सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर PM मोदी का कांग्रेस पर वार, कहा- पटेल चाहते थे अखंड कश्मीर, लेकिन नेहरू ने बांट दिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर गुजरात के एकता नगर में 'राष्ट्रीय एकता दिवस' समारोह में श्रद्धांजलि दी. उन्होंने परेड में शामिल होकर देश की एकता और अखंडता की रक्षा की शपथ ली. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि यह सरदार पटेल का भारत है, जो सुरक्षा और सम्मान से कभी समझौता नहीं करेगा.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात के सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के मौके केवडिया में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचकर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की. गुजरात के एकता नगर में इस अवसर पर आयोजित परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रम 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के संकल्प को समर्पित रहा. इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा देश के लिए 31 अक्टूबर का महत्व 15 अगस्त और 26 जनवरी की तरह है. इस दौरान पीएम मोदी ने सरदार पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में स्मृति सिक्का और विशेष डाक टिकट भी जारी किया.
एकता नगर में हुआ भव्य परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रम
इस मौके पर एकता नगर में एक भव्य परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें भारत की विविधता में एकता को दर्शाया गया. सरदार पटेल के सम्मान में 'राष्ट्रीय एकता दिवस' 2014 के बाद से हर साल 31 अक्टूबर को मनाया जाता है, जो राष्ट्रीय अखंडता, एकता और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है. इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने देश की एकता और अखंडता की रक्षा करने की शपथ ली. उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं अपने देश की एकता और अखंडता की रक्षा करने की शपथ लेता हूँ और इसके लिए स्वयं को समर्पित करता हूँ.' प्रधानमंत्री मोदी ने सुबह लगभग 8 बजे प्रतिमा पर प्रार्थना की और पुष्पांजलि अर्पित की. वे 'राष्ट्रीय एकता दिवस' परेड में शामिल हुए, जिसमें बीएसएफ, सीआरपीएफ और राज्य पुलिस बलों समेत अलग-अलग टुकड़ियों ने अपने शौर्य का प्रदर्शन किया.
सरदार पटेल की महानता पर प्रधानमंत्री का भाषण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के मौके पर गुजरात के एकता नगर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह लौहपुरुष सरदार पटेल का भारत है, जो सुरक्षा और सम्मान से कभी समझौता नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि यह गर्व और प्रेरणा का पल है। हमने संकल्प लिया है कि हम ऐसे कार्यों को बढ़ावा देंगे, जो देश की एकता को मजबूती दें.
एकता दिवस का महत्व और 'रन फॉर यूनिटी'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती के ऐतिहासिक अवसर पर एकता नगर में आयोजित भव्य कार्यक्रम के दौरान हम सभी एक महान क्षण के साक्षी बन रहे हैं. देशभर में हो रही 'रन फॉर यूनिटी' में कोटि-कोटि भारतीयों का उत्साह है. हम नए भारत की संकल्प शक्ति को महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज सरदार पटेल की जयंती स्वाभाविक रूप से राष्ट्रीय एकता का महापर्व बन गया है. जिस तरह हम 140 करोड़ देशवासी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं, वैसे ही एकता दिवस का महत्व हमारे लिए प्रेरणा और गर्व का पल है.
सरदार पटेल 562 रियासतों को साथ जोड़ा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरदार पटेल मानते थे कि इतिहास लिखने में समय नहीं गंवाना चाहिए. हमें इतिहास बनाने के लिए मेहनत करनी चाहिए. उनकी यह भावना उनकी जीवनगाथा में दिखाई देती है. सरदार साहब ने जो नीतियाँ बनाई और जो निर्णय लिए, उन्होंने नया इतिहास रचा. आजादी के बाद 562 रियासतों को साथ जोड़ने के असंभव कार्य को सरदार साहब ने संभव करके दिखाया. एक भारत–श्रेष्ठ भारत का विचार उनके लिए सर्वोपरि था.
Rashtriya Ekta Diwas reminds us of Sardar Patel's unmatched dedication to national unity and integration. May the spirit of oneness continue to guide our nation. https://t.co/S7Ad8zCz0B
— Narendra Modi (@narendramodi) October 31, 2025
देश की एकता को लेकर नागरिकों से आग्रह
पीएम मोदी ने देशवासियों से आग्रह किया कि हर ऐसी बात जो देश की एकता को कमजोर करती है, हर देशवासी को उससे दूर रहना चाहिए. उन्होंने कहा, 'यह राष्ट्रीय कर्तव्य है; यह सरदार साहब को सच्ची श्रद्धांजलि है. यही आज देश की जरूरत है. यही आज एकता दिवस का हर भारतीय के लिए संदेश भी है, संकल्प भी है.'
PM मोदी कश्मीर, नीतियों पर आलोचना और सुरक्षा पर जोर
कश्मीर का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'सरदार साहब ने देश की संप्रभुता को सबसे ऊपर रखा, लेकिन दुर्भाग्य से सरदार साहब के निधन के बाद के वर्षों में देश की संप्रभुता को लेकर तब की सरकारों में उतनी गंभीरता नहीं रही. एक ओर कश्मीर में हुई गलतियाँ, दूसरी ओर पूर्वोत्तर में पैदा हुई समस्याएँ और देश में जगह-जगह पनपा नक्सलवाद–माओवादी आतंक ये देश की संप्रभुता के लिए सीधी चुनौतियाँ थीं, लेकिन उस समय की सरकारों ने सरदार साहब की नीतियों पर चलने की बजाय रीढ़विहीन रवैये को चुना. इसका परिणाम देश ने हिंसा और रक्तपात के रूप में झेला.' उन्होंने कहा कि सरदार साहब चाहते थे कि जैसे उन्होंने बाकी रियासतों का विलय किया, वैसे ही कश्मीर का भी विलय हो, लेकिन नेहरू जी ने उनकी वह इच्छा पूरी नहीं होने दी. कश्मीर को अलग संविधान और अलग निशान से बांट दिया गया. कश्मीर पर कांग्रेस ने जो गलती की थी, उसकी आग में देश दशकों तक जलता रहा.
PM मोदी ने कांग्रेस पर कसा तंज
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प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस की लचर नीतियों के कारण कश्मीर का एक हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में चला गया. पाकिस्तान ने आतंकवाद को हवा दी. राज्य-प्रायोजित आतंकवाद ने कश्मीर और देश को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी, लेकिन फिर भी कांग्रेस हमेशा आतंकवाद के आगे नतमस्तक रही. पीएम मोदी ने कहा कि अब देश ने पहली बार इस बड़े खतरे के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने की ठानी है. लाल किले से मैंने 'डेमोग्राफी मिशन' का ऐलान किया. उन्होंने यह भी कहा कि यह लौहपुरुष सरदार पटेल का भारत है. यह अपनी सुरक्षा और सम्मान से कभी समझौता नहीं करेगा. राष्ट्रीय एकता दिवस पर संकल्प यह भी है कि हम भारत में रह रहे हर घुसपैठिये को निकालकर ही रहेंगे.
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