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एक दिन बाद फिर बैन हुए भारत में पाकिस्तानी सेलेब्स के सोशल मीडिया अकाउंट्स, कल ही हटाई गई थी रोक

भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर एक बार फिर पाबंदी लगा दी गई है. गुरुवार को सामने आई रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ अकाउंट्स पर बुधवार को अस्थायी रूप से बैन हटाया गया था, लेकिन जल्द ही उन्हें फिर से ब्लॉक कर दिया गया.

03 Jul, 2025
( Updated: 03 Jul, 2025
06:48 PM )
एक दिन बाद फिर बैन हुए भारत में पाकिस्तानी सेलेब्स के सोशल मीडिया अकाउंट्स, कल ही हटाई गई थी रोक

भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर एक बार फिर पाबंदी लगा दी गई है. गुरुवार को सामने आई रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ अकाउंट्स पर बुधवार को अस्थायी रूप से बैन हटाया गया था, लेकिन जल्द ही उन्हें फिर से ब्लॉक कर दिया गया. जिन नामचीन सेलेब्रिटीज़ के अकाउंट्स पर यह कार्रवाई की गई है, उनमें मावरा होकेन, हानिया आमिर, फवाद खान, शाहिद अफरीदी और शोएब अख्तर जैसे लोकप्रिय सितारे शामिल हैं. इन कलाकारों के इंस्टाग्राम और एक्स अकाउंट्स अब भारत में दिखाई नहीं दे रहे हैं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह कदम भारत सरकार द्वारा लिया गया है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि या कारण सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आया है. माना जा रहा है कि यह कार्रवाई भारत-पाक संबंधों में हालिया तनाव या नीति आधारित निर्णय का हिस्सा हो सकती है.

एक दिन पहले हटाया गया था बैन
बुधवार को अचानक खबर सामने आई कि कुछ पाकिस्तानी सेलेब्रिटीज और चैनलों पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मावरा होकेन, युमना जैदी, अहद रज़ा मीर और दानिश तैमूर जैसे लोकप्रिय सितारों के इंस्टाग्राम अकाउंट्स भारत में फिर से दिखने लगे थे. साथ ही, Hum TV और ARY Digital जैसे प्रमुख पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स भी अस्थायी रूप से अनब्लॉक हो गए थे.

बैन हटाने पर सोशल मीडिया पर मचा था बवाल
लेकिन जैसे ही यह खबर सामने आई, सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. कई भारतीय यूजर्स ने इस फैसले पर नाराजगी जताई और सरकार से सवाल पूछे कि "आखिर बैन क्यों हटाया गया?" कुछ यूज़र्स ने इसे हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और शहीद हुए सैनिकों के सम्मान का अपमान बताया. जनता की कड़ी प्रतिक्रिया के बाद, गुरुवार को फिर से इन अकाउंट्स और चैनलों पर पाबंदी बहाल कर दी गई, और अब ये फिर भारत में ब्लॉक हैं.

क्या जनता की नाराज़गी के चलते दोबारा लगाया गया बैन?
सोशल मीडिया पर बढ़ती नाराज़गी और सवालों के बीच, गुरुवार को सरकार ने एक बार फिर पाकिस्तानी सेलेब्रिटीज और चैनलों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगा दिया. हालांकि अब तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि पहले बैन क्यों हटाया गया और फिर इतनी जल्दी दोबारा क्यों लागू किया गया.
सूत्रों के मुताबिक, यह बैन हटाने का फैसला एक आंतरिक समीक्षा प्रक्रिया के बाद लिया गया था. लेकिन जैसे ही सोशल मीडिया पर विरोध तेज हुआ और लोगों ने इसे राष्ट्र की भावनाओं और सुरक्षा बलों के सम्मान से जोड़ते हुए विरोध दर्ज कराया, सरकार ने स्थिति को संभालते हुए तुरंत प्रतिबंध फिर से लागू कर दिया.

'पहले बैन हटाओ, फिर लगाओ – ये क्या माजरा है?'
पाकिस्तानी सेलेब्स के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर प्रतिबंध हटाने और फिर दोबारा लगाए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी बहस छिड़ गई है. जहां कुछ यूज़र्स सरकार के फैसले का समर्थन कर रहे हैं, वहीं कई लोगों ने नीति की अस्पष्टता को लेकर सवाल उठाए हैं. एक यूज़र ने लिखा, “पहले बैन हटाओ, फिर लगाओ – ये क्या माजरा है? सरकार को चाहिए कि साफ तौर पर बताए कि पाकिस्तान को लेकर उसकी नीति क्या है.” वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि यह कदम भारत-पाक रिश्तों में नरमी लाने की कोशिश हो सकता है, लेकिन बार-बार फैसलों में बदलाव से भ्रम की स्थिति बन रही है.

क्या है पूरा मामला?
दरअसल इस साल अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक भीषण आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया. इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, और भारत ने हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों का हाथ होने का आरोप लगाया.
हमले के जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' ललाया, इसके साथ ही एक कड़ा डिजिटल जवाबी कदम भी उठाया, जिसके तहत कई पाकिस्तानी सेलेब्रिटीज़ और मीडिया संस्थानों के सोशल मीडिया अकाउंट्स और यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया गया.
इस कार्रवाई की जद में हानिया आमिर, माहिरा खान, अली ज़फर जैसे लोकप्रिय सितारों के सोशल मीडिया अकाउंट्स आए. इसके साथ ही, Hum TV, ARY Digital और Har Pal Geo जैसे प्रमुख पाकिस्तानी चैनलों को भी भारत में ब्लॉक कर दिया गया.

सरकार का यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा, जनभावनाओं और डिजिटल स्पेस में विदेशी प्रभाव को नियंत्रित करने की नीति का हिस्सा बताया गया. हालांकि हाल के दिनों में जब इन पर से बैन हटाने की खबर आई, तो फिर से बहस छिड़ गई कि भारत की डिजिटल और कूटनीतिक नीति कितनी स्पष्ट और स्थिर है.

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