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रेलवे का बड़ा एक्शन... 2.5 करोड़ IRCTC यूजर ID डीएक्टिवेट, तुरंत चेक करें कहीं आपका अकाउंट तो नहीं हुआ बंद

IRCTC द्वारा फर्जी और संदिग्ध ID हटाना, आधार वेरिफिकेशन को अनिवार्य बनाना और एजेंटों पर समय-सीमा लगाना जैसे कदम, रेलवे टिकट बुकिंग को और पारदर्शी और आम जनता के लिए सरल बनाएंगे. इससे उन लोगों को फायदा मिलेगा जो सही तरीके से टिकट बुक करना चाहते हैं, और एजेंटों की मनमानी पर भी लगाम लगेगी.

Image Credit: Pexels

Indian Railway: भारतीय रेलवे ने ऑनलाइन टिकट बुकिंग से जुड़ी धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े को रोकने के लिए सख्त कदम उठाया है. IRCTC ने 2.5 करोड़ से ज्यादा यूजर ID को बंद कर दिया है, जो या तो फर्जी थीं या फिर संदिग्ध गतिविधियों में इस्तेमाल हो रही थीं. यह कदम तब उठाया गया जब देखा गया कि कुछ एजेंट बॉट्स (स्वचालित सॉफ्टवेयर) की मदद से तत्काल टिकट कुछ ही मिनटों में बुक कर लेते थे, जिससे आम यात्री को टिकट नहीं मिल पाता था. संसद में सांसद ए.डी. सिंह के सवाल के जवाब में सरकार ने यह जानकारी साझा की.

तत्काल टिकट में आम लोगों को हो रही थी परेशानी

अक्सर देखा जा रहा था कि जैसे ही तत्काल टिकट की बुकिंग शुरू होती थी, चंद मिनटों में सारे टिकट खत्म हो जाते थे. इसकी वजह थी कुछ एजेंट और स्कैल्पर्स, जो बॉट्स की मदद से तेजी से टिकट बुक कर लेते थे. इससे आम यात्रियों को समय पर टिकट नहीं मिल पा रहे थे और उन्हें ब्लैक में या ज्यादा दामों पर टिकट खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ता था. IRCTC की इस कार्रवाई से अब आम लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है.

सरकार ने संसद में दी जानकारी, डिजिटल बुकिंग पर दिया जा रहा है जोर

सरकार ने बताया कि रेलवे ने ऑनलाइन बुकिंग सिस्टम को पारदर्शी बनाने और डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए कई अहम बदलाव किए हैं.  अब रिजर्वेशन टिकट ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर ही मिलेंगे, चाहे बुकिंग ऑनलाइन हो या फिर PRS काउंटर से.आज के समय में करीब 89% टिकट ऑनलाइन माध्यम से बुक किए जा रहे हैं, जो यह दिखाता है कि डिजिटल बुकिंग को काफी बढ़ावा मिला है. इसके साथ ही रेलवे ने PRS काउंटरों पर भी डिजिटल पेमेंट की सुविधा शुरू कर दी है, जिससे कैशलेस ट्रांजैक्शन आसान हो गया है.

1 जुलाई 2025 से आधार से वेरिफाइड यूजर्स ही कर सकेंगे तत्काल टिकट बुकिंग

रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग में भी बड़ा बदलाव किया है.1 जुलाई 2025 से केवल वही यात्री तत्काल टिकट बुक कर सकेंगे जिनकी IRCTC ID आधार से लिंक और वेरिफाइड होगी. इससे बॉट्स और फर्जी अकाउंट से टिकट बुकिंग पर रोक लगेगी.इसके अलावा एजेंटों को भी बुकिंग में रोक लगाई गई है. अब वे तत्काल विंडो खुलने के पहले 30 मिनट तक कोई टिकट बुक नहीं कर सकेंगे, ताकि आम यात्रियों को पहले मौका मिल सके.

बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए चल रही हैं स्पेशल ट्रेनें

रेलवे ने यह भी बताया कि किसी भी रूट पर अगर वेटिंग लिस्ट बहुत ज्यादा हो जाती है तो वहां स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती हैं, ताकि यात्रियों को यात्रा के लिए सीट मिल सके. वेटिंग लिस्ट की नियमित निगरानी की जाती है और उसी के आधार पर स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाती है.

इमरजेंसी कोटा में भी हुआ अहम बदलाव

सरकार ने इमरजेंसी कोटे को लेकर भी एक जरूरी बदलाव किया है. अब यात्रा से एक दिन पहले ही इमरजेंसी कोटे के लिए आवेदन किया जा सकेगा, जबकि पहले ये सुविधा सिर्फ यात्रा वाले दिन ही मिलती थी. इस कोटे का इस्तेमाल सांसदों, वरिष्ठ अधिकारियों, मेडिकल इमरजेंसी और वरिष्ठ नागरिकों के लिए होता है। यह बदलाव उन्हें पहले से टिकट प्लान करने की सहूलियत देगा.

IRCTC द्वारा फर्जी और संदिग्ध ID हटाना, आधार वेरिफिकेशन को अनिवार्य बनाना और एजेंटों पर समय-सीमा लगाना जैसे कदम, रेलवे टिकट बुकिंग को और पारदर्शी और आम जनता के लिए सरल बनाएंगे. इससे उन लोगों को फायदा मिलेगा जो सही तरीके से टिकट बुक करना चाहते हैं, और एजेंटों की मनमानी पर भी लगाम लगेगी.

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