Advertisement

मणिपुर हिंसा के बीच नए राज्यपाल नियुक्ति, जानिए कौन हैं अजय कुमार भल्ला?

मणिपुर, जो हाल ही में जातीय हिंसा और राजनीतिक उथल-पुथल से गुजर रहा है, को नया राज्यपाल मिला है। अजय कुमार भल्ला, जो एक अनुभवी IAS अधिकारी हैं और भारत के गृह सचिव के रूप में पांच साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं, को इस संवेदनशील राज्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

24 Dec, 2024
( Updated: 25 Dec, 2024
01:36 PM )
मणिपुर हिंसा के बीच नए राज्यपाल नियुक्ति, जानिए कौन हैं अजय कुमार भल्ला?
मणिपुर, जो हाल ही में हिंसा और अशांति का सामना कर चुका है, वहां एक बड़ा प्रशासनिक परिवर्तन किया गया है। राष्ट्रपति भवन से जारी आदेश में घोषणा की गई कि पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी अजय कुमार भल्ला को मणिपुर का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया जब राज्य को एक स्थिर और अनुभवी नेतृत्व की जरूरत थी।
कौन है अजय कुमार भल्ला?
26 नवंबर 1960 को पंजाब के जालंधर में जन्मे अजय कुमार भल्ला ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पंजाब में पूरी की। दिल्ली विश्वविद्यालय से उन्होंने वनस्पति विज्ञान में मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री हासिल की। इसके बाद, उन्होंने क्वींसलैंड विश्वविद्यालय, ब्रिसबेन (ऑस्ट्रेलिया) से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) की डिग्री प्राप्त की। उनकी शैक्षणिक उपलब्धियां यह दर्शाती हैं कि वे न केवल प्रशासनिक क्षेत्र में, बल्कि शैक्षणिक दृष्टिकोण से भी काफी सशक्त हैं।

अजय कुमार भल्ला असम-मेघालय कैडर के 1984 बैच के IAS अधिकारी हैं। अपने 40 साल के प्रशासनिक करियर में उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। अगस्त 2019 में, उन्हें केंद्रीय गृह सचिव नियुक्त किया गया। इस पद पर उनका कार्यकाल पांच साल का रहा, जो भारत में दुर्लभ है। भल्ला ने अपने कार्यकाल में कई कठिन परिस्थितियों का सामना किया, जिनमें मणिपुर की जातीय हिंसा भी शामिल थी।

गृह सचिव के रूप में, भल्ला को उनके कार्यकाल के दौरान चार बार विस्तार दिया गया। अगस्त 2023 में, उन्हें चौथा विस्तार मिला, जिससे वे 22 अगस्त 2024 तक इस पद पर बने रहे। वे गृह सचिव के रूप में पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले केवल दूसरे अधिकारी हैं। यह उनकी काबिलियत और प्रशासनिक दक्षता को दर्शाता है।
मणिपुर में हिंसा और भल्ला की भूमिका
मई 2023 में, मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी, जिसने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया। उस समय अजय कुमार भल्ला केंद्रीय गृह सचिव के पद पर थे। उन्होंने हिंसा को नियंत्रित करने और राज्य में शांति स्थापित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। हालांकि, मणिपुर की स्थिति में स्थायित्व लाने के लिए अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। उनकी नियुक्ति इस संदर्भ में बेहद अहम है क्योंकि राज्य को उनके अनुभव और प्रशासनिक क्षमता का लाभ मिलेगा।

मणिपुर के राज्यपाल के रूप में अजय कुमार भल्ला के सामने कई चुनौतियां होंगी। राज्य में शांति और स्थिरता बहाल करना, जातीय और राजनीतिक विवादों को हल करना और विकास कार्यों को प्राथमिकता देना उनके मुख्य कार्यों में शामिल होगा। भल्ला का लंबा प्रशासनिक अनुभव और जटिल परिस्थितियों में काम करने की क्षमता, उन्हें इन चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगी।

गृह सचिव के रूप में, अजय कुमार भल्ला ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मिलकर कई अहम फैसले लिए। उनकी इस साझेदारी ने भारत के आंतरिक सुरक्षा ढांचे को मजबूत किया। अब मणिपुर में राज्यपाल के रूप में उनकी नियुक्ति, केंद्र और राज्य सरकार के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने में सहायक होगी। अजय कुमार भल्ला की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब मणिपुर को स्थायित्व और एक मजबूत नेतृत्व की जरूरत है। उनके पास न केवल प्रशासनिक अनुभव है, बल्कि जमीनी हकीकत को समझने और सुलझाने की क्षमता भी है। उनकी नियुक्ति से मणिपुर के भविष्य में सुधार की संभावनाएं बढ़ गई हैं।

मणिपुर में अजय कुमार भल्ला की नियुक्ति एक निर्णायक कदम है, जो राज्य को शांति और विकास की ओर ले जाने में मदद कर सकता है। उनका प्रशासनिक अनुभव और उनकी निर्णय लेने की क्षमता, राज्य के लोगों के लिए नई उम्मीदें लेकर आई हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे मणिपुर की समस्याओं को कैसे हल करते हैं और राज्य को एक नई दिशा में कैसे ले जाते हैं।

Tags

Advertisement
LIVE
Advertisement
एक बहू दुनिया के साथ बिहार-यूपी को दिखा रही रास्ता। Julie Banerjee। Knowledge Mentor
Advertisement
Advertisement