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आंध्र प्रदेश पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 1.5 करोड़ के इनामी नक्सली उदय, चैतन्य और अंजू को किया ढेर, 25 मिनट तक चली मुठभेड़

आंध्र प्रदेश पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. जहां किंतुकुरू गांव के पास मरेडुमिल्ली और रामपचौड़वरम क्षेत्रों के बीच 25 मिनट तक चली मुठभेड़ में तीन बड़े नक्सली मारे गए हैं. इनमें दो पुरुष और एक महिला शामिल है. तीनों कई दशकों से माओवादी संगठन से जुड़े हुए थे.

आंध्र प्रदेश पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. एक मुठभेड़ में माओवादी संगठन के केंद्रीय समिति के सदस्य और AOBSZC सचिव रवि उर्फ उदय और पूर्वी डिवीजन सचिव रवि वेन्का चैतन्य मारे गए हैं. इसके अलावा एक नक्सली महिला अरुणा अंजू भी मारी गई है. यह मुठभेड़ किंतुकुरू गांव के पास मरेडुमिल्ली और रामपचौड़वरम क्षेत्रों के बीच करीब 25 मिनट तक चली है. इन तीनों नक्सलियों पर कुल 1.5 करोड़ का इनाम घोषित था. नक्सलियों से 2 AK-47 राइफल और अन्य कई सामग्री बरामद की गई है. 

मारे गए खूंखार नक्सली उदय और अरुणा

तेलंगाना के वरंगल जिले के वेलिसाला गांव का रहने वाला गजरला रवि उर्फ उदय 62 वर्ष आंध्र प्रदेश पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया है. वह साल 1980 में पीपुल्स वार ग्रुप में शामिल हुआ था. इसके अलावा रेडिकल स्टूडेंट्स यूनियन यानी RSU का भी नेता रह चुका था. तेलंगाना में उसे PWG से झटका लगने के बाद वह आंध्र-ओडिशा सीमा पर रह रहा था. उसका पूरा परिवार उग्रवाद से जुड़ा रहा है, पत्नी जमीला, बड़ा भाई आजाद, सभी भाभी मुठभेड़ में मारे गए हैं. वहीं छोटे भाई ने आत्मसमर्पण कर दिया था. वहीं उदय का साथी चैतन्य भी मारा गया है. 

नक्सली अंजू भी मारी गई

नक्सलवाद से जुड़ी महिला अरुणा अंजू भी इस मुठभेड़ में मारी गई है. वह मूल रूप से विशाखापट्टनम जिले के एक गांव की रहने वाली थी. वह केंद्रीय समिति के नेता प्रताप रेड्डी रामचंद्र रेड्डी उर्फ चलापति की पत्नी थी. पिछले 25 सालों से वह माओवादी आंदोलन से जुड़ी हुई थी. हाल ही में प्रताप रेड्डी की भी मुठभेड़ में मौत हुई थी. उसका भाई भी आजाद गलीकोंडा भी नक्सल ग्रुप का एरिया कमांडर था. वह 2015 में हुई एक मुठभेड़ में मारा गया था. अरुणा अंजू हाल के दिनों में स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थी.

AOBSZC माओवादियों का एक प्रमुख गढ़ रहा है

हाल के कुछ वर्षों में देखा जाए, तो आंध्र प्रदेश और ओडिशा सीमा पर माओवादियों को बड़ा झटका लगा है. सुरक्षाबलों के एनकाउंटर में कई नक्सलवादी मारे गए हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने देश से साल 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने का एक टारगेट सेट कर रखा है. जिसको लेकर महाराष्ट्र, आंध्र-प्रदेश ओडिशा, छत्तीसगढ़ में कई महीनो से हजारों जवानों द्वारा ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इनमें अधिकतर बड़े नक्सली मारे जा चुके हैं.

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