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Bullet Train: बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को मिली रफ्तार, रेल मंत्री ने बिलिमोरा स्टेशन का दौरा किया

Bullet Train: बिलिमोरा बुलेट ट्रेन स्टेशन सिर्फ एक स्टेशन नहीं, बल्कि आधुनिक भारत की तकनीकी क्षमता और हरित सोच का प्रतीक बनता जा रहा है. यह स्टेशन, जो प्रकृति से जुड़ाव भी दर्शाता है और आधुनिक यात्री सुविधाओं से भी लैस है.

14 Oct, 2025
( Updated: 14 Oct, 2025
06:41 PM )
Bullet Train: बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को मिली रफ्तार, रेल मंत्री ने बिलिमोरा स्टेशन का दौरा किया
Source: x Post

Mumbai Ahmedabad Bullet Train Project: भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना, जो मुंबई और अहमदाबाद के बीच बनाई जा रही है, उसमें गुजरात के नवसारी ज़िले के पास बन रहा बिलिमोरा बुलेट ट्रेन स्टेशन एक अहम स्टेशन है. 14 अक्टूबर 2025 को केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने इस स्टेशन का दौरा किया. उनके साथ वलसाड के सांसद श्री धवल पटेल और गणदेवी के विधायक श्री नरेश पटेल भी मौजूद थे. मंत्री जी ने स्टेशन की निर्माण प्रगति, ट्रैक बिछाने के काम और यात्री सुविधाओं की समीक्षा की. यह दौरा न सिर्फ निरीक्षण था, बल्कि यह दिखाता है कि सरकार इस मेगा प्रोजेक्ट को लेकर कितनी गंभीर है और इसे तय समय में पूरा करना चाहती है.

बिलिमोरा स्टेशन का डिज़ाइन 

बिलिमोरा शहर अपने आम के बागानों के लिए प्रसिद्ध है, और इसी स्थानीय पहचान को ध्यान में रखते हुए स्टेशन की वास्तुकला को डिज़ाइन किया गया है. स्टेशन का फसाड आम के बागानों से प्रेरित है, जिससे पूरे परिसर में एक हरियाली और प्राकृतिक ताजगी का अहसास होता है.
स्टेशन को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि भीतर भरपूर प्राकृतिक रोशनी और वेंटिलेशन मिले. प्लेटफॉर्म और वेटिंग एरिया में ऐसी छतें (फॉल्स सीलिंग) लगाई गई हैं जिन्हें एंटी-वाइब्रेशन हैंगर से जोड़ा गया है, ताकि तेज़ रफ्तार से गुजरने वाली ट्रेनों से उत्पन्न कंपन का असर दीवारों और फिटिंग्स पर न पड़े.

यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं

बिलिमोरा स्टेशन पर यात्री अनुभव को सहज और आरामदायक बनाने के लिए तमाम आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं:

  • वेटिंग लाउंज
  • नर्सरी
  • स्वच्छ और आधुनिक शौचालय
  • रिटेल आउटलेट
  • अनेक लिफ्ट और एस्केलेटर
  • वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और छोटे बच्चों के साथ यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन
  • हरियाली भरा वातावरण बनाने के लिए पौधारोपण
  • स्टेशन परिसर में एक सुव्यवस्थित पिक-अप और ड्रॉप-ऑफ ज़ोन, कार, दोपहिया और ईवी वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग की सुविधा बनाई जा रही है.

ग्रीन बिल्डिंग की ओर एक मजबूत कदम

बिलिमोरा स्टेशन सिर्फ तकनीक और डिज़ाइन में ही आधुनिक नहीं है, बल्कि पर्यावरण के लिहाज़ से भी यह एक हरित (ग्रीन) स्टेशन बनने जा रहा है.स्टेशन को IGBC (इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल) के मानकों के अनुसार बनाया जा रहा है, जिसमें शामिल हैं:

  • पानी का कुशल उपयोग
  • वर्षा जल संचयन प्रणाली
  • लो-फ्लो सैनिटरी फिटिंग्स
  • कम वाष्पशील कार्बनिक यौगिक वाले पेंट
  • गर्मी को कम अंदर आने देने वाली वास्तुकला

स्थान और जुड़ाव -  हर दिशा से बेहतर कनेक्टिविटी

बिलिमोरा बुलेट ट्रेन स्टेशन केसली गाँव, अंबिका नदी के किनारे पर स्थित है। यह स्थान बाकी परिवहन साधनों से अच्छे से जुड़ा हुआ है:

बिलिमोरा रेलवे स्टेशन – 6 किमी

बिलिमोरा बस डिपो – 6 किमी

राष्ट्रीय राजमार्ग NH-360 – सिर्फ 2.5 किमी

स्टेशन की संरचना और निर्माण प्रगति

कुल निर्मित क्षेत्रफल: 38,394 वर्ग मीटर

भवन में दो स्तर –

ग्राउंड कम कांसॉर्स स्तर: पार्किंग, सुरक्षा जांच, वेटिंग एरिया, टिकटिंग, लिफ्ट/सीढ़ियाँ
प्लेटफॉर्म स्तर: दो प्लेटफॉर्म, चार ट्रैक
प्लेटफॉर्म की लंबाई – 425 मीटर, ताकि हाई-स्पीड ट्रेनों की सुविधा बनी रहे
अब तक स्टेशन की रेल और प्लेटफॉर्म स्लैब कास्टिंग पूरी हो चुकी है. स्ट्रक्चरल स्टील का काम भी पूरा हुआ है. इस समय स्टेशन पर आर्किटेक्चरल फिनिशिंग और मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और प्लंबिंग (MEP) का कार्य तेज़ी से प्रगति पर है.

ट्रैक बिछाने का कार्य 

स्टेशन पर RC ट्रैक बेड का निर्माण पूरा हो चुका है, और अब रेल लेइंग कार (RLC) से अस्थायी ट्रैक बिछाया जा रहा है. यह कार 200 मीटर लंबे वेल्डेड रेल पैनलों को TCB से उठाकर ट्रैक पर रखती है, जिससे पूरा काम तेज़ और सटीक हो जाता है. यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि बुलेट ट्रेन 320 किमी/घंटा की रफ्तार से निर्बाध रूप से चल सके, इसलिए ट्रैक बिछाने से पहले अत्याधुनिक सर्वे उपकरणों से स्थल की नापजोख की जाती है. सर्वेक्षण का हर चरण मल्टी-लेवल वेरिफिकेशन के साथ होता है ताकि किसी भी तरह की छोटी सी भी गलती से बचा जा सके. बिलिमोरा स्टेशन पर दो लूप लाइनें बनाई गई हैं, जिनमें मूवेबल क्रॉसिंग्स के साथ टर्नआउट्स और क्रॉसओवर्स शामिल हैं. यह सब ट्रेन की तेज़ रफ्तार और समयबद्ध परिचालन को ध्यान में रखकर किया गया है.

मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना की स्थिति 

यह परियोजना 508 किलोमीटर लंबी है और भारत में पहली बार इतनी हाई-स्पीड ट्रेन चलाई जाएगी. अब तक की प्रगति इस प्रकार है:

यह भी पढ़ें

  • 325 किमी वायाडक्ट और 400 किमी पियर का निर्माण पूर्ण
  • 17 नदी पुल, 5 PSC ब्रिज और 10 स्टील ब्रिज तैयार
  • 216 किमी में 4 लाख से अधिक नॉइज़ बैरियर लगाए जा चुके हैं
  • 217 ट्रैक किमी में RC ट्रैक बेड का काम पूरा
  • 2300 से ज्यादा OHE मास्ट लगाए गए (57 रूट किमी क्षेत्र में)
  • पालघर की 7 सुरंगों पर खुदाई जारी, और मुंबई की 21 किमी सुरंग में से 5 किमी खुदाई पूरी
  • सूरत और अहमदाबाद में रोलिंग स्टॉक डिपो का निर्माण प्रगति पर
  • गुजरात के सभी स्टेशनों पर सुपरस्ट्रक्चर का काम उन्नत स्तर पर
  • महाराष्ट्र के तीनों एलिवेटेड स्टेशन पर काम शुरू हो गया है
  • मुंबई अंडरग्राउंड स्टेशन पर बेस स्लैब कास्टिंग चल रही है

बिलिमोरा बुलेट ट्रेन स्टेशन सिर्फ एक स्टेशन नहीं, बल्कि आधुनिक भारत की तकनीकी क्षमता और हरित सोच का प्रतीक बनता जा रहा है. यह स्टेशन, जो प्रकृति से जुड़ाव भी दर्शाता है और आधुनिक यात्री सुविधाओं से भी लैस है, आने वाले समय में लाखों यात्रियों के लिए गर्व और सुविधाजनक यात्रा का माध्यम बनेगा.

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