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लखनऊ में योगी के सामने भावुक हुई शहीद पुलिसकर्मी की पत्नी, यूपी सीएम ने कहा- प्रदेश सरकार शहीदों के परिजनों के साथ खड़ी है

यूपी पुलिस की सेवा के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परेड को सलामी दी, उसके बाद उन्हें शोक पुस्तिका दी गई. इस दौरान उन्होंने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया और उनके शौर्य की सराहना की.

मंगलवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ रिजर्व पुलिस लाइन में पुलिस स्मृति दिवस समारोह में पहुंचे. उन्होंने राष्ट्र और समाज की सुरक्षा के लिए प्राणों की आहुति देने वाले शहीद पुलिसकर्मियों की स्मृति में हिस्सा लिया. इस खास मौके पर उन्होंने शहीदों के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी, उसके बाद परेड को सलामी दी और फिर शोक पुस्तिका ली. इसके अलावा सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश पुलिस के 3 शहीद जवानों को याद किया और उनके शौर्य की सराहना की. इस बीच एक शहीद पुलिसकर्मी की पत्नी अचानक से भावुक हो गईं. 

शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की 

यूपी पुलिस की सेवा के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परेड को सलामी दी, उसके बाद उन्हें शोक पुस्तिका दी गई. इस दौरान उन्होंने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया और उनके शौर्य की सराहना की. 

पुलिसकर्मियों की वीरता को मिली मान्यता 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को पुलिसकर्मियों की वीरता को मान्यता देने के लिए गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस 2025 पर 34 पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति वीरता पदक, 11 को वशिष्ठ सेवा पदक और 145 को दीर्घ सेवा पदक प्रदान किए. इसके अलावा गृह मंत्रालय द्वारा 763 पुलिस अधिकारियों को अति उत्कृष्ट सेवा पदक और 486 को उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया. मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पदक से 3 पुलिसकर्मी सम्मानित हुए. DGP स्तर पर 33 प्लेटिनम, 115 गोल्ड और 789 सिल्वर प्रशंसा चिन्ह प्रदान किए गए. 

भावुक हुई शहीद पुलिसकर्मी की पत्नी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शहीदों के परिजनों को सम्मान देने के दौरान एक शहीद पुलिसकर्मी की पत्नी अचानक से भावुक हो गईं. उनकी आंखों से आंसू निकलने लगे और उन्होंने रुमाल से अपने आंसुओं को पूछा. 

ड्यूटी के दौरान यूपी के 3 पुलिसकर्मी शहीद 

बता दें कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश पुलिस के 3 शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को सम्मानित किया. इनमें शहीद कांस्टेबल सौरभ कुमार, हेड कांस्टेबल दुर्गेश कुमार सिंह और STF के इंस्पेक्टर सुनील कुमार के परिजनों को सम्मानित किया गया. तीनों ही पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे. इनमें कांस्टेबल सौरभ कुमार वांछित अपराधी कादिर की गिरफ्तारी के दौरान भीड़ द्वारा किए गए हमले में गोली का शिकार हुए थे, जिससे उनकी मौत हो गई थी. दूसरे शहीद पुलिसकर्मी हेड कांस्टेबल दुर्गेश कुमार सिंह थे, जिन्होंने गो-तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान बिना अपनी जान की परवाह किए. गो-तस्करों की गाड़ी चेकिंग के लिए रोका, लेकिन गो-तस्करों ने पिकअप उनके ऊपर चढ़ा दिया, वहीं तीसरे शहीद STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार जब अपनी टीम के साथ एक लाख के इनामी अपराधी अरशद की तलाश में शामली पहुंचे, इस दौरान मुठभेड़ के दौरान बदमाशों की गोलियां, उनके सीने में लगी, लेकिन उसके बावजूद उन्होंने मोर्चा संभाले रखा और चारों बदमाशों को ढेर कर दिया, उसके बाद गुरुग्राम में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली. 

'शहीद परिवारों के साथ खड़ी है यूपी सरकार'

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस स्मृति दिवस पर शहीद पुलिसकर्मियों के चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि 'हम सब उन समस्त वीर पुलिसजनों को नमन करते हैं, जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में अपने प्राणों की आहुति दी, उनका बलिदान सदैव प्रेरणा स्त्रोत रहेगा. प्रदेश सरकार शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारों के कल्याण के लिए पूर्ण संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है. सरकार भविष्य में भी उनके सम्मान और सुविधाओं के लिए हर संभव कदम उठाएगी.'

30 करोड़ 70 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई 

बता दें कि पिछले एक वर्ष के अंदर यूपी की योगी सरकार द्वारा ड्यूटी के दौरान शहीद हुए 96 पुलिसकर्मियों, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और अन्य राज्यों की सेनाओं में कार्यरत उत्तर प्रदेश के मूल निवासियों के परिवारों को 30 करोड़ 70 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है. सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश पुलिस ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी कर्तव्यों को सर्वोपरि मानते हुए अपराध नियंत्रण, कानून-व्यवस्था की मजबूती और महिला सुरक्षा में सराहनीय योगदान दिया है.

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