NPS हो या OPS – अब सबको मिलेगा समान लाभ, यूनिफाइड पेंशनर्स के लिए नई व्यवस्था लागू
सरकार का यह कदम ना केवल कर्मचारियों के लिए राहत है, बल्कि यह इस बात का संकेत भी है कि सरकार अपने कर्मचारियों की मांगों और भविष्य को लेकर गंभीर है. यह सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में एक मजबूत सुधार है, जो आने वाले समय में लाखों कर्मचारियों और उनके परिवारों के जीवन पर सकारात्मक असर डालेगा.

Pension Scheme: केंद्र सरकार ने हाल ही में एक ऐतिहासिक फैसला लिया है, जो लाखों सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है. अब राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) के अंतर्गत आने वाले केंद्रीय कर्मचारियों को भी ग्रेच्युटी (Gratuity) का लाभ मिलेगा. यह फायदा उन्हें केंद्रीय सिविल सेवा (पेंशन) नियम, 2021 के तहत दिया जाएगा. अब अगर कोई कर्मचारी रिटायर होता है या दुर्भाग्य से उसकी मृत्यु हो जाती है, तो उसे या उसके परिवार को ग्रेच्युटी की रकम दी जाएगी.
यह फायदा उन्हें केंद्रीय सिविल सेवा पेंशन नियम के तहत दिया जाएगा. अब अगर कोई कर्मचारी रिटायर होता है या दुर्भाग्य से उसकी मौत हो जाती है तो उसे या उसके परिवार को ग्रेडविटी कि रकम दी जायेगी. इसके साथ ही अगर आपको कर्मचारी के तहत और भी बहुत सी योजनाएं होती है जिसके तहत आप बहुत कुछ चीजों के लिए लाभ मिलता है. केंद्र सरकार ने हाल ही में एक फैसला लिया है जिसके लिए आपके लिए कर सकते है.
लंबे समय से उठ रही थी यह मांग
2004 के बाद नियुक्त सभी सरकारी कर्मचारियों को NPS में शामिल कर दिया गया था. लेकिन ग्रेच्युटी का लाभ केवल उन कर्मचारियों को मिलता था जो पुरानी पेंशन योजना (OPS) के तहत आते थे. इससे नए कर्मचारियों में असंतोष था, क्योंकि उन्हें रिटायरमेंट के बाद उतनी आर्थिक सुरक्षा नहीं मिल रही थी. वे लंबे समय से इस भेदभाव को खत्म करने और ग्रेच्युटी देने की मांग कर रहे थे.
सभी कर्मचारियों के लिए अब समान रिटायरमेंट लाभ
सरकार के इस कदम से अब OPS और NPS, दोनों योजनाओं के कर्मचारी सेवानिवृत्ति के समय समान लाभ प्राप्त करेंगे। ग्रेच्युटी एक तरह की सेवा समाप्ति पर मिलने वाली आर्थिक सहायता होती है, जो व्यक्ति की नौकरी के दौरान की गई सेवा के बदले में दी जाती है. इससे कर्मचारियों को यह भरोसा मिलेगा कि उनके भविष्य की आर्थिक स्थिति सुरक्षित है.
सरकार की सामाजिक सुरक्षा की ओर एक मजबूत कदम
इस फैसले की जानकारी केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि यह निर्णय सरकार की सामाजिक सुरक्षा को मजबूत बनाने और कर्मचारियों की जरूरतों को समझने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि अब कर्मचारियों को यह महसूस होगा कि सरकार उनके भविष्य की भी उतनी ही परवाह करती है जितनी वर्तमान की.
1,600 पुराने और बेकार कानून किए गए खत्म
डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस मौके पर यह भी बताया कि सरकार अब तक 1,600 से ज्यादा पुराने कानूनों को हटा चुकी है, जो औपनिवेशिक जमाने की विरासत थे और आज के भारत में उनकी कोई जरूरत नहीं थी .यह पहली बार है कि भारत की कोई सरकार पुराने अप्रासंगिक कानूनों को हटाने और नए कानून बनाने पर एक साथ काम कर रही है.
NPS कर्मचारियों के लिए क्या बदलाव आएगा?
इस फैसले से अब वे सभी कर्मचारी जो साल 2004 के बाद सरकारी नौकरी में आए और NPS के तहत आते हैं, उन्हें रिटायरमेंट पर या किसी कारणवश मृत्यु होने पर ग्रेच्युटी की रकम मिलेगी. यह पहले केवल OPS कर्मचारियों को ही मिलती थी. अब NPS कर्मचारियों को भी यह हक मिलेगा, जिससे उनके बीच की असमानता खत्म होगी.
सरकार का यह कदम ना केवल कर्मचारियों के लिए राहत है, बल्कि यह इस बात का संकेत भी है कि सरकार अपने कर्मचारियों की मांगों और भविष्य को लेकर गंभीर है. यह सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में एक मजबूत सुधार है, जो आने वाले समय में लाखों कर्मचारियों और उनके परिवारों के जीवन पर सकारात्मक असर डालेगा.