इजरायल-ईरान के बीच सीजयफायर का ऐलान हो गया है. ऐसे में भारत में ईरान के राजदूत डॉ. इराज इलाही ने बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा, 'नेतन्याहू भरोसेमंद नहीं हैं, उन्होंने ईरान के खिलाफ सैन्य आक्रमण किया और रिहायशी इलाकों, एंबुलेंस, अस्पतालों को भी निशाना बनाया. ट्रंप खुद विश्वसनीय नहीं हैं. हम इस आक्रामकता की उम्मीद कर रहे थे. बचाव और जवाब देने की तैयारी कर रहे थे.'
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न्यूज24 Jun, 202503:20 PM‘ट्रंप और नेतन्याहू भरोसे के लायक नहीं…’ सीजफायर के बाद भारत में ईरानी राजदूत का दोनों पर फूटा गुस्सा
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न्यूज24 Jun, 202509:50 AM'कोई सीजफायर समझौता नहीं हुआ...', ट्रंप के दावे को ईरान ने किया खारिज, कहा- पहले इजरायल अपने हमले रोके, तब हम रुकेंगे
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट कर ट्रंप के दावे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि अभी किसी सीजफायर या सैन्य अभियानों की समाप्ति पर कोई समझौता नहीं हुआ है.
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न्यूज24 Jun, 202507:51 AMखत्म हुई जंग! ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर लागू, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने किया ऐलान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर की घोषणा करदी है. ट्रंप ने कहा है कि दोनों देशों के बीच पूर्ण युद्ध विराम पर सहमति बन गई है. हालांकि, ट्रंप के इस ऐलान पर इजरायल और ईरान दोनों ही देशों की तरफ से आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं आया है.
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दुनिया23 Jun, 202508:56 AM125 फाइटर जेट, 7 बॉम्बर्स और 25 मिनट... ट्रंप के मिशन 'मिडनाइट हैमर' से कैसे कांपा ईरान, जानें इनसाइड स्टोरी
ईरान पर अमेरिकी सेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. अमेरिकी सेना ने इस मिशन को 'ऑपरेशन मिडनाइट हैमर' का नाम दिया. सेना के मुताबिक, इस ऑपरेशन को केवल 25 मिनट में अंजाम दिया गया, जिसमें अमेरिकी वायुसेना के 7 स्टील्थ B-2 बॉम्बर्स ने इन ठिकानों पर 12 भारी बम गिराए. इस मिशन में अमेरिका के लगभग 125 फाइटर जेट्स ने हिस्सा लिया, जो इसकी रणनीति और तैयारी को दर्शाता है.
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दुनिया23 Jun, 202508:47 AMकभी भारत से पाकिस्तान को बचाने के लिए अमेरिका ने ईरान से मांगी थी मदद, अब उसी पर हमला कर घोंपा खंजर, क्या है 1971 युद्ध का किस्सा?
अमेरिका के डिसक्लासिफाइड स्टेट डिपार्मेंट दस्तावेजों के मुताबिक, साल 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में अमेरिकी अधिकारियों ने पाकिस्तान को बचाने के लिए ईरान से मदद मांगी थी. उस दौरान भारत ने पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर भीषण हवाई हमले किए थे. जिसके चलते पाकिस्तान का ईंधन भंडार पूरी तरीके से नष्ट हो चुका था. पाकिस्तान सेना ने उस वक्त अपने आप को अपंग मान लिया था, लेकिन अब उसी अमेरिका ने ईरान पर हमला कर खंजर घोपने का काम किया है. क्या है 1971 भारत- पाकिस्तान युद्ध के दौरान ईरान-अमेरिका के बातचीत की कहानी?