देश के पहले मुख्यमंत्री जिन्होंने विधानसभा में उठाया बांग्लादेश में दलित दीपू दास की हत्या का मामला, CM योगी ने हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ बुलंद की आवाज
यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सीएम योगी ने बांग्लादेश में एक दलित हिंदू की हत्या का मुद्दा उठाया. उन्होंने विपक्ष पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि गाजा की घटनाओं पर संवेदना जताने वाले दल बांग्लादेश में दलित युवक की हत्या पर चुप हैं.
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भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. इसके बावजूद देश के अधिकांश राजनीतिक नेता इस मुद्दे पर खुलकर बोलने से बचते नजर आ रहे हैं. ऐसे माहौल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बांग्लादेश में एक दलित हिंदू की हत्या का मुद्दा उठाकर राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है. सीएम योगी इस मामले को विधानसभा में उठाने वाले देश के पहले मुख्यमंत्री हैं. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बांग्लादेश में एक दलित युवक की हत्या और उसे जिंदा जलाए जाने जैसी घटनाओं पर विपक्ष मौन है, जबकि गाजा पट्टी की घटनाओं पर संवेदनाएं दिखाई जाती हैं.
दरअसल, हाल ही में बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी. उस पर ईशनिंदा का आरोप लगाया गया था, लेकिन बांग्लादेशी जांच एजेंसियों की पड़ताल में किसी भी सोशल मीडिया पोस्ट के प्रमाण नहीं मिले हैं. इस पूरे मामले को लेकर सीएम योगी ने नेता प्रतिपक्ष से निंदा प्रस्ताव लाने की बात कहकर एक नई राजनीतिक बहस छेड़ दी है. यूपी विधानसभा में दिए गए उनके भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
CM योगी का सपा पर सीधा वार
विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विपक्ष दलितों को केवल चुनावी गणित के तौर पर देखता है, यही वजह है कि बांग्लादेश में एक दलित युवक के साथ हुई बर्बरता पर विधानसभा के भीतर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई. सीएम योगी ने कहा कि गाजा से जुड़ी घटनाओं पर भावनाएं जताई जाती हैं, लेकिन बांग्लादेश में एक दलित युवक को जिंदा जलाए जाने की घटना पर विपक्ष पूरी तरह चुप्पी साधे हुए है. सीएम योगी ने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर विपक्ष की चुप्पी सवाल खड़े करती है. उन्होंने बांग्लादेश के गठन और क्षेत्र के ऐतिहासिक संदर्भों का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि हालात अलग होते, तो वहां अल्पसंख्यक समुदाय की स्थिति और अधिक खराब हो सकती थी.
विपक्ष की सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति से मतलब
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसी सोच के चलते ऐसी हालात पैदा होते हैं. उनका कहना था कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही घटनाओं पर राजनीतिक दलों की खामोशी यह दिखाती है कि कुछ पार्टियां संवेदनशील मुद्दों पर भी वोट बैंक के हिसाब से रुख तय करती हैं. सीएम योगी ने कहा कि इतिहास बार-बार यह साबित करता रहा है कि तुष्टिकरण की राजनीति का सबसे ज्यादा नुकसान समाज के कमजोर और वंचित तबकों को ही उठाना पड़ता है.
दलित को वोट बैंक समझता है विपक्ष
यूपी विधानसभा में बांग्लादेश में एक दलित युवक की हत्या का मुद्दा उठाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि विपक्ष दलितों को केवल वोट बैंक के रूप में देखता है, यही कारण है कि इस गंभीर घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जा रही. सीएम योगी ने कहा कि बांग्लादेश में एक दलित युवक को जिंदा जलाए जाने जैसी घटना सामने आई, लेकिन इस पर विपक्ष पूरी तरह खामोश है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गाजा पट्टी से जुड़ी घटनाओं पर संवेदनाएं जताई जाती हैं, लेकिन जब बांग्लादेश में दलित युवक की हत्या होती है तो विपक्ष की ओर से एक शब्द भी नहीं बोला जाता. उनके मुताबिक, इस चुप्पी ने विपक्ष के दोहरे मापदंडों को उजागर कर दिया है.
नेता प्रतिपक्ष ने क्या कहा?
सदन में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया. इस पर सीएम योगी ने कड़ा जवाब देते हुए कहा कि यह राजनीति नहीं, बल्कि सच्चाई है. उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण की नीतियों के चलते ही बांग्लादेश जैसे हालात बने. मुख्यमंत्री ने तर्क दिया कि यदि देश का विभाजन नहीं हुआ होता और पाकिस्तान का गठन नहीं हुआ होता, तो इस तरह की घटनाएं सामने नहीं आतीं. उन्होंने आगे कहा कि यदि कोई दलितों के खिलाफ ऐसी हिंसा करने का प्रयास करता, तो उसके परिणाम क्या होते, यह सभी जानते हैं.
भारत में दलितों की सुरक्षा की है पूरी गारंटी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत में दलितों की सुरक्षा सुनिश्चित है, जबकि पड़ोसी देशों में दलितों की जान जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि इन घटनाओं पर विपक्ष की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जाती. सीएम योगी ने कहा कि गाजा से जुड़े मुद्दों पर कैंडल मार्च निकाले जाते हैं, लेकिन जब पाकिस्तान या बांग्लादेश में किसी हिंदू दलित की मौत होती है तो विपक्ष चुप्पी साध लेता है. उनके मुताबिक, इस खामोशी की वजह यह है कि मरने वाला दलित होता है. सीएम योगी ने यह भी कहा कि इस पूरे मामले की निंदा होनी चाहिए और इसके लिए निंदा प्रस्ताव विपक्ष की ओर से लाया जाना चाहिए. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रस्ताव में साफ तौर पर घटना की कड़ी निंदा दर्ज होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश सरकार को इस विषय में चेताया जाना जरूरी है. सीएम योगी के अनुसार, इस तरह की घटनाओं को देखते हुए विदेशों में रहने वाले अपने लोगों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना बेहद आवश्यक है.
अवैध घुसपैठियों पर होगी कार्रवाई
यूपी विधानसभा में सीएम योगी ने प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकेत दिया. उन्होंने कहा कि गैरकानूनी तरीके से रहने वाले हर बांग्लादेशी को चिन्हित कर प्रदेश से बाहर किया जाएगा और रोहिंग्याओं को भी देश छोड़ने के लिए मजबूर किया जाएगा. विपक्ष पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा कि जब कार्रवाई होगी, तब समर्थन की उम्मीद न की जाए, क्योंकि विपक्ष ने अपने राजनीतिक हितों के लिए इन लोगों के वोट बनवाए और कई मामलों में आधार कार्ड तक जारी कराए.
बताते चलें कि सीएम योगी ने आगे कहा कि सभी मामलों की गहन जांच की जाएगी और इसके बाद प्रभावी कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि देश में रहकर देशवासियों के खिलाफ अपराध करना या निर्दोष हिंदुओं और सिखों पर अत्याचार करना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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