युद्ध विराम के बीच भारतीय सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिव तांडव की गूंज, काँप उठा पाकिस्तान !
बीते दिन ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हुई तीनों सेनाओं के डीजीएम की प्रेस कांफ्रेस में जैसे ही शिव तांडव की ध्वनि गूंजी, पाकिस्तान के कपाल पर काल मंडराना लगा …इतिहास में पहली दफ़ा पाकिस्तानी विरोधी ऑपरेशन को लेकर भारतीय सेना की प्रेस कांफ्रेस में शिव तांडव स्तोत्र गूंजा है..क्या ये इशारा है , पाकिस्तान के ख़ात्मे का ? …. युद्ध विराम, अंत है या फिर आरंभ ? …ये सब कुछ समझने से पहले… शिव तांडव ध्वनि से शुरु हुई इंडियन मिलिट्री की प्रेस कांफ्रेंस की एक झलक आपके सामने हैं…

'पहलगाम आतंकी हमले का इंतक़ाम. ऑपरेशन सिंदूर से इंसाफ़ तक. शिव तांडव की धुन. काल का तांडव शुरु. क्या शिव भक्त के हाथों लिखी है पाकिस्तान की मौत ? भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम है, लेकिन पाकिस्तान की नापाक हरकतें पर फ़ुलस्टॉप नहीं लग पाया है. शनिवार शाम ठीक 5 बजे सीजफायर लागू हुआ और 3 घंटे में ही पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी शुरु हो गई. पाकिस्तान की पहल पर बिना शर्त सीजफायर पर पीएम मोदी ने हामी भरी. लेकिन अपनी फ़ितरत से मजबूर पाकिस्तान है, जिसनें जम्मू-कश्मीर और राजस्थान में ड्रोन अटैक और सीमा पर गोलीबारी की.हालाँकि जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ईंट का जवाब पत्थर से दे रही है. ऐसे में क्या समय आ गया है, शिव भक्त के हाथों पाकिस्तान के विनाश की कहानी लिखने की. क्योंकि बीते दिन ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हुई तीनों सेनाओं के डीजीएम की प्रेस कांफ्रेस में जैसे ही शिव तांडव की ध्वनि गूंजी, पाकिस्तान के कपाल पर काल मंडराना लगा. इतिहास में पहली दफ़ा पाकिस्तानी विरोधी ऑपरेशन को लेकर भारतीय सेना की प्रेस कांफ्रेस में शिव तांडव स्तोत्र गूंजा है..क्या ये इशारा है, पाकिस्तान के ख़ात्मे का ? युद्ध विराम, अंत है या फिर आरंभ ? ये सब कुछ समझने से पहले. शिव तांडव ध्वनि से शुरु हुई इंडियन मिलिट्री की प्रेस कांफ्रेंस की एक झलक आपके सामने हैं.
सृष्टि के संहारक भगवान शिव के लिए लंकापति रावण द्वारा रचित शिव तांडव स्तोत्र, प्रतीक है आरंभ और अंत का. शिव तांडव की ध्वनि शिव भक्तों को सकारात्मक ऊर्जा से ओत-प्रोत करती है और नकारात्मक शक्तियों का नाश. इन्हीं कारणों के चलते जब इंडियन मिलिट्री की प्रेस कांफ्रेंस की शुरुआत शिव तांडव ध्वनि के बीच शुरु हुई, दुनिया ने समझ लिया अब पाकिस्तान बचने वाला नहीं है. शिव तांडव ध्वनि के बीच ऑपरेशन सिंदूर के रास्ते ध्वस्त किये गये आतंकी ठिकानों की जानकारी देनी और जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान आर्मी के हमलों को नाकाम करना और अब भारतीय सेना द्वारा ये बताना कि पाकिस्तान के पाप का घड़ा भर गया है, ये दर्शता है कि पाकिस्तान के कपाल पर मौत का साया अब तक मंडरा रहा है. आतंकवाद भारत को बर्दाश्त नहीं, लेकिन क्या पाकिस्तान को बर्दाश्त किया जा सकता है? ये जग जाहिर है कि पीएम मोदी शिव भक्त है, केदारनाथ धाम से लेकर काशी विश्वनाथ तक. शिव भक्त की मौजूदगी हमेशा देखी गई है. 2013 की त्रासदी के बाद केदारनाथ की वापस लौटी भव्यता, पीएम मोदी की शिव भक्ति का नतीजा है. और अब क्या यही शिव भक्त आतंकवाद की जड़ को जड़ से काटेगा ?