'दुनिया की टेंशन बढ़ा रहा अमेरिका...', भारत पर भी पड़ रहा गहरा असर, CDS जनरल अनिल चौहान का चौंकाने वाला खुलासा
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने कहा है कि 'अमेरिका का ईरान-इजरायल और रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रुख अपनाना दुनिया के लिए चिंता पैदा कर रहा है.'
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ईरान-इजरायल और रूस -यूक्रेन युद्ध युद्ध का असर अब धीरे-धीरे पूरी दुनिया पर पड़ने लगा है. खास तौर से इस युद्ध का असर विकसित देशों पर ज्यादा पड़ रहा है. वहीं अमेरिका का दोनों देशों के बीच बार-बार दखल देना भी टेंशन बढ़ा रहा है. वहीं ट्रंप के टैरिफ से दुनिया भर की अर्थव्यवस्था में अस्थिरता देखने को मिल रही है. ट्रंप के टैरिफ का विरोध खुद उनके देश में ही देखने को मिल रहा है. इस बीच भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने इन सभी कारणों पर एक बड़ा खुलासा किया है.
'वैश्विक सुरक्षा स्थिति में उतार चढ़ाव है'
CDS जनरल अनिल चौहान ने कहा कि 'आज वैश्विक सुरक्षा स्थिति में उतार-चढ़ाव है. दुनिया के बीच दो व्यवस्थाओं में बदलाव चल रही है. जहां एक तरफ राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है, तो दूसरी तरफ आर्थिक और व्यापार सुरक्षा का हिस्सा है. अमेरिका का रुख जटिलता की एक अतिरिक्त परत है.'
'आंतरिक सुरक्षा काफी महत्वपूर्ण है'
उन्होंने यह भी कहा कि एक लचीली और गतिशील अर्थव्यवस्था राष्ट्रीय शक्ति का आधार है, जो स्थिर विकास और सतत विकास सुनिश्चित करती है. सामाजिक और आंतरिक सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा का एक और आयाम है. एक ऐसे देश के लिए जो बहुभाषी, बहुजातीय, बहुधार्मिक है, मुझे लगता है कि यह आंतरिक सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है और इसे किसी भी सामाजिक सुरक्षा संरचना का आंतरिक हिस्सा होना चाहिए.
अमेरिका के रुख से भारत पर पड़ रहा असर
अनिल चौहान ने यह भी कहा कि 'हिंद महासागर के देशों में आर्थिक संकट से बाहरी शक्तियों को कर्ज कूटनीति के माध्यम से अपने प्रभाव का लाभ उठाने का मौका दिया है. लेकिन भारत के लिए कमजोरियां पैदा हुई हैं. दक्षिण एशिया में सरकार में बार-बार बदलाव एक और बड़ी चुनौती है, जिसका हम सामना कर रहे हैं. इसी तरह, चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच हितों के संभावित बदलाव के बारे में हम बात कर सकते हैं. इसका क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा गतिशीलता के लिए सुरक्षा निहितार्थ हो सकते हैं.
यूएई नेवी कमांडर और CDS की मुलाकात
भारत दौरे पर आए यूएई नेवी के कमांडर मेजर जनरल हुमैद मोहम्मद अब्दुल्ला अलरमीथी ने 8 जुलाई को नई दिल्ली में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और नौसेना प्रमुख एडमिरल डी.के. त्रिपाठी से मुलाकात की. इस दौरान हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सहयोग बढ़ाने, साझा प्रशिक्षण और रक्षा साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा हुई. इस दौरान दोनों ने नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी. यह दौरा भारत-यूएई के बीच नौसैनिक संबंधों को गहराई देने और क्षेत्रीय सुरक्षा में साझा प्रयासों को मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है.