हाउसफुल 5 की रिलीज़ के बीच डिनो मोरिया के घर ED का छापा, मीठी नदी घोटाले से जुड़ा मामला
‘हाउसफुल 5’ की रिलीज के बीच एक्टर डिनो मोरिया के घर ईडी ने मारा छापा, मीठी नदी घोटाले में फंसे नाम, जानें क्या है पूरा मामला.

बॉलीवुड एक्टर डिनो मोरिया एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह कोई फिल्म नहीं, बल्कि मीठी नदी सिल्ट घोटाला है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में डिनो मोरिया के बांद्रा स्थित घर समेत 15 ठिकानों पर छापेमारी की है. ये कार्रवाई शुक्रवार, 6 जून की सुबह हुई .
क्या है मीठी नदी घोटाला मामला?
मीठी नदी की सफाई को लेकर पिछले दो दशकों से चल रहे प्रोजेक्ट में बड़ी अनियमितताओं का आरोप है. इस योजना के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने लगभग 1100 करोड़ रुपये का ठेका जारी किया था. शुरुआती जांच में पता चला कि करीब 18 ठेकेदारों को ये काम सौंपा गया था.
जांच में ये बात सामने आई कि उपकरणों की खरीद और किराये पर लेने की प्रक्रिया में भारी वित्तीय गड़बड़ियां हुईं, जिससे बीएमसी को करीब 65 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ.
ED की कार्रवाई क्यों?
मामले में पहले से ही आर्थिक अपराध शाखा (EOW) जांच कर रही थी. डिनो मोरिया से पहले भी दो बार पूछताछ की जा चुकी है और उन्हें समन भी भेजा गया था. अब प्रवर्तन निदेशालय ने पीएमएलए (PMLA) के तहत कार्रवाई करते हुए दस्तावेज और सबूत जुटाने के लिए छापे मारे हैं. ईडी की टीम ने डिनो मोरिया के साथ-साथ मुंबई और कोच्चि समेत कुल 15 स्थानों पर छापा मारा, जहां इस घोटाले से जुड़े संभावित लिंक की जांच की जा रही है.
राजनीतिक रंग भी लेता नजर आ रहा मामला
इस पूरे मामले में अब राजनीतिक एंगल भी सामने आ रहा है. बताया जा रहा है कि डिनो मोरिया, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के युवा नेता आदित्य ठाकरे के करीबी माने जाते हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले मुंबई नगर निगम चुनाव से पहले ठाकरे गुट को घेरने की रणनीति के तहत ये कार्रवाई की जा रही है. हालांकि, इस पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
डिनो मोरिया की भूमिका क्या है?
डिनो मोरिया और उनके भाई सैंटिनो मोरिया का नाम उन लोगों की सूची में शामिल है जो इस प्रोजेक्ट से जुड़े थे या जिनकी कंपनियां इसमें साझेदार रही हैं. EOW ने पहले ही उन्हें कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ उपस्थित रहने को कहा था. अब ED उनकी भूमिका और धन के लेन-देन से जुड़े सवालों की गहराई से जांच कर रही है.
ED इस मामले में कई अन्य लोगों से भी पूछताछ कर सकती है और दस्तावेजों की जांच के बाद कुछ गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं. डिनो मोरिया की ओर से अब तक इस छापेमारी या जांच को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
मीठी नदी सफाई परियोजना एक जरूरी पर्यावरणीय पहल थी, लेकिन अगर इसमें भ्रष्टाचार हुआ है, तो दोषियों पर कार्रवाई जरूरी है. इस मामले में डिनो मोरिया जैसे नाम सामने आने से ये मामला और भी संवेदनशील हो गया है. अब देखना ये होगा कि जांच आगे क्या मोड़ लेती है.