World Lung Cancer Day 2025: फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये 8 जरूरी आदतें, दूर रहेगी लंग कैंसर जैसी बीमारी!
1 अगस्त को मनाया जाने वाला World Lung Cancer Day 2025 फेफड़ों के कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने का दिन है. लंग कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन कुछ ज़रूरी आदतें अपनाकर इससे बचाव संभव है. इस मौके पर जानिए वो 8 आदतें जो फेफड़ों को स्वस्थ रखने और कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करती हैं, जैसे- धूम्रपान छोड़ना, प्रदूषण से बचना, हेल्दी डाइट लेना और नियमित एक्सरसाइज़ करना.
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हर साल 1 अगस्त को वर्ल्ड लंग कैंसर डे मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य फेफड़ों के कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाना और लोगों को इससे बचाव के उपायों के प्रति सजग करना है. फेफड़ों का कैंसर (लंग कैंसर) दुनियाभर में मृत्यु का एक प्रमुख कारण है, खासकर तब जब इसकी पहचान देर से होती है. इस दिन को मनाने का मकसद न केवल इसके लक्षणों और इलाज की जानकारी देना है, बल्कि जीवनशैली में बदलाव के जरिए इसे रोकने की दिशा में कदम बढ़ाना भी है.
विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ आदतें अपनाकर इस घातक बीमारी से काफी हद तक बचा जा सकता है.
लंग कैंसर: एक खामोश किलर
लंग कैंसर की सबसे खतरनाक बात यह है कि इसके शुरुआती लक्षण अक्सर नज़रअंदाज़ कर दिए जाते हैं – जैसे खांसी, सांस फूलना, वजन घटना, या सीने में दर्द. यही वजह है कि यह बीमारी अक्सर आखिरी स्टेज में पकड़ में आती है, जब इलाज मुश्किल हो जाता है.धूम्रपान इसका प्रमुख कारण है, लेकिन नॉन-स्मोकर्स में भी यह बीमारी प्रदूषण, रसायन, आनुवांशिक कारणों और गलत जीवनशैली के चलते हो सकती है.
अब जानते हैं वो 8 अहम आदतें जो फेफड़ों को मजबूत बनाकर लंग कैंसर से बचाने में मददगार साबित हो सकती हैं:
- धूम्रपान को कहें हमेशा के लिए अलविदा
धूम्रपान करने वाले व्यक्ति में लंग कैंसर होने की संभावना नॉन-स्मोकर की तुलना में कई गुना अधिक होती है. सिगरेट, बीड़ी, हुक्का – किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन फेफड़ों के लिए ज़हर है. अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो छोड़ने के लिए आज से बेहतर दिन कोई नहीं.
जानकारी: धूम्रपान छोड़ने के 1 साल के भीतर लंग कैंसर का खतरा आधे से ज्यादा कम हो जाता है.
- दूसरों के धुएं (पासिव स्मोकिंग) से भी रहें दूर
आप खुद भले ही धूम्रपान न करें, लेकिन अगर आपके आसपास कोई करता है, तो उसका धुआं भी आपके फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है. इसे ‘पासिव स्मोकिंग’ कहा जाता है और यह लंग कैंसर का एक छिपा हुआ खतरा है. बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर इसका असर और भी गंभीर हो सकता है.
- वायु प्रदूषण से करें बचाव
बाहर की हवा जितनी प्रदूषित है, उतनी ही अंदर की भी हो सकती है. वाहन का धुआं, इंडस्ट्रियल एमीशन्स, धूल, और स्मॉग – सब मिलकर आपके फेफड़ों पर धीरे-धीरे वार करते हैं. मास्क का नियमित उपयोग करें, पौधों से घर में ऑक्सीजन बनाए रखें और एयर प्यूरीफायर लगवाएं.
नोट: WHO के अनुसार, वायु प्रदूषण से हर साल लाखों लोगों की मौत होती है जिनमें लंग कैंसर का बड़ा हिस्सा होता है.
- एक्सरसाइज और शारीरिक गतिविधि को बनाएं जीवन का हिस्सा
नियमित व्यायाम से शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है और फेफड़े अधिक कुशलता से काम करते हैं. रोजाना 30 मिनट की ब्रिस्क वॉक, साइकलिंग, योग या प्राणायाम आपके फेफड़ों की ताकत को बढ़ाते हैं.
- हेल्दी डाइट लें, जंक फूड से बनाएं दूरी
आप जो खाते हैं वो आपकी सेहत में सीधा असर डालता है. फल, हरी सब्जियां, नट्स और साबुत अनाज – ये सभी फेफड़ों को पोषण देने के साथ कैंसर से लड़ने में भी मदद करते हैं. दूसरी तरफ, अधिक तला-भुना, प्रोसेस्ड फूड और चीनी फेफड़ों की सेहत को बिगाड़ सकते हैं.
- घर में रेडॉन गैस की जांच कराएं
रेडॉन एक रेडियोएक्टिव गैस है जो मिट्टी और पत्थरों से निकलती है और घरों के बेसमेंट में जमा हो जाती है. कई रिसर्चों में यह लंग कैंसर का कारण मानी गई है, खासकर उन लोगों में जो स्मोकर नहीं हैं. अपने घर में इसकी समय-समय पर जांच कराना बहुत जरूरी है.
- नियमित हेल्थ चेकअप को न करें नज़रअंदाज़
फेफड़ों की समस्याएं धीरे-धीरे बढ़ती हैं. अगर आप हाई-रिस्क ग्रुप (जैसे स्मोकर, शहरी क्षेत्र में रहने वाले, या वंशानुगत जोखिम वाले) में आते हैं, तो हर साल चेस्ट एक्स-रे, लो डोज़ CT स्कैन या PFT (Pulmonary Function Test) कराना ज़रूरी है.
लक्षणों की अनदेखी न करें: लगातार खांसी, खून की थूक, सीने में दर्द, सांस फूलना – ये सभी अलार्मिंग संकेत हो सकते हैं.
- मानसिक स्वास्थ्य का भी रखें ध्यान
तनाव, चिंता और नींद की कमी शरीर की इम्यूनिटी पर बुरा असर डालते हैं. कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली का मतलब है बीमारियों से लड़ने की ताकत कम. मेडिटेशन, गहरी सांस लेने के अभ्यास (प्राणायाम) और पर्याप्त नींद से मानसिक संतुलन बना रहता है.
आज का संकल्प, फेफड़ों का कल सुरक्षित
लंग कैंसर एक गंभीर लेकिन largely preventable बीमारी है. वर्ल्ड लंग कैंसर डे 2025 हमें एक मौका देता है अपनी जीवनशैली पर पुनर्विचार करने का, और फेफड़ों को सुरक्षित रखने के लिए ठोस कदम उठाने का. इन 8 आदतों को अपनाकर आप न सिर्फ लंग कैंसर से खुद को बचा सकते हैं, बल्कि दूसरों को भी जागरूक करने में मदद कर सकते हैं. फेफड़ों को स्वस्थ रखें, जीवन को लंबा बनाएं.
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