'पाकिस्तान ने युद्ध को चुना...', वीरेंद्र सहवाग बोले- भारतीय सेना ऐसा जवाब देगी, जिसे PAK कभी नहीं भूलेगा
सहवाग उन कई खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान को दोषी ठहराया और हमलों को विफल करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों के प्रति समर्थन व्यक्त किया.
Follow Us:
पूर्व भारतीय कप्तान और आक्रामक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने गुरुवार को पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि उसने ऐसे समय में युद्ध का रास्ता चुना जब उसके पास "चुप रहने का अवसर" था.
पाकिस्तान के हमले का भारतीय सेना ने करारा जवाबी
पाकिस्तान ने गुरुवार को जम्मू और पश्चिमी सीमा के पास कई सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें सफलतापूर्वक विफल कर दिया.पाकिस्तान ने युद्ध छेड़ दिया और भारतीय सेना ने जवाबी हमले किए.
भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान को ठहराया दोषी
सहवाग उन कई खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान को दोषी ठहराया और हमलों को विफल करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों के प्रति समर्थन व्यक्त किया.
सहवाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "पाकिस्तान ने युद्ध का विकल्प चुना, जब उनके पास चुप रहने का अवसर था."
"उन्होंने अपनी आतंकवादी संपत्तियों को बचाने के लिए हमला किया, जो उनके बारे में बहुत कुछ कहता है."
"हमारी सेनाएं सबसे उचित तरीके से जवाब देंगी, जिसे पाकिस्तान कभी नहीं भूलेगा."
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने भी सोशल मीडिया पर पाकिस्तान को "दुष्ट देश" कहा.
पूर्व क्रिकेटर ने कहा, "पाकिस्तान कितना दुष्ट देश है.भारत उसे हरा देगा."
दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पी.वी. सिंधु ने भारतीय सशस्त्र बलों के बहादुर पुरुषों और महिलाओं की उनके साहस के लिए सराहना की.
सिंधु ने गुरुवार को अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "भारतीय सशस्त्र बलों के बहादुर पुरुषों और महिलाओं के लिए - आपका साहस, अनुशासन और बलिदान हमारे राष्ट्र की आत्मा है.'ऑपरेशन सिंदूर' जैसे क्षणों में, हमें उस मौन शक्ति और निःस्वार्थ सेवा की याद आती है जो हमारे तिरंगे को ऊंचा रखती है.भारत आपके साथ खड़ा है.जय हिंद."
उल्लेखनीय है कि ड्रोन और मिसाइलों से किए गए हमले के प्रयास ने जम्मू और कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में ब्लैकआउट और सायरन बजा दिया.अधिकारियों ने निवासियों से घर के अंदर रहने और सतर्क रहने का आग्रह किया क्योंकि आपातकालीन प्रोटोकॉल सक्रिय थे.
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement