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खूनी हनीमून वाली सोनम से लेकर नीले ड्रम वाली मुस्कान तक...दशहरे पर जलेगा इन 11 'किलर' महिलाओं का पुतला

बुराई पर अच्छाई की जीत वाले दशहरे पर यूं तो हर कहीं रावण के ही पुतले जलाए जाते हैं लेकिन इस बार इंदौर वासी इतिहास से हटकर कुछ करेंगे. यहां रावण नहीं बल्कि शूर्पणखाओं के पुतले जलेंगे. इनमें सोनम रघुवंशी, मुस्कान माहेश्वरी, निकिता सिंघानिया समेत 11 ‘किलर’ महिलाएं कौन-कौन हैं जानिए.

सोशल मीडियाा/X

एमपी अजब है सबसे गजब है…ये महज मध्य प्रदेश टूरिज्म की स्लोगन लाइन नहीं हैं हकीकत में भी यहां अजब-गजब चीजें होती रहती हैं. एक गजब बात इस बार यहां दशहरे के दिन होने वाली है जब   यहां लंकापति रावण के नहीं बल्कि शूर्पणखा के पुतले जलेंगे और इन पुतलों पर उन महिलाओं का प्रतीकात्मक चेहरा लगेगा जिन पर अपने बच्चे या पति की हत्या का आरोप है. 

बुराई पर अच्छाई की जीत वाले दशहरे पर यूं तो हर कहीं रावण के ही पुतले जलाए जाते हैं लेकिन इस बार इंदौर वासी इतिहास से हटकर कुछ करेंगे. यहां रावण नहीं बल्कि शूर्पणखाओं के पुतले जलेंगे. सोनम रघुवंशी, मुस्कान माहेश्वरी, निकिता सिंघानिया समेत 11 महिलाओं के पुतले दहन किए जाएंगे. ये वो महिलाएं हैं जिन पर अपने ही घर को खून से रंगने का आरोप है. इस अनोखे दहन को नाम दिया गया है मॉर्डन कलयुगी शुर्पणखा दहन. 

इंदौर में कहां होगा कलयुगी शूूर्पणखा दहन? 

जज्बात बदल देने वाला ये दशहरा कार्यक्रम पहले से काफी सुर्खियों में है. सोशल मीडिया से लेकर गली मोहल्ले तक इसकी चर्चा होने लगी. ऐसे में लोग इसे देखने के लिए एक्साइटेड हैं. इंदौर के महालक्ष्मी मेला ग्राउंड में ये दहन होगा. वहीं, इसमें रावण के 10 चेहरों की जगह 11 महिलाओं की फोटो होगी. इसे संस्था पौरुष (पीपुल अगेंस्ट अनइक्वल रूल्स यूज्ड टू शेल्टर हैरासमेंट) आयोजित कर रही है.

कौन हैं वो 11 महिलाएं जिनका दशहरे पर होगा दहन? 

इन 11 महिलाओं में पति और बच्चों की कातिल शामिल हैं. इनमें सबसे चर्चित नाम है इंदौर की सोनम रघुवंशी और मुस्कान माहेश्वरी है. इनके अलावा फिरोजाबाद की शशि, मेरठ की रविता, राजस्थान के कुचामन की हर्षा, बैंगलोर की सूचना सेठ(बच्चे की हत्या की आरोपी) जौनपुर की निकिता सिंघानिया, देवास की हंसा, दिल्ली की सुष्मिता, मुंबई की गुड़िया, ओरैया की प्रियंका. फोटों के साथ महिलाओ की डिटेल पौरुष संस्था ने शेयर की है.

(फोटो- पौरुष संस्था ने शेयर की डिटेल)

क्या है मॉर्डन कलयुगी दहन का मकसद? 

कलयुगी शूर्पणखा दहन का मकसद समाज में महिलाओं के अपराधों को सामने लाना है. पौरुष संस्था का कहना है कि, समाज में घरेलू हिंसा और पत्नी पीड़ित पुरुषों के मुद्दों पर कम बात होती है. यह कार्यक्रम महिला अपराधों पर सोचने और जागरूकता बढ़ाने का काम करेगा. 

संस्था के अध्यक्ष अशोक दशोरा का तर्क है कि, युगों-युगों से महिलाओं के अपराधों की सजा पुरुष को ही भुगतनी पड़ती है. महिला कितनी ही दोषी क्यों न हो, सामाजिक अपमान, तिरस्कार और कानूनी सजा का भार पुरुषों पर ही डाला जाता है. 

जब गणेश पंडाल में लगा राजा रघुवंशी मर्डर का पोस्टर 

ये पहला मौका नहीं है जब इंदौर ने इस तरीके का कोई कारनामा किया हो. इससे पहले गणेश चतुर्थी के पंडाल में भी राजा रघुवंशी हत्याकांड का पोस्टर लगाया गया था. इसमें राजा और उसकी पत्नी सोनम की शादी की फोटो लगाई गई थी.  पोस्टर में लिखा था, टाइटल दिया था 'इंदौर का नाम बदनाम' ‘जिंदगी में सब कुछ करना लेकिन किसी के मां के बेटे की जिंदगी खराब म करना.’ इतना ही नहीं पोस्टर में ये भी लिखा था कि, सुरक्षित है फूल बाग के अब टहनियां संभालो. बहुत बचा लिया बेटियों को अब बेटों को बचा लो. 

हालांकि संस्था के ऐसे नारों और विचारों पर कई लोगों ने सवाल भी उठाए. सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने कहा, महिलाओं के अपराध पर शूर्पणखा दहन किया जा रहा है लेकिन आए दिन बेटियों के साथ घिनौने काम करने वाले पुरुष और दहेज के लिए पत्नियों को मारने वाले बेरहम पतियों के पुतलों का दहन कब होगा? 

क्या था राजा रघुवंशी हत्याकांड? 

ये मामला मई 2025 का है जब मेघालय में हनीमून मनाने गई सोनम रघुवंशी ने अपने पति राजा रघुवंशी को दर्दनाक मौत दी. राजा इंदौर में ट्रांसपोर्ट कारोबारी था. 11 मई को सोनम की शादी राजा से हुई थी. 21 मई को राजा-सोनम शिलॉन्ग पहुंचे. 23 मई को दोनों की परिवार से आखिरी बार बात हुई थी. इसके बाद सोनम और राजा के अचानक गायब होने की खबर आई. कई दिनों की तलाश के बाद भी दोनों का कहीं पता नहीं चला. इसके बाद 2 जून को राजा का शव मिला, लेकिन सोनम का कुछ पता नहीं चला. हकीकत तो ये थी कि सोनम ने 23 मई को ही बॉयफ्रेंड राज के साथ मिलकर पति राजा की हत्या कर दी थी और खुद राज के साथ लौट आई. उसे यूपी के गाजीपुर से अरेस्ट किया गया था. 

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