पहले इंडिया गेट का लॉन खासकर शाम और छुट्टियों में पिकनिक मनाने वालों से गुलज़ार रहता था. लोग यहाँ चटाई बिछाकर परिवार के साथ खाना खाते थे, बच्चे खेलते थे और यह जगह दिल्ली की सामाजिक ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा थी. यहाँ कुल्फी, चाट और गुब्बारे बेचने वाले भी खूब नजर आते थे. यह नजारा दिल्ली की 'पिकनिक संस्कृति' का प्रतीक बन गया था.
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Being Ghumakkad08 Jul, 202503:22 PMबदल गया दिल्ली का इंडिया गेट! अब नहीं मना पाएंगे पिकनिक, जानें नए नियम
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राज्य07 Jul, 202503:47 PMउत्तराखंड परिवहन निगम को सीएम धामी ने दी नई रफ्तार, 20 नई टेम्पो ट्रेवलर को दिखाई हरी झंडी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड परिवहन निगम द्वारा संचालित की जा रही 20 नई वातानुकूलित यूटीसी मिनी (टेम्पो ट्रेवलर) का फ्लैग ऑफ किया. इनमें से 10 टेम्पो ट्रेवलर वाहन देहरादून-मसूरी और 10 टेम्पो ट्रेवलर वाहन हल्द्वानी-नैनीताल रूट पर चलेंगे.
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Being Ghumakkad02 Jul, 202502:51 PMदिन में दो बार 'गायब' क्यों हो जाता है महादेव का ये अद्भुत मंदिर? क्या है इसका रहस्य?
इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि उच्च ज्वार (High Tide) के समय यह पूरी तरह से पानी में डूब जाता है और दिखाई देना बंद हो जाता है. जैसे ही ज्वार उतरता है (Low Tide), मंदिर फिर से पूरी तरह से प्रकट हो जाता है. यह प्रक्रिया दिन में दो बार होती है – सुबह और शाम. जब पानी मंदिर को ढक लेता है, तो ऐसा लगता है मानो मंदिर समुद्र में समा गया हो. स्थानीय लोग इसे 'गायब होना' और 'प्रकट होना' कहते हैं, जो सचमुच एक अद्भुत अनुभव है. लोगों का मानना है की समुद्र देवता महादेव का जलाभिषेक स्वयं करते हैं. इस अद्भुत नज़ारे को देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं.
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Being Ghumakkad01 Jul, 202507:21 PMसुकून की नींद के लिए अब लोग कर रहे ट्रैवल...क्या है 'स्लीप टूरिज्म' का नया ट्रेंड? भारत में इसके लिए कहां जाएं
स्लीप टूरिज्म, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, एक ऐसी यात्रा है जिसका मुख्य उद्देश्य बेहतर नींद प्राप्त करना है. यह उन लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो नींद की गुणवत्ता में सुधार चाहते हैं, अनिद्रा (Insomnia) से जूझ रहे हैं, या बस एक ऐसी जगह पर आराम करना चाहते हैं जहाँ उन्हें गहरी, शांतिपूर्ण नींद मिल सके. इसमें आमतौर पर ऐसे होटल, रिसॉर्ट्स या वेलनेस सेंटर शामिल होते हैं जो नींद-केंद्रित सुविधाएं और सेवाएं प्रदान करते हैं जैसे साउंडप्रूफ रूम, कंफर्टेबल बिस्तर, खास तकिए, हर्बल टी, योग, मेडिटेशन और नींद सुधारने वाले सेशंस.
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Being Ghumakkad29 Jun, 202510:06 AM12 ज्योतिर्लिंगों में से चार की जगह पर क्यों है विवाद? जानें क्या कहती हैं मान्यताएं
ये विवाद इस बात को दर्शाते हैं कि आध्यात्मिक आस्था का महत्व किसी भौगोलिक स्थान से कहीं अधिक होता है. भगवान शिव के ये रूप अलग-अलग स्थानों पर पूजे जाते हैं, और हर जगह भक्तों को वही शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है.