लखनऊ में 'चरण सुहावे गुरु चरण यात्रा' का भव्य स्वागत, CM योगी बोले- गुरु परंपरा ने भारत को दिया सेवा और बलिदान का आदर्श
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख गुरुओं का भारत की सनातन परंपरा में योगदान अविस्मरणीय है. गुरु नानक देव से लेकर गुरु गोविंद सिंह और उनके चार साहिबजादों ने जिस प्रकार धर्म, देश और मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया, वह भारत के इतिहास को नई प्रेरणा देता है.
Follow Us:
सिख समुदाय की आस्था का प्रतीक 'चरण सुहावे गुरु चरण यात्रा' के पवित्र जोड़ा साहिब का लखनऊ में भव्य स्वागत हुआ. यह यात्रा सिख समुदाय के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी और माता साहिब कौर के पवित्र जोड़ा साहिब से जुड़ी है, जो सिख आस्था का अत्यंत पवित्र प्रतीक मानी जाती है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु परंपरा ने भारत को केवल आस्था नहीं, बल्कि राष्ट्र की रक्षा, सेवा और बलिदान का आदर्श भी दिया है.
यहियागंज गुरुद्वारे में आयोजित समारोह में CM योगी ने सुनी गुरुवाणी
श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी महाराज और माता साहिब कौर जी के पवित्र 'जोड़े साहिब' की चरण सुहावे गुरु चरन यात्रा के स्वागत हेतु लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में...@HardeepSPuri https://t.co/8ZDBRSqLdI
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 28, 2025
उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस विरासत को अक्षुण्ण रखें और आने वाली पीढ़ियों तक इसकी प्रेरणा पहुंचाएं. कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे. लखनऊ के यहियागंज गुरुद्वारे में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवाणी सुनी और यात्रा सदस्यों को पटुका पहनाकर सम्मानित किया. गुरुद्वारा कमेटी ने सीएम योगी को अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्या बोले CM योगी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी परंपरा में यह कहा गया है, ‘जिथे जाए बहे मेरा सतगुरु, सो थान सुहावा राम राजे.’ अर्थात जहां भी गुरु महाराज के पावन चरण पड़ते हैं, वह स्थान रामराज्य की तरह पवित्र और पुण्यभूमि बन जाता है.
उन्होंने कहा कि यह यात्रा हमें उस गौरवशाली गुरु परंपरा से जोड़ती है, जिसने भारत की संस्कृति, साहस और बलिदान की भावना को नई दिशा दी. सीएम योगी ने केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह यात्रा गुरु तेग बहादुर जी महाराज के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर शुरू हुई है. यह केवल श्रद्धा की यात्रा नहीं, बल्कि त्याग, बलिदान और राष्ट्र समर्पण की प्रेरणा देने वाली यात्रा है.
सिख गुरुओं का भारत की सनातन परंपरा में योगदान
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख गुरुओं का भारत की सनातन परंपरा में योगदान अविस्मरणीय है. गुरु नानक देव से लेकर गुरु गोविंद सिंह और उनके चार साहिबजादों ने जिस प्रकार धर्म, देश और मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया, वह भारत के इतिहास को नई प्रेरणा देता है.
सीएम योगी ने कहा कि लगभग ढाई सौ वर्षों से गुरु महाराज के पावन चरण पादुकाएं, जो पहले अखंड भारत के हिस्से पाकिस्तान में थीं, अब पटना साहिब में स्थापित की जा रही हैं. दिल्ली से शुरू हुई यह यात्रा पूरे देश में गुरु परंपरा के प्रति सम्मान और गौरव का भाव जगाती जा रही है.
वाहे गुरु जी दा खालसा
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 28, 2025
वाहे गुरु जी दी फतेह
त्याग और बलिदान पर लिखी हुई कोई भी इतिहास की कथा न केवल वर्तमान के लिए, बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए भी एक नई प्रेरणा होती है। आज यह प्रेरणा हम सभी को चरण सुहावे गुरु चरन यात्रा के माध्यम से प्राप्त हो रही है।
खालसा पंथ के संस्थापक श्री… pic.twitter.com/8WGNI3xcV9
क्या है यहियागंज गुरुद्वारा की विशेषता
उन्होंने कहा कि लखनऊ का यहियागंज गुरुद्वारा इसलिए भी विशेष है क्योंकि गुरु तेग बहादुर और गुरु गोविंद सिंह की स्मृतियां इस स्थान से जुड़ी हैं. यह गुरुद्वारा हमारी साझा आस्था और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है.
सीएम योगी ने सिख समुदाय के प्रति आदर व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु परंपरा ने भारत को केवल आस्था नहीं, बल्कि राष्ट्र की रक्षा, सेवा और बलिदान का आदर्श भी दिया है.
सीएम योगी की श्रद्धालुओं से खास अपील
उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस विरासत को अक्षुण्ण रखें और आने वाली पीढ़ियों तक इसकी प्रेरणा पहुंचाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख समाज की यह यात्रा केवल अतीत की स्मृति नहीं, बल्कि वर्तमान और भविष्य के लिए मार्गदर्शन है.
यह भी पढ़ें
उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे इस 'गुरु चरण यात्रा' को राष्ट्रीय एकता और आध्यात्मिक जागरण के संदेश के रूप में आगे बढ़ाएं.
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें