6 जून के बाद इन तीन राशियों पर मेहरबान होंगे भगवान विष्णु !
6 जून को निर्जला एकादशी का व्रत 3 राशियों के लिए बेहद ही खास होने वाला है, इस दिन से इन 3 राशि के जातकों का अच्छा समय शुरू होने वाला है, लेकिन बताए गए कुछ उपायों को करके आप भी अपने जीवन से परेशानियों को कम सकते हैं. तो पूरी जानकारी के लिए देखिए ये खास रिपोर्ट.

6 जून का दिन धार्मिक दृष्टि से बेहद ही खास होने वाला है, इस दिन किए गए कुछ उपाय आपकी सोई हुई किस्मत को जगा सकते हैं. जी हां, 6 जून को निर्जला एकादशी का व्रत और पूजन किया जाएगा और ये व्रत अपने साथ तीन राशियों के लिए बंपर लाभ लेकर आ रहा है. तो बिना देर किए जानते हैं कि निर्जला एकादशी के आने से किन राशियों की किस्मत चमकने वाली है और साथ ही आपको निर्जला एकादशी के बारे में भी सभी जानकारी देंगे। तो जानने के लिए बने रहें हमारे साथ, तो जानने के लिए इस पर हमारी खास रिपोर्ट.
सनातन धर्म में एकादशी के व्रत को बेहद ही महत्व दिया जाता है लेकिन शायद ही आप जानते होंगे कि सभी एकादशी के व्रत में सबसे कठिन होता है निर्जला एकादशी का व्रत रखना, क्योंकि इस व्रत में साधक को पानी तक पीने की मनाही होती है. यही वजह है कि इसे निर्जला एकादशी का व्रत कहा जाता है, लेकिन आपको बता दें कि इस बार ये एकादशी अपने साथ कुछ राशियों के लिए बंपर लाभ लेकर आ रही है. इस दिन से इन तीन राशियों पर भगवान विष्णु मेहरबान होने वाले हैं। तो जिसे 6 जून के बाद से धन का लाभ होने वाला है वो पहली राशि है.
मिथुन राशि
मिथुन राशि वाले जातकों के लिए ये निर्जला एकादशी बेहद ही खास होने वाली है, इस समय आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, आपको धन का लाभ भी होने वाला है, खर्चों पर आपका नियंत्रण रहेगा। ये समय आपकी ग्रोथ के लिए बेहद ही अच्छा होने वाला है, इस दौरान आपके व्यवसाय में भी वृद्धि होगी, साथ ही अगर आप पारिवारिक झगड़ो से परेशान हैं तो भी ये एकादशी आपके जीवन में शांति लेकर आयेगी.
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए भी ये समय नई तरक्की के अवसर अपने साथ लेकर आ रहा है. इस दौरान आप पर भगवान विष्णु मेहरबान रहेंगे, नौकरी के क्षेत्र में भी आपकी ग्रोथ होने वाली है. अगर आप व्यवसाय करते हैं तो आपको व्यवसाय में भी जमकर लाभ होने वाला है, आपके पुराने अटके काम बन सकते हैं, माता-पिता के साथ भी आपके संबंध अच्छे होने वाले हैं. अगर आप विवाहित नहीं हैं तो भी आपके लिए नए रिश्तों के प्रस्ताव आ सकते हैं. इसके अलावा अगर आप घर खरीदना चाहते हैं तो ये इच्छा भी आपकी जल्द ही पूरी होने वाली है.
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए ये समय अनुकूल रहने वाला है, कई क्षेत्रों में आपको तरक्की देखने को मिलेगी. निर्जला एकादशी के बाद का समय आपके लिए बेहद ही खास रहने वाला है, आपको अचानक धन का लाभ हो सकता है, रुका हुआ धन भी वापस मिल सकता है। इस दौरान आपका मानसिक संतुलन भी अच्छा रहने वाला है, लव लाइफ में भी आपको कई चेंजेस देखने को मिलेंगे। साथ ही अगर आप करियर और अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर परेशान हैं तो इसमें भी आपको लाभ देखने को मिलेगा.
लेकिन आप सभी अपने इस समय को और अच्छा बनाने के लिए कुछ उपायों को कर सकते हैं, निर्जला एकादशी के दिन ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप जरूर करें. इस दौरान आप पीले कपड़े पहनें, चने की दाल और केले का दान करें. आप विष्णु चालीसा का पाठ भी इस दिन जरूर करें.इसके अलावा आप रोजाना 15 मिनट तक ध्यान जरूर करें। साथ ही आप इस दिन गरीबों में भोजन भी जरूर बांटें, ये भी आपके लिए बेहद ही खास रहने वाला है. वहीं अगर आप इस दिन व्रत-पूजा करना चाहते हैं तो इस तरह कर सकते हैं. वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि यानी 06 जून को रात 02 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर 7 जून को सुबह 4 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी, लेकिन आपको बता दें कि उदयातिथि के अनुसार निर्जला एकादशी का ये व्रत 6 जून को ही मनाया जाएगा.
इसके अलावा अगर आप निर्जला एकादशी का व्रत रखना चाहते हैं तो भी आप इस तरह से इस व्रत को रख सकते हैं. इस व्रत को रखने के लिए आप सुबह जल्द ही उठकर स्नान कर भगवान सूर्य को अर्घ्य दें, फिर पीले वस्त्र धारण कर भगवान विष्णु की पूरे श्रद्धा भाव के साथ पूजा अर्चना करें और निर्जला व्रत करने का संकल्प करें, लेकिन याद रहे कि व्रत के दौरान आप पानी की एक बूंद तक ग्रहण न करें। द्वादशी एकादशी के दिन ही स्नान कर, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने के बाद ही आप कुछ खाएं. तो इस तरह से आप कुछ उपायों को करें, इस व्रत को रखें और भगवान विष्णु से अपने सुखद जीवन की कामना करें.