मैनचेस्टर टेस्ट में फ्रैक्चर अंगूठे के साथ खेलने उतरे ऋषभ पंत, खड़े होकर दर्शकों ने किया स्वागत
ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट के पहले दिन विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को बैटिंग के दौरान दाएं पैर में चोट लगी थी, जिसकी वजह से उन्हें बाहर जाना पड़ा था. लेकिन, दूसरे दिन जब भारत को जरूरत पड़ी तो वह बल्लेबाजी के लिए उतरे.
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बीसीसीआई ने दूसरे दिन के खेल की शुरुआत से पहले कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो पंत बल्लेबाजी के लिए जा सकते हैं. और दूसरे दिन टीम इंडिया को दो झटके जल्दी लग गए इसके बाद मजबूरन पंत को बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़ा.
खड़े होकर दर्शकों ने पंत का किया हौशला-आफजाई
बीसीसीआई ने गुरुवार को एक आधिकारिक अपडेट में कहा, "ऋषभ पंत, जिन्हें मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन दाहिने पैर में चोट लगी थी, बाकी मैच में विकेटकीपिंग नहीं कर पाएंगे. ध्रुव जुरेल विकेटकीपर की भूमिका निभाएंगे अपनी चोट के बावजूद, ऋषभ पंत दूसरे दिन टीम में शामिल हो गए हैं और टीम की आवश्यकताओं के अनुसार बल्लेबाजी के लिए उपलब्ध रहेंगे." ऋषभ पंत जब बल्लेबाजी करने उतरे तो दर्शकों ने खड़े होकर उनकी हिम्मत की प्रशंसा की.
पहले दिन चोटिल हुए थे पंत
मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन भारतीय पारी के 68वें ओवर में तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलने की कोशिश में पंत अपने दाहिने पैर को चोटिल कर बैठे. गेंद अंदरूनी किनारे से लगकर उनके पैर के ऊपरी हिस्से पर जा लगी, जिस जगह गेंद लगी थी, उस स्थान में सूजन हो गई थी और खून भी निकल रहा था. इस वजह से पंत अपने घायल पैर पर ज्यादा वजन नहीं डाल पा रहे थे और उन्हें फील्ड से बाहर जाना पड़ा.
पंत जब मैदान से बाहर हुए तो उस समय 48 गेंद पर 37 रन बनाकर खेल रहे थे. स्कैन के बाद पता चला है कि पंत के दाहिने पैर की पांचवीं मेटाटार्सल हड्डी में फ्रैक्चर हो गया है, जिससे उबरने में कम से कम छह हफ्ते लगेंगे. इस वजह से वे 31 जुलाई से ओवल में शुरू होने वाले पांचवें टेस्ट मैच से भी बाहर हो गए हैं.
ऋषभ पंत की जगह बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को मौका दिया जा सकता है. किशन 2024 की शुरुआत से ही भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं.
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