'खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे ट्रंप...', US एक्सपर्ट ने एक इंटरव्यू में अमेरिकी राष्ट्रपति की खोली पोल, कहा - उन्हें भारत से पंगा लेने का पछतावा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस से तेल खरीदने की वजह से भारत पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ दर लगाने के बाद अब अपनी गलती पर पछता रहे हैं. ऐसा दावा अमेरिकी सामरिक मामलों के विशेषज्ञ एश्ले जे. टेलिस ने एक इंटरव्यू के दौरान किया है. उन्होंने कहा है कि 'भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद को लेकर नीतिगत मतभेद हो सकते हैं, लेकिन इसमें गहरी शिकायत भी हो सकती है. मुझे लगता है कि ट्रंप खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.'
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पूरी दुनिया में टैरिफ युद्ध छेड़ने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर दुनिया भर में आलोचना हो रही है. यहां तक कि उन्हीं के देश के कई एक्सपर्ट, पूर्व नेता और सरकार के मंत्री उनके फैसलों की वजह से उन पर ही निशाना साध रहे हैं. बता दें कि भारत और अमेरिका के बीच कई दशकों से अच्छे और मजबूत संबंध बने हुए थे, लेकिन अमेरिका की दूसरी बार सत्ता संभालते ही ट्रंप ने सब कुछ बर्बाद कर दिया. वह उन देशों के पीछे रिश्ते को मजबूत करने में लग गए, जो कभी उनके सगे नहीं हुए. पाकिस्तान से अच्छे संबंध और भारत से रिश्ते बिगाड़कर ट्रंप अब खुद को ठगा सा महसूस करने लगे हैं. इस बात का खुलासा एक अमेरिकी एक्सपर्ट ने की है.
'खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे डोनाल्ड ट्रंप'
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने की वजह से भारत पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ दर लगाने के बाद अब अपनी गलती पर पछतावा कर रहे हैं. उन्हें इस बात का अंदाजा हो गया है कि बिना भारत से अच्छे संबंध किए अमेरिका की नैया पार नहीं हो सकती. इस बीच अमेरिकी सामरिक मामलों के विशेषज्ञ एश्ले जे. टेलिस ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि 'भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद को लेकर नीतिगत मतभेद हो सकते हैं, लेकिन इसमें गहरी शिकायत भी हो सकती है. मुझे लगता है कि ट्रंप खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें भारत-पाकिस्तान विवाद सुलझाने का वह श्रेय नहीं मिला. जिसका वो खुद को हकदार मानते हैं. मुझे इस बात का भी संदेह है कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उन्हें स्थिति सही करने के लिए चेताया भी गया है, लेकिन हालात सुलझने की बजाय भड़काने वाला साबित हुआ है.'
'चीन को नजर-अंदाज कर भारत पर साधा निशाना'
टेलिस ने इंटरव्यू के दौरान यह भी कहा कि 'ट्रंप ने दोनों देशों (भारत-पाकिस्तान) में शांति लाने में कोई भूमिका नहीं निभाई, ट्रंप ने भारत पर हमला करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि चीन रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार है. 2024 में चीन ने 62.6 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य का रूसी तेल आयात किया, जबकि भारत ने 52.7 अरब अमेरिकी डॉलर का आयात किया. इसके बावजूद ट्रंप ने चीन की बड़ी भूमिका को नजरअंदाज करते हुए अपनी आलोचना भारत पर ही केंद्रित की है.'
ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो पर भी किया हमला
एश्ले जे. टेलिस ने ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 'नवारो ने दिल्ली और वाशिंगटन के बीच संबंधों को और नुकसान पहुंचाया है और भारत को ऐसी स्थिति में डाल दिया है, जहां वह अब अमेरिका के कुछ दुश्मनों के साथ मिलजुल कर रह रहा है, क्योंकि उसके पास और कोई विकल्प नहीं है.'
भारत और पाकिस्तान में 2 गुना टैरिफ का अंतर
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर पहले 25 प्रतिशत का टैरिफ दर लगाया था, उसके बाद रूस से तेल खरीदने पर भारत पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ दर लगा दिया. ऐसे में भारत पर 50 प्रतिशत का दर लगा हुआ है. ट्रंप का कहना है कि भारत रूस से तेल खरीद कर युद्ध में बड़ी मदद कर रहा है. वहीं ट्रंप के इन आरोपों का भारत ने भी जवाब देते हुए कहा है कि अमेरिका और यूरोपीय संघ भी रूस के साथ व्यापार करते हैं.
पाकिस्तान की बात की जाए, तो उसके लिए ट्रंप ने शुरुआत में 29 फीसदी का टैरिफ दर लगाया, लेकिन बाद में घटाकर 19 प्रतिशत कर दिया. ट्रंप की टैरिफ लिस्ट के अनुसार भारत के अलावा ब्राजील पर भी 50 प्रतिशत तक का टैरिफ दर लगाया गया है.
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