पढ़ाई के लिए गया था रूस… सेना ने जबरन शामिल किया, यूक्रेन की कैद में गुजराती छात्र ने मोदी सरकार से लगाई गुहार
रूस और यूक्रेन के बीच 3 साल से चल रही जंग का खामियाजा अब भारतीयों को भी चुकाना पड़ रहा है. गुजरात का साहिल यूक्रेनी सेना की कैद में है.
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रूस (Russia) में एक साल पहले पढ़ने गया भारतीय छात्र यूक्रेन (Ukraine) की कैद में है. यूक्रेनी सेना की कैद से छात्र ने वीडियो बनाकर मोदी सरकार से मदद की गुहार लगाई है. यूक्रेनी सैनिकों ने ही छात्र के वीडियो परिवार को भेजे हैं.
रूस और यूक्रेन के बीच 3 साल से चल रही जंग का खामियाजा अब भारतीयों को भी चुकाना पड़ रहा है. जंग थमने का नाम नहीं ले रही और दोनों देशों की सेनाओं में बड़े पैमाने पर भर्तियां हो रही हैं. रूसी सेना में कई भारतीयों को शामिल करने के मामले भी सामने आए हैं. अब रूस की तरफ से लड़ रहे एक भारतीय छात्र साहिल मोहम्मद हुसैन को यूक्रेन में पकड़ लिया है और अब उसने मदद की गुहार लगाई है.
यूक्रेन में कैद छात्र ने क्या कहा?
23 साल के साहिल मोहम्मद हुसैन मजोठी एक साल पहले रूस पढ़ाई करने गए थे. उन्होंने वीडियो के जरिए बताया, ड्रग्स की तस्करी के झूठे मामले में फंसाकर सेना में जबरदस्ती शामिल करवाया गया. कुछ समय ट्रेनिंग देने के बाद यूक्रेन से जंग में लड़ने भेज दिया गया. अब यूक्रेन में साहिल मोहम्मद को बंधक बना लिया गया. वह कीव के एक शिविर में कैद हैं. साहिल ने वीडियो में भावुक होते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से वापसी में मदद की गुहार लगाई है.
'रूस आने वाले छात्र सावधान रहें...' यूक्रेनी सेना की कैद में गुजरात के छात्र साहिल मोहम्मद हुसैन, Video मैसेज जारी कर मोदी सरकार से लगाई वापसी की गुहार. साहिल को रूसी सेना में जबरन शामिल कराया गया था. अब वह यूक्रेनी सेना की कैद में हैं. परिवार को साहिल के ये वीडियो भेजे गए हैं.… pic.twitter.com/rmyYKu9CPd
— NMF NEWS (@nmfnewsofficial) December 22, 2025
साहिल ने कहा, 2024 में वह पढ़ाई के लिए रूस आया था लेकिन आर्थिक और वीजा दिक्कतों के कारण वह कुछ रूसी लोगों के संपर्क में आया. बाद में पता चला वे लोग नशीले पदार्थों के धंधे से जुड़े थे. रूस में कम से कम 700 लोगों को ड्रग्स के आरोप में जेल में डाला गया है. इनमें से केवल साहिल मोहम्मद को ही सेना में शामिल होने का ऑफर दिया. साथ में कहा गया कि सैनिक बनने के बाद ड्रग्स का केस वापस ले लिया जाएगा. साहिल ने बताया, उसे महज 15 दिन की ट्रेनिंग दी गई और लड़ने भेज दिया. साहिल ने यूक्रेन के सामने सरेंडर कर दिया.
भारतीय छात्रों को किया अलर्ट
यूक्रेन की कैद से साहिल ने कहा, ‘मैं खुद को बेहद असहाय महसूस कर रहा हूं. मुझे नहीं पता आगे क्या होगा लेकिन रूस आने वाले युवाओं के लिए मेरा संदेश है, सावधान रहें यहां बहुत से ठग हैं जो आपको झूठे ड्रग्स केस में फंसा सकते हैं.’ उन्होंने कहा कि मैं भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करता हूं, कृपया मेरी मदद करें. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हाल ही में भारत आए थे. मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि मेरी सुरक्षित घर वापसी के लिए पुतिन से बात करें.
परिवार को जब बेटे के वीडियो मिले तो उन्होंने वापसी के लिए दिल्ली की एक कोर्ट में याचिका लगाई है. बताया जा रहा है अदालत फरवरी में इस मामले की सुनवाई करेगी. वहीं, परिवार की गुहार पर विदेश मंत्रालय ने भी संज्ञान लिया है. मॉस्को में भारतीय दूतावास रूसी अधिकारियों से संपर्क कर रहा है जिससे साहिल को सुरक्षित घर वापस लाया जा सके.
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ये पहला मामला नहीं है इससे पहले भी भारतीयों के रूसी सेना में फंसे होने की बात सामने आई थी. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दौरे में PM मोदी ने ये मुद्दा भी उठाया था. उन्होंने पुतिन से भारतीयों की सुरक्षित वापसी की मांग रखी थी. वहीं, विदेश मंत्रालय भी भारतीय छात्रों को आगाह कर चुका है. विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिस्री ने 5 दिसंबर को कहा था, 5 दिसंबर को विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, 'भारत उन नागरिकों की रिहाई के लिए कोशिश कर रहा है जो रूसी सशस्त्र बलों में शामिल हो गए हैं. रूस में मौजूद भारतीय ऐसे किसी भी ऑफर से बचें और एंबेसी से संपर्क करें.’ 24 फरवरी 2022 से रूस और यूक्रेन के बीच वॉर छिड़ा हुआ है. कई दौर की वार्ता के बाद भी दोनों देशों के बीच स्थिति सामान्य नहीं हुई.
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