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नए साल के मौक़े पर जाना चाहते है वाराणसी, तो इस ख़बर को ज़रूर पढ़िए

नए साल के मौक़े पर धर्म नगरी काशी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचते है। इस दौरान बाबा विश्वनाथ में दर्शन पूजन के अलावा गंगा आरती, नौका विहार, सारनाथ सेमट अन्य जगहों पर घूमना लोग पसंद करते है। इस बीच बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने के अनुमान को लेकर वाराणसी की जल पुलिस और नाविक समाज ने बहुत ही महत्वपूर्ण निर्यण लिया है।

28 Dec, 2024
( Updated: 28 Dec, 2024
04:54 PM )
नए साल के मौक़े पर जाना चाहते है वाराणसी, तो इस ख़बर को ज़रूर पढ़िए
नए साल के मौक़े पर धर्म नगरी काशी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचते है। इस दौरान बाबा विश्वनाथ में दर्शन पूजन के अलावा गंगा आरती, नौका विहार, सारनाथ सेमट अन्य जगहों पर घूमना लोग पसंद करते है। इस बीच बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने के अनुमान को लेकर वाराणसी की जल पुलिस और नाविक समाज ने बहुत ही महत्वपूर्ण निर्यण लिया है। इस फ़ैसले के मुताबिक़ 31 दिसंबर और 1 जनवरी को शाम 4:00 बजे के बाद गंगा उस पार नाव जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा रात्रि 8:00 बजे के बाद नाव पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी। 


दरअसल नए साल के मौक़े पर स्कूली बच्चों की छुट्टियाँ होती है। इस मौक़े को भूनते हुए ज़्यादातर लोग अपने परिवार के साथ घुमने की प्लानिंग आर्टे है। लेकिन पारिवारिक माहौल के लिए ओग धार्मिक जगहों पर ही जाना पसंद करते है। ऐसे में यूपी समेत अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में काशी आते है। और नए साल पर लोग गंगा के उसपार नाव से जाकर गंगा बीच का आनंद लेते है। इस बीच जल पुलिस के साथ हुई बैठक को लेकर नाविक संगठन से जुड़े शंभू निषाद ने बताया कि हम लोगों ने पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर  31 दिसंबर और 1 जनवरी के दिन शाम 4:00 बजे के बाद गंगा उस पार कोई भी नाव नहीं जाएगी इसके अलावा रात्रि 8:00 बजे के बाद से इन दो दिन नाव चलने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा खास तौर पर ध्यान दिया जाएगा कि कोई भी व्यक्ति द्वारा नाव संचालन के दौरान प्रशासनिक नियमों का उल्लंघन ना कर सके


इसके साथ ही प्रशासन के निर्देश पर आज से गंगा में चलने वाली नावों के लिए लाइसेंस चेकिंग अभियान की शुरुआत भी होने वाली है। क्योंकि पर्यटकों की भारी भीड़ को देखते हुए कई बार नाविक मानकों को ताख पर रखकर नाव का संचालन करते है। ऐसी नावों को चिन्हित कर नाव की सीज करने की प्रक्रिया भी शुरू हो सकती है। 

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