आंखों में आंसू, हाथों में तिरंगा, हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे... देर रात ईरान से लौटे भारतीयों का कुछ ऐसा था रिएक्शन
देर रात ईरान से भारतीय छात्रों और नागरिकों का जत्था विमानों से दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर उतरा. जहां खुशी से झूमते सभी लोग भारत माता के नारे लगा रहे थे. बता दें कि ईरान-इजरायल युद्ध के बीच भारत सरकार 1000 भारतीय छात्रों को युद्ध क्षेत्र से वतन वापसी करा रही है. इस मिशन का नाम 'ऑपरेशन सिंधु' दिया गया है.

ईरान-इजरायल युद्ध के बीच भारतीय कूटनीति की बड़ी जीत हुई है. भारत सरकार ने अपने नागरिकों के लिए ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत सैकड़ों छात्रों की वतन वापसी कराई है. ईरान में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित लाने में ईरान सरकार ने बड़ा सहयोग किया है. इसी कड़ी में ईरान के मशहद और अश्गाबात से दो फ्लाइट ने भारत के लिए उड़ान भरी है. दोनों ही फ्लाइट देर रात दिल्ली पहुंच चुकी है.
जम्मू-कश्मीर शासन के नेशनल कन्वीनर ने पीएम मोदी को धन्यवाद किया
भारत सरकार के इस निर्णायक कदम को लेकर जम्मू-कश्मीर छात्र संघ के नेशनल कन्वीनर नासिर खुहामी ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद किया है. उन्होंने कहा है कि 'भारतीय छात्रों और उनके परिवारों के लिए बड़ी राहत की खबर है. 290 छात्र, जिनमें से अधिकांश कश्मीर घाटी से हैं. हम भारत सरकार खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के आभारी हैं. उन्होंने समय पर निकासी अभियान शुरू किया. हमें उम्मीद है कि सभी शेष छात्रों को जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा.'
डरे-सहमे छात्रों की आंखों से निकले आंसू
ईरान-इजराइल के बीच जारी जंग में फंसे भारतीय छात्र बुरी तरीके से डरे हुए थे, लेकिन जैसे ही उनकी वतन वापसी हुई उनकी आंखों में आंसू और जुबा से हिंदुस्तान जिंदाबाद, भारत माता की जय के नारे लगाने लगे. इस दौरान काफी भावुक पल देखने को मिला. सभी ने एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही देश की मिट्टी को चूमा.
ईरान में भारतीय दूतावास ने सब कुछ किया आसान
वतन वापसी पर ईरान से सुरक्षित निकाली गई एक भारतीय महिला ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 'मैं यह बताने में असमर्थ हूं, कि मैं अभी क्या महसूस कर रही हूं. मेरा परिवार बहुत चिंतित था. ईरान में हम सहज थे, हमें 5-स्टार होटल मुहैया कराया गया था और हमें सुरक्षा प्रदान की गई थी, लेकिन यहां आने के बाद, हम सेफ फील कर रहे हैं. भारत सरकार का बहुत-बहुत धन्यवाद, हमें वहां किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा, क्योंकि हमारे दूतावास ने हमारे लिए सब कुछ आसान कर दिया था.'
ईरान से 1000 भारतीय छात्रों की हो रही वापसी
ईरान की तरफ से हवाई मार्ग खोले जाने के बाद 500 से ज्यादा भारतीयों का जत्था शनिवार देर रात दिल्ली पहुंचा. इनमें कुल दो उड़ाने शामिल हैं. वहीं तीसरी उड़ान शनिवार देर शाम तक निर्धारित की गई है. ऑपरेशन सिंधु के तहत 1000 छात्रों का जत्था भारत आएगा. ईरान के स्थानीय अधिकारियों द्वारा कहा गया है कि जो भी भारतीय देश छोड़कर जाना चाहते हैं, उनके लिए चार्टर्ड विमानों की व्यवस्था की गई है.
भारतीयों के लिए स्पेशल कॉरिडोर की व्यवस्था
बता दें कि ईरान-इजरायल के बीच पिछले आठ दिनों से संघर्ष जारी है. दोनों ही देशों की तरफ से एक-दूसरे के ऊपर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए जा रहे हैं. इस हमले के चलते ईरान ने अपना हवाई क्षेत्र पूरी तरीके से प्रतिबंधित कर दिया है. इनमें अधिकांश अंतरराष्ट्रीय उड़ाने बंद है, लेकिन इसके बावजूद भारतीय छात्रों और अन्य नागरिकों के लिए ईरान ने स्पेशल कॉरिडोर की व्यवस्था की है. भारत ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए इस मिशन को 'ऑपरेशन सिंधु' नाम दिया है.
इजरायली हमले में कुछ भारतीय छात्र घायल
देश की राजधानी दिल्ली में स्थित ईरानी दूतावास के अधिकारियों ने बताया है कि इजरायली हमले में कुछ भारतीय छात्र घायल हुए हैं. हालांकि, सभी छात्र तेहरान में विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं.
बुधवार को 110 भारतीय छात्रों का जत्था पहुंचा था भारत
इससे पहले ईरान से युद्ध के दौरान 110 भारतीय छात्रों का पहला जत्था बुधवार को राजधानी दिल्ली पहुंचा था. इनमें कुल 94 छात्र-छात्रा और बाकी अन्यकर्मी शामिल थे. यह सभी ईरान की उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे.
मोदी सरकार ने ईरान और आर्मेनिया का जताया आभार
ईरान में लगातार बिगड़ती स्थिति को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार अपने देश के नागरिकों को निकालने के लिए विभिन्न कदम उठा रही है. विदेश मंत्रालय की तरफ से पहली खेप में 110 छात्रों की भारत वापसी हो चुकी है. सभी भारतीय नागरिकों को ऑपरेशन सिंधु के तहत भारत लाया जा रहा है. सरकार सुरक्षा का काफी खास ध्यान दे रहा है. भारत सरकार ने निकासी प्रक्रिया को सुचारू रूप से बनाने के लिए ईरान और आर्मेनिया सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है.