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AI से ऑनलाइन शॉपिंग बनी अब और भी स्मार्ट : सर्च से लेकर पेमेंट तक मिलेगा एकदम आसान और सुरक्षित अनुभव

AI की मदद से ऑनलाइन शॉपिंग अब पहले से कहीं ज्यादा स्मार्ट और आसान हो गई है. सर्च से लेकर पेमेंट तक हर स्टेप AI आपको तेज़, सुरक्षित और पर्सनलाइज्ड अनुभव देता है. यह तकनीक खरीदारी को सरल, समय-बचाने वाला और मज़ेदार बना रही है.

17 Oct, 2025
( Updated: 17 Oct, 2025
05:52 PM )
AI से ऑनलाइन शॉपिंग बनी अब और भी स्मार्ट : सर्च से लेकर पेमेंट तक मिलेगा एकदम आसान और सुरक्षित अनुभव

ऑनलाइन शॉपिंग अब पहले जैसी नहीं रही. कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) ने इसे स्मार्ट और तेज बना दिया है. पहले घंटों तक प्रोडक्ट ढूंढना, तुलना करना और पेमेंट करना पड़ता था, लेकिन अब AI टूल्स की मदद से ये सब कुछ सेकंड्स में हो रहा है. DHL की 2025 ई-कॉमर्स रिपोर्ट के मुताबिक, 70% लोग AI की मदद से वर्चुअल ट्राई-ऑन और वॉयस सर्च जैसे फीचर्स चाहते हैं. 2025 में AI से शॉपिंग करने वालों की संख्या 520% तक बढ़ सकती है. ये बदलाव खरीदारी को आसान बना रहा है और दुकानदारों के लिए नए मौके ला रहा है.

स्मार्ट सर्च: अब खरीदारी बातचीत जैसी

अब सर्च करने का पुराना तरीका पीछे छूट गया. AI सर्च टूल्स आपकी बात को समझकर वैसी चीजें दिखाते हैं, जैसी आप चाहते हैं. मिसाल के तौर पर, अगर आप कहें, "मुंबई की बारिश के लिए अच्छा वाटरप्रूफ बैग," तो AI आपके बजट, स्टाइल और जगह के हिसाब से प्रोडक्ट सुझाएगा. Google का AI मोड और Perplexity जैसे टूल्स चैट की तरह सर्च करते हैं. 47% युवा हर हफ्ते AI सर्च इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे सही प्रोडक्ट ढूंढना आसान हो गया है और ऑर्डर की वैल्यू भी बढ़ रही है.

पर्सनलाइजेशन: आपके लिए खास अनुभव

AI अब आपकी पसंद, खरीदारी का इतिहास और जरूरतों को समझकर खास अनुभव देता है. Amazon Alexa और Apple Siri जैसे वॉयस असिस्टेंट्स से आप वॉयस कमांड देकर प्रोडक्ट ढूंढ सकते हैं, कीमत चेक कर सकते हैं और डिलीवरी ट्रैक कर सकते हैं. DHL की रिपोर्ट कहती है कि 70% लोग वर्चुअल ट्राई-ऑन चाहते हैं, जो कपड़े या घर की सजावट के लिए स्टाइल सुझाता है. 2024 में वर्चुअल ट्राई-ऑन मार्केट 12.5 बिलियन डॉलर का था, जो 2030 तक 48.8 बिलियन तक पहुंच सकता है. इससे खरीदारी तेज होती है और सही प्रोडक्ट मिलता है.

AI एजेंट्स: खरीदारी अब खुद-ब-खुद

2025 में AI एजेंट्स शॉपिंग को और आसान बना रहे हैं. ये एजेंट्स प्रोडक्ट ढूंढने, कार्ट में डालने और खरीदारी पूरी करने तक का काम करते हैं. Adobe की रिपोर्ट के मुताबिक, 50% से ज्यादा लोग साल के अंत तक AI असिस्टेंट्स से शॉपिंग चाहते हैं. BCG की स्टडी कहती है कि US की रिटेल साइट्स पर AI ब्राउजर्स से ट्रैफिक 4700% बढ़ा है. Walmart पर 21% ट्रैफिक ChatGPT से आ रहा है. Etsy, Target और eBay पर भी AI का इस्तेमाल बढ़ रहा है. अब आप बस बोलें, और AI बाकी काम कर लेगा.

तेज, आसान और स्मार्ट पेमेंट

AI ने पेमेंट को भी आसान कर दिया है. Perplexity और PayPal की साझेदारी से आप चैट में ही कंसर्ट टिकट या ट्रैवल बुकिंग कर सकते हैं. PayPal शिपिंग और ट्रैकिंग भी संभालता है. Visa और Mastercard AI से पेमेंट सिस्टम बना रहे हैं, जो अपने आप ट्रांजेक्शन शुरू करते हैं. Adobe का अनुमान है कि 2025 के होलीडे सीजन में AI से शॉपिंग 520% बढ़ेगी. eBay AI चेकआउट पर खास सुझाव देता है, जिससे खरीदारी और आसान हो जाती है.

डेटा की सुरक्षा जरूरी

AI के फायदों के साथ डेटा सिक्योरिटी एक बड़ी चिंता है. लोग अपने डेटा के गलत इस्तेमाल से डरते हैं. इसलिए रिटेलर्स को डेटा एन्क्रिप्शन और सिक्योर पेमेंट सिस्टम्स पर ध्यान देना होगा. Salesforce की रिपोर्ट कहती है कि 92% बिजनेस AI से पर्सनलाइजेशन कर रहे हैं, लेकिन डेटा की पारदर्शिता जरूरी है. सिक्योर सिस्टम्स से ही लोग भरोसा करेंगे.

2025 में AI ने ऑनलाइन शॉपिंग को तेज, आसान और खास बना दिया है. सर्च से लेकर पेमेंट तक, हर कदम पर AI झंझट कम कर रहा है. रिटेलर्स को AI अपनाकर फायदा उठाना चाहिए, वरना वे पीछे रह जाएंगे. Forbes के मुताबिक, "AI शॉपिंग का दौर शुरू हो चुका है. " ये नया दौर खरीदारी को और मजेदार बना रहा है और ग्लोबल ई-कॉमर्स को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है.

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