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हम चाहते तो और भी बहुत कुछ कर सकते थे... राजनाथ सिंह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र कर फिर से पाक को चेताया, कहा- हमने संयम बरता

बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा पूरी की गई 125 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के उद्घाटन के दौरान कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान हमने अपने सशस्त्र बलों, नागरिक प्रशासन और सीमावर्ती क्षेत्रों के नागरिकों के बीच जो समन्वय देखा. वह अविश्वसनीय था, मैं लद्दाख और सीमावर्ती क्षेत्रों के प्रत्येक नागरिक के प्रति सशस्त्र बलों को अपना समर्थन देने के लिए आभार व्यक्त करता हूं.'

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर से रविवार को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि उस दौरान सशस्त्र बल और भी बहुत कुछ कर सकते थे, लेकिन उन्होंने जानबूझकर संयमित और संतुलित प्रक्रिया का विकल्प चुना. बिना किसी तनाव के आतंकी खतरों को बेअसर किया. बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को सड़क सीमा संगठन (BRO) द्वारा पूरी गई 125 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इसके अलावा 'ऑपरेशन सिंदूर' में भारतीय सेना की क्षमता और अनुशासन को भी रेखांकित किया.  

रक्षा मंत्री ने फिर से किया 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र

बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा पूरी की गई 125 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के उद्घाटन के दौरान कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान हमने अपने सशस्त्र बलों, नागरिक प्रशासन और सीमावर्ती क्षेत्रों के नागरिकों के बीच जो समन्वय देखा. वह अविश्वसनीय था, मैं लद्दाख और सीमावर्ती क्षेत्रों के प्रत्येक नागरिक के प्रति सशस्त्र बलों को अपना समर्थन देने के लिए आभार व्यक्त करता हूं.' 

'यह समन्वय ही हमारी पहचान' 

राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि 'यह समन्वय ही हमारी पहचान है. हमारा आपसी बंधन हमें दुनिया में सबसे अलग पहचान देता है.' उन्होंने कहा कि 'हमने कुछ ही महीने पहले देखा कि कैसे पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले के जवाब में हमारे सशस्त्र बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया और दुनिया जानती है कि उन्होंने आतंकवादियों के साथ क्या किया. हम चाहते तो और भी बहुत कुछ कर सकते थे, लेकिन हमारे बलों ने न केवल वीरता, बल्कि संयम का भी परिचय दिया और केवल वही किया, जो जरूरी था.'

'ऑपरेशन सिंदूर' को ऐतिहासिक सफलता मिली' 

रक्षा मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि 'ऑपरेशन मजबूत कनेक्टिविटी के कारण ही संभव हो पाया. हमारे सशस्त्र बल समय पर रसद पहुंचाने में सक्षम थे, हमने सीमावर्ती क्षेत्र के साथ भी संपर्क बनाए रखा, जिससे 'ऑपरेशन सिंदूर' को एक ऐतिहासिक सफलता मिली, सीमावर्ती क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी सुरक्षा को कई तरह से बदल रही है और सैनिकों को दुर्गम इलाकों में अधिक प्रभावित ढंग से काम करने में सक्षम बना रही है.' 

'हमारे सैनिक दुर्गम इलाकों में मजबूती से खड़े हैं'

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 'हमारे सैनिक दुर्गम इलाकों में आज मजबूती के साथ खड़े हैं, क्योंकि उनके पास सड़के, वास्तविक समय की संचार प्रणाली, उपग्रह सहायता, निगरानी नेटवर्क और रसद कनेक्टिविटी उपलब्ध है. सीमा पर तैनात एक सैनिक का 'हर मिनट हर सेकंड' बेहद महत्वपूर्ण होता है. इसलिए कनेक्टिविटी को केवल नेटवर्क, ऑप्टिकल फाइबर, ड्रोन और रडार तक ही सीमित नहीं, बल्कि सुरक्षा की रीढ़ माना जाना चाहिए.'

'सरकार सशस्त्र बल और आपके साथ खड़ी है'

राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि 'हमारी सरकार, हमारे सशस्त्र बल और BRO संगठन आपके साथ खड़े हैं. बस हमें संबंध को मजबूत करते रहना है, ताकि हमारे संबंध किसी बाहरी तत्व से प्रभावित न हो, बेहतर कनेक्टिविटी ना सिर्फ सुरक्षा और बुनियादी ढांचों को मजबूत कर रही है, बल्कि आर्थिक विकास को भी गति दे रही है.' वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में 8.5% सकल घरेलू GDP विधि का हवाला देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि 'मजबूत संचार और कनेक्टिविटी नेटवर्क एक प्रमुख कारक रहे हैं.' 

पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने चलाया था 'ऑपरेशन सिंदूर' 

बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 मौतों का बदला लेते हुए भारत ने जवाब में 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया था. भारत के इस ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए थे, इसके अलावा पाकिस्तान स्थित कई अन्य हिस्सों को भी भारी नुकसान हुआ था. 

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