PM Modi in Russia : मोदी ने किया 'थम्सअप' का इशारा, आखिर क्या है इस इशारे का मतलब?
इस 16वें ब्रिक्स समिट में भारत और चीन के रिश्ते पर भी हर किसी की नजर है। जहां दोनों देशों के नेता गलवान घाटी में बिगड़े रिश्ते को सुधारने की पहल कर सकते हैं। इस बीच सियासत जगत में मोदी के "थम्स अप" इशारे को लेकर खूब चर्चा चल रही है और इस इशारे का कुछ और ही मतलब निकल कर सामने आ रहा है। फिलहाल चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और नरेंद्र मोदी के बीच गलवान घाटी झड़प के बाद द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो चुकी है।
Follow Us:
रूस के कजान शहर में ब्रिक्स के 16वें समिट की बैठक शुरू हो चुकी है। इस समिट में 36 देश भाग ले रहे हैं। इनमें 20 से अधिक देश देशों के राष्ट्राध्यक्ष हैं। लेकिन इस समिट में इन 3 दिग्गज नेताओं पर पूरी दुनिया की नजर है। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन रात्रिभोज से पहले तीनों दिग्गज नेताओं की तस्वीर सामने आई है। इनमें तीनों दिग्गज नेताओं में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन है। तीनों की पहली मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। तस्वीर में पीएम मोदी ने हाथ हिलाकर अभिवादन किया है। उन्होंने "थम्सअप" का इशारा किया है। बता दें कि इस 16वें ब्रिक्स समिट में भारत और चीन के रिश्ते पर भी हर किसी की नजर है। जहां दोनों देशों के नेता गलवान घाटी में बिगड़े रिश्ते को सुधारने की पहल कर सकते हैं। इस बीच सियासत जगत में मोदी के "थम्स अप" इशारे को लेकर खूब चर्चा चल रही है और इस इशारे का कुछ और ही मतलब निकल कर सामने आ रहा है। फिलहाल चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और नरेंद्र मोदी के बीच गलवान घाटी झड़प के बाद द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो चुकी है।
पीएम मोदी के thumbs up इशारे का क्या है मतलब ?
आपको बता दें कि रूस के कजान शहर में आयोजित अनौपचारिक ब्रिक्स शिखर सम्मेलन रात्रिभोज में पीएम मोदी,रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग के साथ बात करते नजर आए। इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी "थम्सअप" करते नजर आए। मोदी के "थम्सअप" इशारे के बाद इस तरह की चर्चा जोरो पर चलने लगी। कि यह बातचीत ऐसे समय पर चल रही है। जब दोनों देशों ने एलएसी पर अपने सैन्य गतिरोध मामले को सुलझा लिया है। मोदी ने चीनी राष्ट्रपति के साथ काफी देर तक बात की। ऐसे में "थम्स अप" इशारे में यह बात साफ तौर से जाहिर हो गया कि दोनों देशों के संबंध अब पहले से ज्यादा बेहतर हुए हैं।
पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ शुरू हुई द्विपक्षीय वार्ता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो चुकी है। साल 2020 गलवान झड़प के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बाइलेटरल वार्ता हो रही है। इस बैठक से पूर्व विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने यह घोषणा की है और उन्होंने कहा है कि, “यह द्विपक्षीय वार्ता ऐसे समय में हुई है। जब एक दिन पूर्व भारत और चीन ने गलवान घाटी पर (एलएसी) पर सेनाओं के गश्त के मामले पर समझौता किया है। दोनों देशों के बीच 4 साल से चल रहे इस गतिरोध को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है।”
आपको बता दें कि इससे पहले दोनों देशों के नेताओं ने रात्रि भोज में एक दूसरे के प्रति अभिवादन नवंबर साल 2022 में किया था। जब इंडोनेशियाई राष्ट्रपति द्वारा G20 नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज में एक दूसरे से मुलाकात हुई थी। वहीं पिछले साल अगस्त में चीनी राष्ट्रपति के द्वारा दक्षिण अफ्रीका के 14वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में एक संक्षिप्त और अनौपचारिक बातचीत की थी।
बता दें कि रूस के कजान शहर में ब्रिक्स के 16वें शिखर सम्मेलन में 4 साल बाद द्विपक्षीय वार्ता चल रही है। दोनों के बीच चल रही इस वार्ता पर पूरी दुनिया की नजरे हैं।
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement