BRICS के मंच पर एक बार फिर होगी भारत की मजबूत मौजूदगी, पीएम मोदी पहुंचे ब्राजील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिवसीय दौरे पर ब्राजील पहुंचे हैं, जहां वे 17वें BRICS शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं और राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा के निमंत्रण पर राजकीय यात्रा भी करेंगे. इससे पहले वे अर्जेंटीना में राष्ट्रपति जेवियर माइली से मिलकर व्यापार, रक्षा और ऊर्जा सहयोग पर चर्चा कर चुके हैं.
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों चार दिवसीय ब्राजील यात्रा पर हैं, जहां वे न केवल 17वें BRICS शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं, बल्कि ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा के निमंत्रण पर एक महत्वपूर्ण राजकीय यात्रा भी कर रहे हैं. यह दौरा वैश्विक मंच पर भारत की सशक्त मौजूदगी, उसकी कूटनीतिक भूमिका और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के साथ सहयोग की प्रतिबद्धता को दर्शाने वाला एक ऐतिहासिक क्षण है.
शनिवार की शाम जब प्रधानमंत्री मोदी ब्राजील के रियो डी जेनेरियो स्थित गैलेओ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे, तो उनका औपचारिक और गर्मजोशी से स्वागत किया गया. यह यात्रा मोदी की पांच देशों की विदेश यात्रा का चौथा चरण है. इससे पहले वे अर्जेंटीना में राष्ट्रपति जेवियर माइली से मिल चुके हैं, जहां व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और खनिज संसाधनों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर दोनों देशों के बीच व्यापक सहमति बनी थी.
PM मोदी ने सोशल मीडिया पर साझा की जानकारी
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी ब्राजील यात्रा की जानकारी साझा करते हुए लिखा, "ब्राजील के रियो डी जेनेरियो पहुंच गया हूं, जहां मैं BRICS शिखर सम्मेलन में हिस्सा लूंगा और बाद में राष्ट्रपति लूला के निमंत्रण पर राजकीय यात्रा पर ब्रासीलिया जाऊंगा. इस यात्रा के दौरान बैठकों और बातचीत के सार्थक दौर की उम्मीद है." विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी एक्स पोस्ट में कहा, "ब्रिक्स साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17वें BRICS शिखर सम्मेलन के लिए ब्राजील के रियो डी जेनेरियो पहुंचे." यह शिखर सम्मेलन ऐसे समय हो रहा है जब वैश्विक स्तर पर बहुपक्षीय सहयोग की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक महसूस की जा रही है. BRICS, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं, अब वैश्विक दक्षिण की आवाज़ बन चुका है और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए यह एक बेहद महत्वपूर्ण मंच बन गया है.
PM मोदी का हुआ भव्य स्वागत
इस दौरे की एक खास बात यह है कि यह भारत और ब्राजील के बीच लोगों से लोगों के संबंधों को और गहरा करने का अवसर भी बनेगा. भारतीय प्रवासी समुदाय की सक्रिय भागीदारी और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने यह साबित कर दिया है कि दोनों देशों के बीच संबंध सिर्फ सरकारों तक सीमित नहीं, बल्कि दिलों को जोड़ने वाले हैं. रियो डी जेनेरियो में प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में प्रवासी भारतीयों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की थीम पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुति दी, जिसने पूरे माहौल को भावनात्मक और गौरवपूर्ण बना दिया. प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा वैश्विक दक्षिण में भारत की अग्रणी भूमिका को सशक्त करती है. BRICS जैसे मंच पर भारत की भागीदारी यह दिखाती है कि नई दिल्ली अब सिर्फ एक क्षेत्रीय शक्ति नहीं, बल्कि वैश्विक नीतियों को प्रभावित करने वाली एक निर्णायक शक्ति के रूप में उभर रही है.
BRICS एक दृष्टिकोण: PM मोदी
ब्राजील यात्रा से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एक बयान में स्पष्ट किया था कि भारत BRICS के संस्थापक सदस्य के रूप में इस संगठन को उभरती अर्थव्यवस्थाओं के सहयोग के लिए एक प्रभावशाली मंच बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. यह बयान सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि उस दृष्टिकोण की पुष्टि है जिसके तहत भारत विकास, समावेश और वैश्विक संतुलन की दिशा में काम कर रहा है. इस चार दिवसीय दौरे से भारत को न केवल कूटनीतिक लाभ मिलेगा, बल्कि यह आर्थिक साझेदारी और वैश्विक मंचों पर भारत की स्वीकार्यता को भी नई धार देगा. आने वाले समय में ब्राजील और भारत के बीच सहयोग के जो द्वार खुलेंगे, वे न केवल व्यापार और रक्षा क्षेत्र तक सीमित रहेंगे, बल्कि ऊर्जा, स्वास्थ्य और विज्ञान के क्षेत्रों में भी नई संभावनाओं को जन्म देंगे.
ब्रासीलिया भी जाएंगे PM मोदी
प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति न केवल भारत की विकासशील राष्ट्रों के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि भारत वैश्विक मंच पर किस तरह अपनी कूटनीतिक और आर्थिक स्थिति को सशक्त बना रहा है. शिखर सम्मेलन के दौरान, मोदी कई द्विपक्षीय मुलाकातें भी करेंगे, जो भारत के रणनीतिक हितों को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगी. ब्राजील की राजकीय यात्रा भी इस दौरे का एक अहम हिस्सा है. यह लगभग छह दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा ब्राजील की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी. ब्रासीलिया में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा के बीच व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष, कृषि, स्वास्थ्य और प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने पर चर्चा होगी.
बताते चलें कि प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा यह भी बताती है कि भारत अब वैश्विक समीकरणों में केवल एक पर्यवेक्षक नहीं, बल्कि एक निर्णायक भागीदार बन चुका है. ब्राजील की धरती पर यह एक नई कूटनीतिक गाथा का आरंभ है, जो आने वाले वर्षों में भारत के लिए दूरगामी परिणाम लाएगी.