जमीन, मिसाइल, बम, बंदूक... एक झटके में तालिबान ने पाकिस्तान के '65' जवानों को मार गिराया, जो हाथ आया उससे मारा
पाकिस्तान पर अफगानी सैनिक कहर बनकर टूटे हैं. उन्हें महज लड़ाका समझकर उनके देश पर हमला करने की भारी भूल करने वाली पाक आर्मी को अंजाम भुगतना पड़ रहा है. तालिबान के सैनिकों ने पाकिस्तान के करीब 65 सैनिकों को ठोक दिया है. हमला इतना भीषण है कि मुनीर की सेना की जुबान तक नहीं खुल रही है. यहां तक कि शहबाज शरीफ भी सहमे नजर आ रहे है.
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पाकिस्तान ने अफ़ग़ानिस्तान पर कथित एयरस्टाइक या हमला करके भारी भूल कर दी है. उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. अफगानिस्तान ने जवाबी पलटवार करते हुए उसके कम से कम 58 सैनिकों को मार गिराया है. अफगान की तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने ये दावा अपनी एक पीसी के माध्यम से किया है. उन्होंने तो 25 पाकिस्तानी सैनिक चौके पर भी कब्जे की बात कही है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक और समाचार लिखे जाने तक ये मौत का आंकड़ा करीब 65 के पार चला गया है.
पाकिस्तान के अंदर घुसकर तालिबान ने ठोका
आपको बताएं कि ये जंग करीब 3 दिनों से भी ज्यादा से जारी है. तनाव उस वक्त शुरू हुआ जब पाकिस्तान ने TTP के खिलाफ कार्रवाई का हवाला देते हुए अफगानिस्तान के अंदर हमले और टीटीपी के प्रमुख नूर वली महसूद को मार गिराने का दावा किया. जिसके बाद अफगानिस्तान ने डूरंड लाइन के अंदर दाखिल होकर, करीब 2600 किलोमीटर अंदर हमला किया और पाक आर्मी को भीषण चोट पहुंचाई.
पाकिस्तान के 58 सैनिक मारे गए!
आपको बताएं कि अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने मीडिया टॉक में दावा किया कि अफगान बलों ने पाकिस्तान के करीब 25 मिलिट्री पोस्ट्स पर अपना कब्जा स्थापित कर लिया है. वहीं इन झड़पों में 58 पाक सैनिक मारे गए हैं जबकि 30 घायल हुए हैं.
शहबाज शरीफ ने दी गीदड़भभकी!
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अफगानिस्तान की तरफ से हुए जवाबी हमले की निंदा की और कड़े और प्रभावी तरीके से जवाब देने की चेतावनी दी. इतना ही नहीं उन्होंने वही अपना पुराना राग अलापा कि के तालिबान सरकार अपनी भूमि को आतंकी तत्वों द्वारा पाकिस्तान पर हमले के लिए इस्तेमाल होने दे रही है.
आसिम मुनीर के कठपुतली शहबाज शरीफ ने अपने दिए बयान में कहा, “पाकिस्तान की रक्षा पर कोई समझौता नहीं होगा. हर उकसावे का जवाब मजबूती और प्रभावशीलता से दिया जाएगा."
तालिबान ने कहा ये बदला है!
वहीं तालिबान सरकार ने कहा कि उनकी ये कार्रवाई पाकिस्तान के अफगानी जमीनी और हवाई सीमा के बार-बार उल्लंघन का जवाब है. हालांकि दोनों पक्षों की तरफ से मौत और नुकसान को लेकर किए जा रहे दावों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है.
DG ISPR ने साध ली चुप्पी
वहीं पाकिस्तान की तरफ से अब तक इन झड़पों और अपने सैनिकों की मौत पर कोई औपचारिक बयान नहीं आया है. इससे पहले एयरस्ट्राइक के बाद DG ISPR अहमद शरीफ चौधरी ने एक पीसी की थी. हां प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि सीमा पर सुरक्षा बलों को हाई एलर्ट पर रहने को कहा गया है.
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आपको बता दें कि ये संघर्ष ऐसे समय हुआ है जब अफगान के विदेश मंत्री अपने पहले 7 दिवसीय भारत दौरे पर आए हुए हैं. वहीं अधिकारियों ने हाल ही में पाकिस्तान पर काबुल और देश के पूर्वी हिस्से के एक बाजार पर बमबारी करने का आरोप लगाया था. हालांकि पाकिस्तान ने उन घटनाओं में किसी भी भूमिका से इनकार किया था.
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