Anupama Twist: अनुज और राघव के बाद अब आएगा एक नया शख्स, जो बदलेगा अनुपमा की जिंदगी की दिशा
अनुपमा सीरियल में आने वाला है जबरदस्त ट्विस्ट! अनुज और राघव के बाद अब अनुपमा की ज़िंदगी में होगी एक नए शख्स की एंट्री, वहीं कोठारी परिवार का सदस्य लेगा उसे बर्बाद करने की कसम. जानें पूरी कहानी.

अनुपमा की जिंदगी एक बार फिर मोड़ लेने जा रही है, लेकिन इस बार जो होने वाला है उसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी. ये कहानी नहीं, एक नई शुरुआत है दर्द से, पर उम्मीद के साथ.कोठारी परिवार में मचा कोहराम अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है. आर्यन की मौत नहीं हुई — बल्कि वो लापता है. ख्याति और पराग ने दुनिया को यही यकीन दिलाया कि आर्यन अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन हकीकत इससे कहीं ज्यादा खौफनाक है. उन्होंने आर्यन को एक मानसिक अस्पताल में छुपा कर रखा है क्योंकि वो एक गहरा राज जान गया था.
अनुपमा का टूटा हर रिश्ता
इस झूठी कहानी का सबसे बड़ा शिकार बनी अनुपमा. ख्याति ने सबूतों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया और पूरे परिवार को ये यकीन दिला दिया कि आर्यन की हालत के लिए अनुपमा जिम्मेदार है. बाबूजी भी इस बार उसके साथ नहीं खड़े हुए. यहां तक कि प्रेम और राही ने भी अनुपमा से रिश्ता तोड़ लिया.अनुपमा पूरी तरह अकेली हो जाती है — लेकिन इस बार वो टूटती नहीं है.
मुंबई में नई जिंदगी
अपना शहर छोड़कर अनुपमा मुंबई पहुंचती है, जहां वह एक सस्ते से हॉस्टल में रहती है. जीवन जीने के लिए वो एक क्लास में डांस सिखाती है और पार्ट टाइम एक फैशन हाउस में हाउसकीपिंग का काम करती है.
यहां उसका सामना होता है एक ताकतवर महिला “रिया चौधरी” से जो उस पर झूठा इल्जाम लगाती है कि अनुपमा ने उसके पति को फंसाने की कोशिश की.
विडंबना ये है कि ये महिला वही है जो ख्याति की बचपन की दोस्त है, और ये सब एक रची हुई साजिश का हिस्सा है.
राघव की वापसी
जब अनुपमा पर हमला होता है, तभी अचानक एक पुरानी परछाईं सामने आती है — राघव, जिसे सब मरा हुआ मान चुके थे. राघव की मौत एक दिखावा था. असल में वो एक इन्वेस्टिगेशन टीम के लिए काम कर रहा था और उसने सबूत जुटाने के लिए अपनी मौत का नाटक किया. अब वो लौट आया है, ताकि अनुपमा को न्याय दिला सके और आर्यन का सच दुनिया के सामने ला सके.
एक नया साथी — शौर्य की शांत ताकत
मुंबई में अनुपमा की मुलाकात होती है शौर्य मल्होत्रा से एक प्रसिद्ध लेखक और प्रेरक वक्ता, जो अनुज का पुराना दोस्त था. शौर्य धीरे-धीरे अनुपमा के जीवन में एक मजबूत स्तंभ बनता है.
वो ना सिर्फ उसे भावनात्मक सहारा देता है, बल्कि समाज के सामने उसके लिए आवाज भी उठाता है.लेकिन शौर्य के दिल में अनुपमा के लिए कुछ और भी है जो वो छुपाने की कोशिश करता है.
आर्यन का राज, ख्याति का अंत
राघव और शौर्य मिलकर ख्याति और पराग की पोल खोलने का प्लान बनाते हैं. आखिरकार आर्यन को अस्पताल से निकाला जाता है, और कोर्ट में ख्याति की सच्चाई सामने आती है।
आर्यन सबके सामने बयान देता है कि अनुपमा ने नहीं, उसकी मां ने उसे बंदी बना रखा था।
अनुपमा — एक बार फिर उठ खड़ी होती है
सब कुछ खोने के बाद, अपमान सहने के बाद अनुपमा खुद को फिर से खड़ा करती है. वो अब सिर्फ एक मां, बहू या पत्नी नहीं, बल्कि एक महिला की हिम्मत की पहचान बन जाती है.
वो एक NGO शुरू करती है — जहां वो ऐसी औरतों की मदद करती है जो झूठे इल्जामों, अपमान और घरेलू हिंसा का शिकार हुई हैं.
कहानी के अंत में शौर्य अनुपमा से पूछता है, "क्या हम दोस्त से आगे बढ़ सकते हैं?" और अनुपमा मुस्कुराकर कहती है, "शायद... लेकिन पहले मैं खुद को पूरी तरह पा लूं।"