कंफर्म टिकट होने के बावजूद फ्लाइट से निकाले जाने पर मिलेगा मुआवजा, जानें क्या है प्रक्रिया
जब एयरलाइंस ने जरूरत से ज्यादा टिकट बेचे होते हैं और सभी यात्री समय पर फ्लाइट पर पहुंचते हैं, तो कुछ यात्रियों को उतारना पड़ सकता है। ऐसे मामलों में, भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार, एयरलाइन को यात्रियों को मुआवजा देना होता है।
Follow Us:
Flight Compensation: हवाई यात्रा आजकल बहुत ही सामान्य हो गई है, और यात्री अक्सर कंफर्म टिकट खरीदने के बाद आराम से यात्रा की उम्मीद करते हैं। हालांकि, कई बार ऐसा होता है कि कंफर्म टिकट होने के बावजूद यात्री को प्लेन से उतार दिया जाता है। इसे "ओवरबुकिंग" कहा जाता है, और यह हवाई यात्रा में एक आम समस्या है। जब एयरलाइंस ने जरूरत से ज्यादा टिकट बेचे होते हैं और सभी यात्री समय पर फ्लाइट पर पहुंचते हैं, तो कुछ यात्रियों को उतारना पड़ सकता है। ऐसे मामलों में, भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार, एयरलाइन को यात्रियों को मुआवजा देना होता है। आइए जानते हैं इस बारे में पूरी जानकारी।
ओवरबुकिंग के कारण फ्लाइट से निकाले जाने की स्थिति
कंफर्म टिकट होने के बावजूद फ्लाइट से निकाले जाने की सबसे सामान्य वजह ओवरबुकिंग होती है। एयरलाइंस अधिक टिकट बेचना पसंद करती हैं, क्योंकि उन्हें उम्मीद होती है कि कुछ यात्री यात्रा से पहले अपना रिजर्वेशन कैंसिल कर देंगे। जब सभी यात्री फ्लाइट पर पहुंच जाते हैं और सीट्स फुल हो जाती हैं, तो एयरलाइन को कुछ यात्रियों को बाहर करना पड़ता है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब फ्लाइट की सीटों की संख्या के मुकाबले अधिक टिकट बेचे गए हों।
मुआवजे के नियम
जब कंफर्म टिकट होने के बावजूद यात्रियों को प्लेन से निकाला जाता है, तो भारतीय विमानन नियामक DGCA (Directorate General of Civil Aviation) के नियमों के तहत यात्रियों को मुआवजा देने का प्रावधान है। इस मुआवजे का उद्देश्य यात्रियों को हुई असुविधा के लिए मुआवजा प्रदान करना है।
यहां कुछ मुख्य मुआवजा नियम दिए गए हैं:
अगर आपकी उड़ान घरेलू है और आप कंफर्म टिकट के बावजूद फ्लाइट से निकाले जाते हैं, तो आपको निम्नलिखित मुआवजा मिलेगा:
2 घंटे के इंतजार के बाद: एयरलाइन आपको 200% का मुआवजा देगी। उदाहरण: अगर आपकी टिकट की कीमत 10,000 रुपये है, तो एयरलाइन आपको 20,000 रुपये का मुआवजा देगी।
2 घंटे से अधिक के इंतजार पर: एयरलाइन 400% का मुआवजा देगी। उदाहरण: अगर आपकी टिकट की कीमत 10,000 रुपये है, तो आपको 40,000 रुपये का मुआवजा मिल सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए मुआवजा
अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों में कंफर्म टिकट होने के बावजूद यदि यात्री को फ्लाइट से निकाला जाता है, तो मुआवजे की राशि अधिक होती है:
4 घंटे तक इंतजार करने पर: एयरलाइन 200% का मुआवजा देती है।
4 घंटे से अधिक इंतजार करने पर: एयरलाइन 400% का मुआवजा प्रदान करती है।
मुआवजा में अन्य सहायता
एयरलाइन न केवल मुआवजा देती है, बल्कि अन्य सुविधाओं का भी प्रावधान करती है:
भोजन और पेय: यदि आपको अगले फ्लाइट तक इंतजार करना पड़ता है, तो एयरलाइन आपको भोजन और पेय की सुविधा देती है।
होटल स्टे: यदि फ्लाइट में देर हो जाती है और आपको रातभर रुकने की आवश्यकता होती है, तो एयरलाइन आपको होटल रुकने की सुविधा भी प्रदान करती है
मुआवजे की प्रक्रिया
यदि आपको कंफर्म टिकट होने के बावजूद फ्लाइट से उतारा जाता है, तो आपको एयरलाइन से संपर्क करना होगा और मुआवजे के लिए आवेदन करना होगा। मुआवजा पाने की प्रक्रिया में निम्नलिखित कदम शामिल होते हैं:
एयरलाइन से संपर्क: सबसे पहले आपको एयरलाइन से संपर्क करना होता है और उन्हें यह बताना होता है कि आपको कंफर्म टिकट के बावजूद फ्लाइट से उतार दिया गया है।
आवेदन पत्र भरें: मुआवजे के लिए एक आवेदन पत्र भरना होगा, जिसमें यात्रा से संबंधित सभी जानकारी दी जाएगी।
दस्तावेज़ और प्रमाण: आपको अपने टिकट की कॉपी, बोर्डिंग पास और अन्य प्रमाणपत्र (जैसे यात्रा का कारण) प्रदान करने होंगे।
मुआवजे की राशि: एयरलाइन द्वारा सत्यापन के बाद, निर्धारित मुआवजे की राशि आपके खाते में ट्रांसफर की जाती है।
एयरलाइंस के लिए जिम्मेदारियां
एयरलाइंस की जिम्मेदारी होती है कि वे यात्रियों को समय पर जानकारी दें, यदि ओवरबुकिंग की वजह से उन्हें फ्लाइट से बाहर किया जा रहा है। इसके अलावा, एयरलाइंस को यह सुनिश्चित करना होता है कि वे यात्रियों को उचित मुआवजा प्रदान करें और उन्हें होने वाली असुविधा को कम करें।
कंफर्म टिकट होने के बावजूद यदि आपको फ्लाइट से निकाला जाता है, तो आपको एयरलाइन से मुआवजा प्राप्त करने का अधिकार है। यह मुआवजा आपके यात्रा की स्थिति और फ्लाइट के इंतजार के समय पर निर्भर करता है। ओवरबुकिंग की स्थिति में, एयरलाइंस द्वारा निर्धारित मुआवजे का उद्देश्य यात्रियों को असुविधा के लिए आर्थिक रूप से मुआवजा देना है, ताकि वे अपने अधिकारों को समझें और सही तरीके से मुआवजा प्राप्त कर सकें।
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement