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क्या है औद्योगिक शराब, जानिए कैसे सामान्य अल्कोहल से होती है अलग?

औद्योगिक शराब (इंडस्ट्रियल अल्कोहल) वो अल्कोहल है जिसे मुख्य रूप से औद्योगिक प्रक्रियाओं में इस्तेमाल किया जाता है, जैसे कीमिकल्स, दवाइयाँ, पेंट्स और परफ्यूम्स बनाने में। यह शराब पीने योग्य नहीं होती क्योंकि इसे विषैले पदार्थों के साथ मिलाया जाता है ताकि इसे उपभोग से रोका जा सके।

24 Oct, 2024
( Updated: 25 Oct, 2024
10:00 AM )
क्या है औद्योगिक शराब, जानिए कैसे सामान्य अल्कोहल से होती है अलग?
क्या आपने कभी सोचा है कि 'औद्योगिक शराब' क्या होती है और इसका इस्तेमाल किसलिए किया जाता है? कहते है अगर गलती से इसे पी लिया जाए, तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं। ऐसे में यह शराब सामान्य शराब से तो अलग है, लेकिन अगर यह इतनी ही जहरीला है तो सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों का औद्योगिक शराब से अधिकार क्यों नहीं छीना, आखिर कोर्ट का यह फैसला क्यों आया? आइए, इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से जानें।

औद्योगिक शराब, जिसे औद्योगिक अल्कोहल या विकृत अल्कोहल भी कहा जाता है, जो सामान्य इथेनॉल का एक शुद्ध रूप होता है। इसका उपयोग मानव उपभोग के लिए नहीं किया जाता, क्योंकि यह बहुत ज्यादा जहरीला होती है। हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय ने इस विषय पर बहस को और भी गरमा दिया है। अदालत ने कहा है कि औद्योगिक अल्कोहल पर कानून बनाना राज्यों का अधिकार है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि राज्यों को इस खतरनाक सामग्री के दुरुपयोग पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है।
सामान्य अल्कोहल से अलग कैसे?
सामान्य शराब का इस्तेमाल पेय के रूप में होता है, जबकि औद्योगिक शराब में विषैले तत्व मिलाए जाते हैं, जिससे यह मानव उपभोग के लिए हानिकारक हो जाती है। इसमें मेथेनॉल या अन्य रसायनों का मिश्रण होता है, जिससे इसे पीना जानलेवा हो सकता है। यदि कोई इसे गलती से पी ले तो जहरीले प्रभाव से मौत भी हो सकती है, या गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि दृष्टि हानि, अंग विफलता या मृत्यु।

सुप्रीम कोर्ट का फैसला और राज्यों का अधिकार हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसला दिया है कि औद्योगिक शराब पर राज्यों का अधिकार नहीं छीना जा सकता। यह अल्कोहल राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार के लिए उपयोग की जाती है। राज्यों के पास इसके विनियमन का अधिकार है, और इस फैसले से यह सुनिश्चित होता है कि केंद्र सरकार राज्यों से इस अधिकार को नहीं छीन सकती।
अगर इसे पी लिया जाए तो क्या होगा?
औद्योगिक शराब में मौजूद मेथेनॉल या अन्य विषैले रसायन सीधे शरीर में विषाक्तता फैलाते हैं। इसे पीने से उल्टी, दस्त, बेहोशी, दौरे, और यहाँ तक कि मौत का जोखिम हो सकता है। गंभीर मामलों में, औद्योगिक अल्कोहल का सेवन मानसिक स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है और मृत्यु का कारण भी बन सकता है। इसका सेवन कभी नहीं करना चाहिए।

औद्योगिक शराब का खतरनाक उपयोग

औद्योगिक अल्कोहल का उपयोग मुख्य रूप से औद्योगिक सेटिंग में किया जाता है, जैसे कि सफाई और कीटाणुशोधन के लिए। इसके अलावा, इसे कई प्रकार के रसायनों में घोलने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन जब इसे पीने के लिए तैयार किया जाता है, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
औद्योगिक शराब बनती कैसे है?
औद्योगिक शराब का निर्माण भी किण्वन की प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है, जिसमें गन्ना, मक्का या गेहूं जैसे फीडस्टॉक्स का उपयोग होता है। हालांकि, यह प्रक्रिया मानव उपभोग के लिए नहीं होती।
क्या इथेनॉल हमेशा जहरीला होता है?
इथेनॉल एक प्रकार का अल्कोहल है जो सामान्यतः सुरक्षित होता है जब इसे जिम्मेदारी से पिया जाए। लेकिन उच्च खुराक में यह जहरीला हो सकता है। इसलिए, इथेनॉल का सेवन करते समय सावधानी बरतनी आवश्यक है।

औद्योगिक शराब का विषय गंभीर है, और इससे संबंधित निर्णयों का प्रभाव समाज पर व्यापक रूप से पड़ेगा। यह स्पष्ट है कि औद्योगिक अल्कोहल का सेवन खतरनाक है, और इसे नियंत्रित करने की आवश्यकता है। सुप्रीम कोर्ट का निर्णय इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल समाज को सुरक्षित करेगा, बल्कि सरकारों को भी इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाने के लिए प्रेरित करेगा।

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