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स्वर्ण मंदिर को Raza Murad ने बताया ‘राष्ट्रीय एकता’ की मिसाल, टेका मत्था

स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के बाद अभिनेता मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा, “मैं जब भी यहां पर आता हूं तो मुझे शांति का एहसास होता है। मेरी आत्मा तृप्त हो जाती है।” अभिनेता ने स्वर्ण मंदिर को ‘राष्ट्रीय एकता’ की मिसाल भी बताया

एक्टर जा मुराद गुरुवार को अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने मत्था टेका। अभिनेता ने सचखंड श्री हरमंदिर साहिब को ‘राष्ट्रीय एकता’ की मिसाल बताया। 

रजा मुराद ने स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका 

स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के बाद अभिनेता मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा, “मैं जब भी यहां पर आता हूं तो मुझे शांति का एहसास होता है। मेरी आत्मा तृप्त हो जाती है।”

अभिनेता ने स्वर्ण मंदिर को ‘राष्ट्रीय एकता’ की मिसाल भी बताया। उन्होंने कहा, “हरमंदिर साहिब राष्ट्रीय एकता की मिसाल है। दुनिया के कोने-कोने से लोग यहां आते हैं। यहां पर जो भी आता है, वह खाली हाथ नहीं जाता। यहां पर कोई एक इंसान भूखे पेट आए या हजार आएं, वे भूखे पेट नहीं जा सकते। इसके पीछे वजह है सिख कौम की सेवा भावना। दुनियाभर में कहीं भी आफत आए, इंग्लैंड हो या अमेरिका, सबसे पहले सिख कौम मदद के लिए वहां पहुंचती है। उन्हें नसीहत की जाती है गरीबों, जरूरतमंदों की मदद करने की।”

अभिनेता ने कहा, “मैं यहां दिल में श्रद्धा लिए आता हूं और जब जाता हूं तो मेरी आत्मा तृप्त होती है। यहां पर आने का मेरा मकसद भी शांति और आत्मा की तृप्ति ही होती है। ऐसा लगता है कि एक नई आत्मा के साथ मैं वापस जा रहा हूं।”

अपकमिंग प्रोजेक्ट पर क्या बोले रजा मुराद ! 


रजा मुराद ने अपने अपकमिंग प्रोजेक्ट के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, “मैं आजकल एक फिल्म की शूटिंग में व्यस्त हूं। ‘द रियल एनकाउंटर’ टाइटल से एक फिल्म बन रही है, जो एक सत्य घटना पर आधारित है। मैं संजय लीला भंसाली की एक फिल्म में भी जल्द ही नजर आऊंगा, जिसका नाम ‘लव एंड वॉर’ है। उनके साथ यह मेरी पांचवीं फिल्म है।”

उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि पंजाब से और पंजाबी फिल्मों से मैं जुड़ा रहूं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि खाने में उन्हें दाल रोटी काफी पसंद है।

Input Source - IANS

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