चारधाम जाने वाले श्रद्धालु, सुविधा, प्रतिबंध, हर चीज के बारे में यहां जाने
चारधाम की यात्रा शुरु होने वाली है, सरकार तैयारियों में लगी हुई है, रजिस्ट्रेशन भी शुरु हो गए हैं, ऐसे में अगर आप भी चारधाम जाना चाहते हैं तो रजिस्ट्रेशन कराने से पहले यहां सारी जानकारी लें

देवभूमि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरुआत होने वाली है, 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी, ऐसे में पिछले साल की चारधामा यात्रा की समीक्षा करने के साथ इस साल शुरु होने जा रही यात्रा व्यवस्थाओं को और ज्यादा बेहतर किया गया है, सीएम धामी के मार्गदर्शन में सरकार सुविधाओं को बढ़ा रही है, ताकि भक्तों को परेशानी न हो, अबकी चारधामा यात्रा के दौरान
यात्रा मार्ग पर 15 सुपर और 41 सामान्य जोन में विभाजित करके व्यवस्थाएं तय की गई. मेडिकल सुविधा का ख़ास ख़्याल रखा गया, हज़ारों मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति की गई है. 154 एंबुलेंस यात्रा मार्ग पर अलर्ट मोड पर रहेंगी. 50 स्थानों पर स्क्रीनिंग सेंटर बनाए गए है. पार्किंग व्यवस्था दुरूस्त की गई, 50 हजार वाहनों की पार्किंग अबकी हो सकेगी.
वहीं इसके अलावा अबकी रीलबाजों पर लगाम कस दी गई है, पिछले साल रील बनाने वालों के चलते काफी अव्यवस्था हुई थी, इसलिए इस बार कैमरा ऑन करने की भी परमिशन नहीं होगा, वहीं पैसे देकर VIP दर्शन की व्यवस्था भी धामों पर बंद रहेगी, ये बातें बद्रीनाथ धाम के पंडा पंचायत ने तय कर दी है.
ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार सुरक्षा, सुविधा व्यवस्थाओं का जायज़ा ले रहें हैं, इसी बीच उन्होंने कहा "अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि राज्य में आने वाला प्रत्येक श्रद्धालु प्रदेश का अतिथि है, चारधाम यात्रा को सुगम, सुरक्षित और श्रद्धालुओं के लिए सुलभ बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं, यात्रा की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और इसे और बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहे हैं"
चारधाम यात्रा को लेकर सीएम धामी ख़ुद मोर्चा संभाले हुए हैं और समीक्षा बैठकर कर निर्देश जारी कर रहें हैं, अभी देहरादून में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में सीएम धामी ने कहा "हमारा लक्ष्य है कि उत्तराखंड आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को बिना किसी परेशानी के चार धाम के दर्शन कराए जाएं, इसके लिए यात्रा से जुड़े सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ लगातार संवाद किया जा रहा है, यात्रा मार्गों की मरम्मत, स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था, और यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, चारधाम यात्रा उत्तराखंड की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा है, इस यात्रा को और सरल बनाने के लिए अगर कोई अतिरिक्त कार्य करने की आवश्यकता होगी, तो उसे तत्काल पूरा किया जाएगा"
फ़िलहाल, एक तरफ़ सरकार तैयारियों में लगी हुई है, वहीं दूसरी तरफ़ चारधामा यात्रा के लिए लगातार रजिस्ट्रेशन हो रहें हैं, ख़बर लिखे जाने तक 9 लाख से ज़्यादा भक्तों ने रजिस्ट्रेशन करा लिए हैं और ये सिलसिला लगातार जारी है "अभी तक लगभग तीन लाख श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम के लिए रजिस्ट्रेशन कराया, बद्रीनाथ के लिए अभी तक लगभग ढाई लाख लाख रजिस्ट्रेशन, यमुनोत्री के लिए 1 लाख 30 हज़ार से ज़्यादा रजिस्ट्रेशन, गंगोत्री के लिए 1 लाख 40 हज़ार से ज़्यादा रजिस्ट्रेशन, हेमकुंड साहिब लगभग 8 हजार श्रद्धालु दर्शन करने जाएंगे"
ऐसे में अगर आप भी चारधामा यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहें हैं तो रजिस्ट्रेशन की प्रकिया समझ लीजिए, चारधाम यात्रा पर जाने के लिए "पर्यटन विकास परिषद रजिस्ट्रेशन के लिए वेबसाइट पर एप्लाई कर सकते हैं, इसके अलावा मोबाइल नंबर, वॉट्सएप और टोल फ्री नंबर भी वेबसाइट पर जारी होगा, इस पर कॉल कर आप अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, यात्रा शुरू होने के बाद हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी शुरू होगी, अगर आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर सकते, तो ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कर यात्रा पर कर सकते हैं"
लेकिन ये ध्यान रहे अगर रील बनाने के लिए चारधाम यात्रा पर जा रहें हैं तो सावधान रहिए, अबकी रीलबाजों के लिए व्यवस्था की गई है और वो व्यवस्था यही है कि अपना मोबाइल कैमरा बैग या जेब में रखे, रील बनाकर परेशानी न खड़ी करे वरना प्रशासन इलाज कर देगा, बाकी व्यूज या वायरल होने का चक्कर छोड़कर भक्ति करने जाने वालों को कोई परेशानी नहीं होगा, धामी सरकार आपकी सुविधा में हाजिर है