भारत में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले... एक्टिव केस 2700 पार, 7 की मौत, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से देश में चिंता बढ़ा दी है. कोविड के एक्टिव केस जहां हर दिन तेजी से बढ़ रहे हैं वहीं देशभर में इससे अबतक 7 मौतें हो चुकी हैं.

एक बार फिर कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने देश में चिंता बढ़ा दी है. कोविड के एक्टिव केस जहां हर दिन तेजी से बढ़ रहे हैं, वहीं देशभर में इससे अबतक 7 मौतें हो चुकी हैं.
देश में कोविड 2700 पार, 7 मौत
देश में कोरोना वायरस एक बार फिर चिंता बढ़ा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के एक्टिव केसों की संख्या 2,710 तक पहुंच गई है, जिसमें केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं. केरल में 1,147 केस रिपोर्ट किए गए. उसके बाद महाराष्ट्र में 424 केस दर्ज किए गए.
30 मई तक की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में 294 और गुजरात में 223 मरीज मिल चुके हैं. कर्नाटक और तमिलनाडु में 148 केस दर्ज किए गए हैं. जबकि पश्चिम बंगाल में 116 मामले दर्ज किए गए हैं. पिछले 24 घंटे में 7 मौतें भी दर्ज की गई हैं. इस साल के पहले पांच महीनों में मरने वालों की संख्या 22 हो गई है. पिछले 24 घंटे में महाराष्ट्र में दो मौतें हुई हैं. जबकि दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, पंजाब और तमिलनाडु में एक-एक मौत दर्ज की गई है.
दिल्ली में तेजी से बढ़े केस, 1 की मौत
राजधानी दिल्ली में 60 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत हुई है. राष्ट्रीय राजधानी में 24 घंटे में 77 मरीज मिले हैं. उसके बाद केरल में 24 घंटे में 72 और महाराष्ट्र में 34 मरीज पाए गए.
25 मई तक कोविड केसों में पांच गुना उछाल देखने को मिला था और आंकड़ा 1,000 पार कर गया था. केरल में सबसे ज्यादा कोरोना टेस्ट किए गए हैं. संभवत: इससे वहां मरीज भी सबसे ज्यादा ट्रेस हुए हैं. मिजोरम में भी कोरोना के दो केस सामने आए हैं.
कोविड के बढ़ते मामलों के पीछे ये दो वैरिएंट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन दोनों वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 को “Variants Under Monitoring” यानी निगरानी वाले वेरिएंट्स की श्रेणी में रखा है. हालांकि इन्हें फिलहाल न तो “Variants of Concern” (VOC) और न ही “Variants of Interest” (VOI) के रूप में बांटा गया है. लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन और एशिया के अन्य देशों में कोविड मामलों में बढ़ोतरी के पीछे यही वेरिएंट्स जिम्मेदार हो सकते हैं.