"मैं खुश रहना चाहता था" 4 साल बाद विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ने को लेकर किया बड़ा खुलासा
विराट कोहली, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान, ने 2021 में टी20 वर्ल्ड कप के बाद कप्तानी छोड़ने का निर्णय लिया था। इसके बाद उन्होंने आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) और एक साल बाद टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी भी छोड़ दी। चार साल बाद, विराट कोहली ने 'आरसीबी बोल्ड डायरीज' पॉडकास्ट में कप्तानी छोड़ने के अपने फैसले के पीछे की असली वजह का खुलासा किया।

टीम इंडिया के सबसे बड़े सितारे विराट कोहली का नाम क्रिकेट की दुनिया में सुनते ही एक महान खिलाड़ी की छवि दिमाग में आ जाती है. उनकी बल्लेबाजी, कप्तानी और आक्रमकता ने उन्हें न सिर्फ भारत, बल्कि दुनिया भर में एक जबरदस्त पहचान दिलाई. लेकिन, 2021 में वर्ल्ड कप के बाद उन्होंने जब अपनी कप्तानी छोड़ने का फैसला लिया, तो यह पूरे क्रिकेट जगत के लिए एक बड़ा झटका था. क्या कारण था कि विराट कोहली जैसे खिलाड़ी को यह कठोर कदम उठाना पड़ा?
दरअसल 4 साल बाद विराट कोहली ने अपनी कप्तानी छोड़ने का असल कारण सबके सामने रखा है. इस खुलासे के बाद विराट कोहली के फैंस और क्रिकेट प्रेमी हैरान हैं, क्योंकि कोहली ने आज से पहले कभी खुलकर इस पर बात नहीं की थी. आइए जानते हैं विराट कोहली के इस फैसले के पीछे की असल वजह.
भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार विराट कोहली ने हाल ही में एक पॉडकास्ट के दौरान अपनी कप्तानी छोड़ने के फैसले के पीछे की असली वजह का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि कैसे लगातार दबाव और उम्मीदों के बोझ ने उन्हें मानसिक रूप से थका दिया था, जिससे उन्होंने कप्तानी छोड़ने का निर्णय लिया.
कप्तानी का दबाव और मानसिक संघर्ष
विराट कोहली ने बताया कि उन्होंने 7-8 साल तक भारतीय टीम की और 9 साल तक रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की कप्तानी की. इस दौरान हर मैच में उनसे बल्लेबाजी में उत्कृष्ट प्रदर्शन की उम्मीद की जाती थी. उन्होंने कहा, "एक समय ऐसा आया जब यह मेरे लिए बहुत मुश्किल हो गया था क्योंकि मेरे करियर में काफी कुछ घट रहा था। मैं हर समय इसके बारे में सोचता था. यह मेरे लिए काफी मुश्किल हो गया था और आखिर में यह मुझ पर बहुत अधिक हावी हो गया था."
कोहली ने बताया कि 2022 में उन्होंने क्रिकेट से एक महीने का ब्रेक लिया था और उस दौरान बल्ला नहीं छुआ था. उन्होंने कहा कि उनके जीवन में एक समय ऐसा भी आया था, जब वह सार्वजनिक जीवन में खुश रहने के लिए संघर्ष कर रहे थे. उन्होंने कहा, "इसलिए मैंने कप्तानी छोड़ दी क्योंकि मुझे लगा अगर मुझे इस खेल में बने रहना है तो उसके लिए मेरा खुश रहना जरूरी है."
धोनी और कर्स्टन का समर्थन
कोहली ने बताया कि उन्हें कभी पूर्ण मैच विजेता के रूप में नहीं देखा गया जो कहीं से भी खेल का रुख बदल सकता है. लेकिन उनके पास यह बात थी कि वह हार नहीं मानने वाले हैं. इसी बात का धोनी और कर्स्टन ने समर्थन किया। उन्होंने कहा, "गैरी (कर्स्टन) और एमएस (धोनी) ने मुझे यह स्पष्ट कर दिया कि तीसरे नंबर पर मेरी जगह पक्की है. इन दोनों ने मुझसे कहा आप मैदान पर जो भी करते हैं, आपकी ऊर्जा, आपकी प्रतिबद्धता, वह हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है. हम चाहते हैं कि आप अपना स्वाभाविक खेल खेलें."
कप्तानी छोड़ने का निर्णय
2021 में विराट कोहली ने टी20 कप्तानी से इस्तीफा दिया था। इसके बाद उन्होंने RCB की कप्तानी भी छोड़ दी थी. 2022 में दक्षिण अफ्रीका से हार के बाद उन्होंने टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी थी। इस तरह उन्होंने तीनों प्रारूपों में कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था.
विराट कोहली का यह खुलासा दिखाता है कि कैसे एक खिलाड़ी के ऊपर लगातार प्रदर्शन की उम्मीदें और दबाव उसे मानसिक रूप से प्रभावित कर सकते हैं.
उनका यह कदम न सिर्फ उनके क्रिकेट करियर के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि यह उनकी मानसिक स्थिति और खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दिखाता है.