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हुमायूं कबीर बनाएंगे नई पार्टी, 90+ सीटें जीतने का दावा, टीएमसी-बीजेपी दोनों के खिलाफ चुनाव

सोमवार को हुमायूं कबीर नई पार्टी के पदाधिकारियों के नामों के साथ-साथ कुछ जिला अध्यक्षों के नामों की भी घोषणा करेंगे. कबीर ने कहा है कि वह अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों में 100 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं.

पश्चिम बंगाल के अल्पसंख्यक बहुल मुर्शिदाबाद जिले की भरतपुर विधानसभा सीट से निलंबित तृणमूल कांग्रेस विधायक हुमायूं कबीर सोमवार को अपनी नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा करेंगे.

यह घोषणा मिर्जापुर से की जाएगी, जो बेलडांगा के काफी करीब है, जहां हुमायूं कबीर द्वारा प्रस्तावित बाबरी मस्जिद बनाई जानी है.

90 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा

सोमवार को हुमायूं कबीर नई पार्टी के पदाधिकारियों के नामों के साथ-साथ कुछ जिला अध्यक्षों के नामों की भी घोषणा करेंगे. कबीर ने कहा है कि वह अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों में 100 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं.

उन्होंने यह भी दावा किया है कि उन्हें विश्वास है कि उनकी नई राजनीतिक पार्टी के उम्मीदवार विधानसभा चुनावों में काफी संख्या में सीटें जीतेंगे और इस तरह चुनावों के बाद नई राज्य कैबिनेट के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.

टीएमसी और बीजेपी- दोनों के खिलाफ चुनाव

उन्होंने सभी तृणमूल कांग्रेस विरोधी और भारतीय जनता पार्टी विरोधी राजनीतिक ताकतों से उनके साथ एकजुट होने और पश्चिम बंगाल में मौजूदा तृणमूल कांग्रेस सरकार को हटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आह्वान किया था, लेकिन भाजपा को सत्ता हथियाने का कोई मौका दिए बिना.

हुमायूं कबीर ने कहा, "मेरा काम अल्पसंख्यक मतदाताओं को एकजुट करना है. हमारा लक्ष्य कम से कम 90 सीटों पर जीत हासिल करना है ताकि मेरी पार्टी अगले साल विधानसभा चुनावों के बाद नई सरकार बनाने में भूमिका निभा सके. अन्यथा, मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में बाबरी मस्जिद बनाने का मेरा सपना अधूरा रह सकता है."

ममता बनर्जी और सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ उम्मीदवार

उन्होंने यह भी कहा है कि उनकी पार्टी दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ और पूर्वी मिदनापुर जिले के नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ उम्मीदवार उतारेगी.

पार्टी नाम और चुनाव चिह्न को लेकर संकेत

हालांकि कबीर ने खुद अपनी नई राजनीतिक पार्टी के नाम के बारे में कोई घोषणा नहीं की है, लेकिन उनके करीबी एक व्यक्ति ने कहा कि दो नामों में से एक चुना जाएगा, जिनमें इंडियन कंजर्वेटिव पार्टी और जनता उन्नयन पार्टी है.

हुमायूं कबीर ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते कहा, "अभी के लिए, मैं भाजपा और टीएमसी दोनों के खिलाफ चुनाव लड़ूंगा. बंगाल की बाकी सभी पार्टियां, जिनमें कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी और आईएसएफ शामिल हैं. अगर वे मेरे साथ गठबंधन करना चाहती हैं और भाजपा और टीएमसी के खिलाफ लड़ना चाहती हैं."

हालांकि, निलंबित तृणमूल कांग्रेस विधायक ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी के लोगो के लिए अपनी पहली दो पसंद साफ तौर पर बताई थीं. उनके मुताबिक, लोगो के तौर पर उनकी पहली पसंद "टेबल" होगी, जबकि दूसरी पसंद "जुड़वां गुलाब" होगी. उन्होंने कहा, "अगर मुझे दोनों में से कोई नहीं मिलता है, तो मैं तीसरे ऑप्शन के बारे में सोचूंगा."

पार्टी के लोगो के लिए दो ऑप्शन रखे हैं. हुमायूं के मुताबिक, लोगो के तौर पर उनकी पहली पसंद टेबल और दूसरी पसंद 'दो गुलाब' है. उन्होंने कहा, "अगर मुझे इन दोनों में से कोई नहीं मिलता है, तो मैं तीसरे ऑप्शन के बारे में सोचूंगा."

बाबरी मस्जिद के प्रस्ताव को लेकर बयान

तृणमूल कांग्रेस लीडरशिप से कई बार फटकार लगने के बाद, इस महीने की शुरुआत में उन्हें तृणमूल कांग्रेस पार्टी से ऑफिशियली सस्पेंड कर दिया गया था, यह घटना 6 दिसंबर को बेलडांगा में प्रस्तावित बाबरी मस्जिद के शिलान्यास समारोह से कुछ दिन पहले हुई थी. प्रस्तावित मस्जिद अयोध्या में उस विवादित ढांचे की तरह ही बनाई जाएगी, जिसे 5 दिसंबर 1992 को गिरा दिया गया था.

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