कूल दिखने के चक्कर में न बनवाएं टैटू...शरीर के इन 5 हिस्सों पर टैटू बनवाना सेहत के लिए हानिकारक
टैटू बनवाना एक व्यक्तिगत पसंद है, लेकिन इससे पहले शरीर के उन हिस्सों के बारे में जानना ज़रूरी है जहाँ टैटू बनवाना आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है. बताए गए हिस्सों में दर्द, इन्फेक्शन, इंक का फैलना और जल्दी फीका पड़ना जैसी समस्याएं आम हैं. हमेशा एक अनुभवी और स्वच्छ टैटू कलाकार से ही टैटू बनवाएं और टैटू बनवाने से पहले इन बातों पर ज़रूर विचार करें, ताकि आपकी सेहत और टैटू दोनों सुरक्षित रहें.

टैटू बनवाना आजकल एक ट्रेंड बन गया है. युवा अपनी पसंद और पहचान दिखाने के लिए शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर टैटू बनवाते हैं. यह फैशन स्टेटमेंट जितना कूल दिखता है, उतना ही ज़रूरी है कि आप टैटू बनवाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें. शरीर के कुछ ऐसे हिस्से भी हैं जहाँ टैटू बनवाने से आपको बाद में कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं. यह सिर्फ दर्द या खुजली की बात नहीं, बल्कि सेहत से जुड़ी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं. इन हिस्सों में त्वचा की संवेदनशीलता और नसों की उपस्थिति की वजह से, अगर आप यहां टैटू बनवाते हैं तो शरीर में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. तो आइए जानते हैं शरीर के ऐसे हिस्से जहाँ टैटू बनवाने से बचना चाहिए.
किन हिस्सों पर भूलकर भी न बनवाएं टैटू?
पसलियां
पसलियां शरीर का एक ऐसा हिस्सा है जहाँ टैटू बनवाना बहुत दर्दनाक हो सकता है. पसलियों के ऊपर त्वचा बहुत पतली होती है और हड्डी के बहुत करीब होती है, जिससे टैटू बनाते समय तेज़ दर्द महसूस होता है. हर साँस के साथ होने वाली हलचल से दर्द और बढ़ सकता है. यह क्षेत्र बहुत संवेदनशील होता है, जिससे टैटू बनवाने के बाद लंबे समय तक असुविधा महसूस हो सकती है. इस हिस्से पर टैटू को ठीक होने में थोड़ा ज़्यादा समय लग सकता है क्योंकि यह लगातार साँस लेने के साथ हिलता रहता है.
चेहरा और गर्दन
चेहरे और गर्दन पर टैटू बनवाने से पहले दो बार सोच लें! चेहरे की त्वचा बहुत पतली और नाज़ुक होती है, जिसमें ढेर सारी नसें और रक्त वाहिकाएं होती हैं. इसीलिए यहाँ टैटू बनवाने पर बहुत ज़्यादा खून निकल सकता है और तेज़ दर्द भी हो सकता है. गर्दन में थायरॉइड ग्रंथि जैसी कई ज़रूरी चीज़ें होती हैं. इसलिए, यहाँ टैटू बनवाने से कोई भी दिक्कत हो जाए तो वो गंभीर हो सकती है.
उंगलियां और हथेली
उंगलियां और हथेली पर टैटू बनवाना कई कारणों से अच्छा विकल्प नहीं है. हाथों का उपयोग हम दिन भर करते हैं, जिससे टैटू लगातार घर्षण और पानी के संपर्क में आता है. इस कारण टैटू की इंक जल्दी फीकी पड़ जाती है या फैल जाती है. उंगलियों और हथेली की त्वचा लगातार बदलती रहती है और छिलती रहती है, जिससे टैटू का डिज़ाइन बहुत कम समय में खराब हो जाता है या पूरी तरह से मिट जाता है. उंगलियों में हड्डियां और नसें त्वचा के बहुत करीब होती हैं, जिससे टैटू बनवाने में काफी दर्द हो सकता है. ठीक इसी तरह पैरों के ऊपरी हिस्से में टैटू बनवाना भी काफी दर्दनाक अनुभव हो सकता है.
कोहनी और घुटने
कोहनी या घुटने जैसे जोड़ों पर टैटू बनवाना एक बुरा idea है. ऐसा इसलिए क्योंकि कोहनी और घुटने की त्वचा लगातार मुड़ती और सीधी होती रहती है. इस हिस्से पर टैटू बनवाने से कई दिक्कतें आ सकती हैं. इन हिस्सों पर टैटू बनवाने से इंक के फैलने का खतरा ज़्यादा होता है. इन हिस्सों में हड्डी और नसें त्वचा के बहुत करीब होती हैं, जिससे टैटू बनवाने में बहुत ज़्यादा दर्द हो सकता है. लगातार हिलने डुलने से टैटू को ठीक होने में ज़्यादा समय लग सकता है और इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ सकता है.
जननांगों के पास
जननांगों और उनके आस-पास के हिस्सों पर टैटू बनवाना बहुत खतरनाक हो सकता है. यह जगह बहुत ही नाज़ुक होती है, इसलिए यहाँ इन्फेक्शन (संक्रमण) होने का खतरा बहुत ज़्यादा रहता है. इस हिस्से की त्वचा पतली होती है और इसमें बहुत सारी नसें होती हैं, जिससे टैटू बनवाते समय असहनीय दर्द हो सकता है. इसके अलावा, यहाँ कोई भी इन्फेक्शन होने पर गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
टैटू बनवाना एक व्यक्तिगत पसंद है, लेकिन इससे पहले शरीर के उन हिस्सों के बारे में जानना ज़रूरी है जहाँ टैटू बनवाना आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है. ऊपर बताए गए हिस्सों में दर्द, इन्फेक्शन, इंक का फैलना और जल्दी फीका पड़ना जैसी समस्याएं आम हैं. हमेशा एक अनुभवी और स्वच्छ टैटू कलाकार से ही टैटू बनवाएं और टैटू बनवाने से पहले इन बातों पर ज़रूर विचार करें, ताकि आपकी सेहत और टैटू दोनों सुरक्षित रहें.