पाकिस्तानी हैकर्स का साइबर जंग: जानें कैसे बचें इन खतरनाक हमलों से!
सीजफायर का ऐलान किया गया है, फिर भी दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. इस बीच पाकिस्तान ने साइबर अटैक के रूप में एक नया मोर्चा खोला है, जहां हैकर्स भारतीय डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बना रहे हैं.

Cyber Attack Safety Tips: 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले ने न केवल भारत को झकझोर दिया, बल्कि पूरे देश को सुरक्षा के लिहाज से गंभीर सोचने पर भी मजबूर कर दिया. इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली पर्यटक शामिल था. इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ऑपरेशन सिन्दूर चलाया और 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया. इसके बाद से पाकिस्तान की ओर से कई बार भारतीय सैन्य ढांचों पर हमले की कोशिश की गई, लेकिन भारत ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया.
हालांकि, सीजफायर का ऐलान किया गया है, फिर भी दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. इस बीच पाकिस्तान ने साइबर अटैक के रूप में एक नया मोर्चा खोला है, जहां हैकर्स भारतीय डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बना रहे हैं. ये अटैक भारत के नागरिकों के लिए भी खतरे का कारण बन सकते हैं. आइए जानते हैं कि पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे साइबर अटैक से कैसे बचा जा सकता है.
पाकिस्तान के साइबर अटैक: क्या है खतरा?
पाकिस्तान के हैकर्स अब सिर्फ ड्रोन और मिसाइलों से ही हमला नहीं कर रहे, बल्कि डिजिटल दुनिया में भी अपनी जंग छेड़े हुए हैं. "डांस ऑफ द हिलेरी" नामक एक मालवेयर वायरस के जरिए पाकिस्तान के हैकर्स भारतीय नागरिकों के निजी डेटा को चुराने और उनके सिस्टम में वायरस घुसाने की कोशिश कर रहे हैं। यह मालवेयर मैसेज, ईमेल और सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाया जा रहा है. अगर आप इन संदिग्ध लिंक पर क्लिक करते हैं, तो आपका फोन, लैपटॉप या कंप्यूटर हैक हो सकता है.
पाकिस्तानी हैकर्स खासतौर पर +92 कंट्री कोड वाले नंबरों से आपको कॉल या मैसेज भेजते हैं. ये नंबर पाकिस्तान से जुड़े होते हैं, और इन पर भेजे गए किसी भी लिंक को खोलने से आपका डिवाइस संक्रमित हो सकता है. इसके अलावा, अंजान ईमेल और लिंक भी इन अटैक का मुख्य माध्यम बन रहे हैं. अगर आप इनसे बचकर नहीं चलते, तो आपका व्यक्तिगत डेटा चोरी हो सकता है और आपके डिवाइस की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है.
साइबर अटैक से बचने के उपाय
अब सवाल ये उठता है कि हम साइबर अटैक से कैसे बच सकते हैं? यहां कुछ आसान और प्रभावी उपाय दिए जा रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप अपनी ऑनलाइन सुरक्षा को मजबूत बना सकते हैं:
अंजान लिंक पर क्लिक न करें
पाकिस्तानी हैकर्स अक्सर +92 कंट्री कोड वाले नंबर से मैसेज भेजते हैं, जिसमें लिंक या फाइल्स होती हैं. इन लिंक पर क्लिक करने से आपके डिवाइस में वायरस और मालवेयर आ सकता है। अगर आपको कभी भी इस तरह के संदिग्ध लिंक मिले, तो उन्हें तुरंत नष्ट कर दें और उन पर क्लिक करने से बचें.
अज्ञात ईमेल और अंजान अटैचमेंट से दूर रहें
साइबर हमलावर अंजान ईमेल के जरिए भी मालवेयर भेजते हैं. इस ईमेल में फाइलें या लिंक हो सकती हैं, जिन्हें खोलने से आपके डिवाइस पर वायरस या स्पाइवेयर आ सकता है. इसलिए किसी भी अंजान ईमेल को न खोलें और उसमें दिए गए लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक करने से बचें.
पीडीएफ और एपीके फाइल्स से बचें
कई बार साइबर हमलावर पीडीएफ और एपीके फाइल्स के जरिए भी मालवेयर फैलाते हैं. इन फाइलों को खोलने से आपके डिवाइस की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है. इसलिए केवल विश्वसनीय और सुरक्षित स्रोतों से ही फाइल डाउनलोड करें और अंजान फाइल्स को हमेशा नजरअंदाज करें.
टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का इस्तेमाल करें
अपने सभी ऑनलाइन अकाउंट्स पर टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) को सक्षम करें. यह अतिरिक्त सुरक्षा स्तर प्रदान करता है और आपके अकाउंट को हैकर्स से बचाता है. 2FA के जरिए हर बार लॉगिन करते वक्त एक OTP (वन टाइम पासवर्ड) आपके फोन पर भेजा जाएगा, जो आपके अकाउंट को और भी सुरक्षित बनाता है.
एंटी स्पाइवेयर और एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें
अपने स्मार्टफोन और कंप्यूटर में एंटी स्पाइवेयर और एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें. ये सॉफ़्टवेयर आपके डिवाइस को मालवेयर, वायरस और स्पाइवेयर से बचाते हैं और आपको समय रहते खतरों से आगाह करते हैं. यह आपके डिवाइस की सुरक्षा को मजबूत बनाए रखने में मदद करेगा.
फायरवॉल एक्टिवेट रखें
अपने कंप्यूटर और लैपटॉप में फायरवॉल को हमेशा सक्रिय रखें. यह बाहरी साइबर हमलों से सुरक्षा प्रदान करता है और संदिग्ध ट्रैफिक को आपके डिवाइस तक पहुंचने से रोकता है. इसके अलावा, अपने नेटवर्क को सुरक्षित रखने के लिए मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें.
विदेशी कॉल्स की रिपोर्ट करें
अगर आपको किसी विदेशी नंबर से कॉल आती है और आपको लगता है कि यह संदिग्ध हो सकता है, तो उसे तुरंत साइबर क्राइम में रिपोर्ट करें. यह न केवल आपकी सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा, बल्कि अन्य लोगों को भी ऐसे साइबर हमलों से बचाएगा.
साइबर सुरक्षा के इस समय में, यह अत्यधिक जरूरी हो गया है कि हम सभी अपनी डिजिटल पहचान और डिवाइस की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें. पाकिस्तान के साइबर अटैक से बचने के लिए आपको उपरोक्त उपायों का पालन करना चाहिए. डिजिटल दुनिया में सुरक्षा बनाए रखने के लिए सतर्कता और सही तकनीकी उपायों का पालन करना बेहद महत्वपूर्ण है. सही समय पर सुरक्षा उपायों को लागू करके आप अपने व्यक्तिगत डेटा और डिवाइस को साइबर हमलों से सुरक्षित रख सकते हैं.