट बनाते हैं. अगर आपका नेटवर्क अक्सर फेल होता है, तो इसे तुरंत एक्टिवेट करें. EE और Guiding Tech के अनुसार, मजबूत Wi-Fi पर यह 100% रिलायबल है. अगली बार नेटवर्क डाउन होने पर घबराएं नहीं, Wi-Fi से कनेक्ट हो जाएं!
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