नीरज चोपड़ा ने पोलैंड में लहराया तिरंगा, इस टूर्नामेंट में जीता सिल्वर मेडल
भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने ओरलेन जानुस कुसोसिन्स्की मेमोरियल प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता है. यह प्रतियोगिता 23 मई (शुक्रवार) को चोरजोव (पोलैंड) में आयोजित हुई.

भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने ओरलेन जानुस कुसोसिन्स्की मेमोरियल प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता है. यह प्रतियोगिता 23 मई को चोरजोव (पोलैंड) में आयोजित हुई. पोलैंड में सिल्वर जीतने के बाद नीरज राहत महसूस कर रहे हैं, उनका कहना है
कि आखिरकार उनके कंधों से बोझ उतर गया है. नीरज ने स्पष्ट किया कि यह तो
बस शुरुआत थी और वह आने वाले लंबे सत्र में और अधिक दूर भाला फेंकने की
कोशिश करेंगे.
कितना रहा नीरज का बेस्ट थ्रो?
नीरज का बेस्ट थ्रो 84.14 मीटर रहा, जो उन्होंने आखिरी प्रयास में किया. जर्मनी के जूलियन वेबर ने गोल्ड मेडल जीता. वेबर का बेस्ट थ्रो 86.12 मीटर रहा. जबकि ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 83.24 मीटर के थ्रो के साथ ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया.
नीरज की शुरुआत अच्छी नहीं रही
नीरज चोपड़ा की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उनका पहला थ्रो फाउल घोषित किया गया. फिर अपने दूसरे प्रयास में नीरज ने 81.28 मीटर का थ्रो किया. इसके बाद नीरज का तीसरा एवं चौथा अटेम्प फाउल रहा. जबकि पांचवें प्रयास में उन्होंने 81.80 मीटर की दूरी तय की. नीरज का छठा प्रयास उन्हें सिल्वर मेडल जीतने की पोजीशन पर ले आया.
इस प्रतियोगिता के मेन्स जैवलिन थ्रो स्पर्धा में नीरज चोपड़ा के सामने जूलियन वेबर (जर्मनी), एंडरसन पीटर्स (ग्रेनाडा), मार्सिन क्रुकोव्स्की, रोच क्रुकोव्स्की और साइप्रियन मिर्जग्लोड (तीनों पोलैंड), एंड्रियन मर्डारे (मोल्देवा), आर्टूर फेलनर (यूक्रेन) जैसे स्टार खिलाड़ियों की चुनौती थी.
अब कंधे से बोझ उतर गया, सितंबर में अग्निपरीक्षा
नीरज इस बात से राहत महसूस कर रहे हैं कि आखिरकार उनके कंधों से बोझ उतर गया है. नीरज ने स्पष्ट किया कि यह तो बस शुरुआत थी और वह आने वाले लंबे सत्र में और अधिक दूर भाला फेंकने की कोशिश करेंगे. इस सीजन की सबसे अहम प्रतियोगिता सितंबर में टोक्यो में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप होगी, जहां वह अपना खिताब बचाएंगे. अब चोपड़ा को कमर की समस्या नहीं हैं, जिसने पिछले कुछ सालों में उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया है. सबसे लंबे थ्रो का वर्ल्ड रिकॉर्ड रखने वाले महान एथलीट जान जेलेजनी से ट्रेनिंग लेने के बाद नीरज और भी अधिक आश्वस्त हैं.