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SSC भर्ती घोटाला: टीएमसी विधायक जीवन कृष्ण साहा ईडी की हिरासत में, 238 करोड़ की अवैध कमाई का खुलासा

ईडी ने सीबीआई एसीबी कोलकाता द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर जांच शुरू की. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सीबीआई को पश्चिम बंगाल केंद्रीय एसएससी द्वारा सहायक शिक्षकों की भर्ती में की गई अवैधताओं और अनियमितताओं के मामले में जांच शुरू करने का निर्देश दिया था.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुर्शिदाबाद के बुरवान निर्वाचन क्षेत्र से टीएमसी विधायक जीवन कृष्ण साहा को धन शोधन अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया. कोलकाता क्षेत्रीय कार्यालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की.

टीएमसी विधायक 6 दिनों की ईडी हिरासत में 

यह गिरफ्तारी पश्चिम बंगाल के स्कूलों में सहायक शिक्षकों (कक्षा 9 से 12) की अवैध नियुक्तियों के मामले में की गई है, जो पश्चिम बंगाल केंद्रीय विद्यालय सेवा आयोग (एसएससी) के अधिकारियों के साथ आपराधिक साजिश के तहत की गई थी. जीवन कृष्ण साहा को विशेष न्यायालय, कोलकाता के समक्ष पेश किया गया, जिसने मामले की आगे की जांच के लिए 6 दिनों की ईडी हिरासत प्रदान की है.

ईडी ने शुरू की जांच

ईडी ने सीबीआई एसीबी कोलकाता द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर जांच शुरू की. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सीबीआई को पश्चिम बंगाल केंद्रीय एसएससी द्वारा सहायक शिक्षकों की भर्ती में की गई अवैधताओं और अनियमितताओं के मामले में जांच शुरू करने का निर्देश दिया था.

ईडी की जांच से पता चला है कि विधायक जीवन कृष्ण साहा ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर सहायक शिक्षक के पद पर नौकरी दिलाने के बदले अयोग्य उम्मीदवारों से भारी रकम वसूलने के लिए एक एजेंट के रूप में काम किया. अपराध की आय (पीओसी) उनके और उनकी पत्नी के बैंक खातों में जमा की गई.

जांच के दौरान, विभिन्न उम्मीदवारों ने सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति का वादा करके जीवन कृष्ण साहा को सीधे नकद भुगतान करने की पुष्टि की.

टीएमसी विधायक ने की सबूत नष्ट करने की कोशिश

इसके अलावा, 25 अगस्त को जीवन कृष्ण साहा के आवास, उनके सहयोगियों और प्रसन्न कुमार रॉय से जुड़े परिसरों पर भी तलाशी अभियान चलाया गया. तलाशी के दौरान जीवन कृष्ण साहा ने परिसर से भागने का प्रयास किया और अपने मोबाइल फोन को नाले में फेंककर सबूत नष्ट करने की कोशिश की, जिसे बाद में तलाशी दल ने बरामद कर लिया. तलाशी के दौरान डिजिटल उपकरण, आपत्तिजनक दस्तावेज और संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए गए. एसएससी (सहायक शिक्षक) भर्ती घोटाले के इस मामले में, पीओसी सैकड़ों करोड़ रुपए में है और ईडी ने अब तक लगभग 238 करोड़ रुपए की पीओसी ज़ब्त की है.

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